अंजनगांव सुर्जी/दि.30– अकोला शासकीय अस्पताल में कार्यरत डॉ. रितेश जावेकर ने जरूरतमंद मरीज को रक्तदान कर मानवता का संदेश दिया. समीपस्थ कापुसतलणी के मध्यम वर्गीय किसान मोहन जावेकर के पुत्र डॉ. रितेश जावेकर अकोला शासकीय अस्पताल में कार्यरत है. उनके पिता मोहन जावेकर ने आर्थिक परिस्थिति सामान्य होने पर भी रितेश को डॉ. बनाया. मोहन जावेकर हमेशा सामाजिक कार्यो में अग्रसर रहते है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील अंतर्गत आनेवाले खोडगांव के रहनेवाले रविन्द्र माकोडे के शरीर में रक्त की कमी होने की वजह से उन्हें समय- समय पर रक्त दिया जाता था. अकोला स्थित शासकीय अस्पताल में उसे रक्त दिए जाने के लिए ले जाया गया. अस्पताल द्बारा उसे एक बोतल रक्त दिया गया. किंतु एक बोतल रक्त की और आवश्यकता थी. जिसमें वह ओपीडी के सामने तडप रहा था. डॉ. रितेश की निगाह उस पर पडी और उसने रविन्द्र के बेटे गौरव से बातचीत की. तब गौरव ने बताया कि अस्पताल द्बारा एक बोतल खून की व्यवस्था की गई. किंतु एक बोतल और रक्त चाहिए. इस पर डॉ. रितेश जावेकर ने तत्काल अपना रक्त रविन्द्र माकोडे को दिया और उसकी जान बचाकर मानवता का संदेश दिया. जिसमें डॉ. रितेश जावेकर का परिसरवासियों ने अभिनंदन किया.