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डॉ. रोहित चोरडिया फिर विवादो में

अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत का आरोप

* सिटी कोतवाली में परिजनों का हंगामा, पुलिस ने ली शिकायत
अमरावती/दि. 23 – श्रीकृष्ण पेठ स्थित डॉ. रोहित चोरडिया के महावीर अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से युवा पेशंट रवीन वामन चव्हाण (27, बोडना) की जान चले जाने का आरोप परिजनों ने सिटी कोतवाली में दी शिकायत में लगाया. जिसके बाद पुलिस ने शिकायत ली है. वहां प्राथमिक बयान के लिए पहुंचे डॉ. रोहित चोरडिया के आंग पर रिश्तेदार चले गए थे. जिसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा में उनके अस्पताल ले जाया गया. साथ ही डॉ. चोरडिया ने अमरावती मंडल से बातचीत में बताया कि, मरीज ने कीटनाशक का प्राशन कर रखा था. उसे बचाने का भरसक प्रयास किया. रात 9.30 बजे उसकी तबियत बिगड गई और झेनिथ अस्पताल ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई, ऐसे में हमारे अस्पताल से ही मृत्यु प्रमाणपत्र भी बनाकर दिया. उन्होंने किसी प्रकार की लापरवाही से साफ इंकार किया है.
* चचेरे भाई की शिकायत
पेशे से खेतीहर मजदूर विजय बाबूलाल चव्हाण ने सिटी कोतवाली में दी शिकायत के अनुसार रवीन चव्हाण को उन्होंने गुरुवार दोपहर 1.30 बजे के दौरान श्रीकृष्ण पेठ स्थित चोरडिया के महावीर अस्पताल में भर्ती किया था. डॉक्टर को बता दिया था कि, रवीन ने कीटकनाशक का सेवन किया ैहै. विजय चव्हाण ने कहा कि, डॉ. चोरडिया से पेशंट की जानकारी के बारे में पूछा तो उन्होंने बरी आहे कहा और यह भी बताया कि, जो कीटनाशक पिया है, उसमें केवल 20 प्रतिशत विष रहता है. पेशंट अपने यहां अर्थात महावीर अस्पताल में ठीक हो सकता है.
* रात को बिगडी तबियत
विजय चव्हाण की शिकायत में कहा गया कि, उनके छोटे भाई रवीन की तबियत रात 11 बजे बिगड जाने की जानकारी डॉ. रोहीत ने उन्हें रात 11.30 बजे दी और वेंटिलेटर की सुविधा उनके अस्पताल में न होने से झेनिथ अस्पताल ले जाने हेतु एंबुलंस भी उन्होंने कर दी. नर्स दीक्षा थोरात को मरीज के साथ भेज दिया. वहां डॉक्टर्स ने देखते ही कह दिया कि, पेशंट की मृत्यु हो गई है.
* डॉक्टर पर पुलिस को सूचित न करने का आरोप
विजय चव्हाण ने कहा कि, डॉ. चोरडिया ने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी. उसी प्रकार जब मरीज को झेनिथ अस्पताल रेफर किया गया तो केस पेपर्स साथ नहीं दिए थे. डॉक्टर पर घोर लापरवाही के कारण रवीन चव्हाण की मृत्यु का इल्जाम लगाकर शिकायत में पुलिस से डॉक्टर पर उचित कार्रवाई की मांग की गई.
* कोतवाली में हंगामा
रवीन की डॉक्टर की कथित लापरवाही से जान चली जाने के कारण बोडना और आसपास के गांवो के लोग और उसके रिश्तेदार पहले अस्पताल में हंगामा कर सिटी कोतवाली पहुंचे. कोतवाली में थानेदार मनोहर कोटनाके और निरीक्षक ज्योति विल्लेकर के सामने इन लोगों ने बखेडा किया. पुलिस से तुरंत डॉ. चोरडिया पर कार्रवाई की मांग की. डॉ. चोरडिया जब सफाई देने सिटी कोतवाली पहुंचे तो बोडना के ग्रामीण और अन्य बिफर उठे थे. वें कानून हाथ में लेने ही वाले थे कि, पुलिस सुरक्षा में डॉ. चोरडिया और उनके साथ आए भाई को श्रीकृष्ण पेठ घर भेजा गया.
* पुराने मामले न निकाले
सिटी कोतवाली में ग्रामीणों के साथ भाजपा सुपर वारीयर प्रा. दिनेश सूर्यवंशी, जिला महासचिव नितिन गुडधे पाटिल, दिगंबर राठोड, दिनेश राठोड, प्रवीण जाधव, दिलीप राठोड, सुनील चव्हाण, विजय जाधव आदि के साथ दर्जनो ग्रामीण कार्यकर्ता व मृत रवीन के रिश्तेदार पहुंचे थे. भाजपा नेता ने डॉ. चोरडिया पर कोरोना काल में बीमा घपला कर दर्जनो पेशंट के 55 लाख हडपने का मामला होने की बात कही. जिस पर डॉ. चोरडिया ने पुराने मामले न निकाले, ऐसा अनुरोध किया. जिस पर दोनों के बीच बहस हो गई. पुलिस निरीक्षक ज्योति विल्लेकर ने अमरावती मंडल से बातचीत में कहा कि, सीएस और डॉक्टर्स की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी. उन्होंने रवीन चव्हाण के रिश्तेदारो को कार्रवाई का भरोसा दिलाया और कहा कि, अनसिंग में उन्होंने ऐसे तीन लापरवाह, बोगस डॉक्टर्स की दुकानदारी बंद कराई हैं.

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