अहिल्या महिला परिषद के संस्थापक डॉ. सुधाकरराव कालमेघ को अमृत महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं. डॉ. सुधाकरराव कालमेघ ने कई वर्षों तक स्वास्थ्य विभाग में एक चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्य किया और मरीजों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है यह प्रतिज्ञा स्वीकार करके रोगी की देखभाल की. बहुत मेहनत और लगन से सेवा कर सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने सामाजिक उत्तरदायित्व स्वीकार किया और कई संस्थाओं के पदाधिकारी बने. 2012 में डॉ. राजू डांगे, प्रफुल भाऊ अवघड और राजेंद्र मस्के के सहयोग से महिलाओं की उपलब्धियों, गुणों और नेतृत्व को विकसित करने के लिए अहिला महिला परिषद संगठन की स्थापना की. डॉ. सुधाकरराव कालमेघ और उनका परिवार वंदनीय राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के भक्त हैं और उन्होंने गुरुकुंज आश्रम में बाल संस्कार शिविर में योगदान दिया है और कई स्थानों पर उनका महत्वपूर्ण योगदान रहता है. उन्होंने अपने गुरु वंदनीय राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की पूर्णाकृति प्रतिमा चिखलदरा के देवी प्वाइंट में स्थापित की, यह उल्लेखनिय है. अपनी राजनीतिक रुचि के कारण वह राकांपा के शहर उपाध्यक्ष भी रहे. ऐसे समाज-प्रेमी व्यक्तित्व जो समाज के उत्थान में अपना योगदान देते हैं और उनके दोनों बेटे योगेश और अमित अपनी नौकरियों में ईमानदारी से अच्छी सेवा दे रहे हैं. डॉ.सुधाकरराव की पत्नी शोभाताई कालमेघ भी एक समाज-प्रेमी व्यक्तित्व हैं जिन्होंने हाल ही में डॉ. सुधाकरराव के अमृत महोत्सव के अवसर पर गुरुकुंज आश्रम के वृद्धाश्रम में स्वेटर वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कुल मिलाकर ऐसी शख्सियत की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करना हमारा कर्तव्य है. सुधाकरराव कालमेघ को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं.
-डॉ. गोविंद भाऊ कासट, वरिष्ठ समाजसेवी
राजू डांगे राष्ट्रीय प्रशिक्षक