अमरावती

डॉ. पंजाबराव देशमुख हॉस्पिटल में सर्जरी विभाग की सुविधा

तज्ञों के सहयोग से विभाग की हो रही उत्तरोत्तर प्रगति

अमरावती/दि.15- श्री शिवाजी शिक्षण संस्था द्वारा संचालित डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति वैद्यकीय महाविद्यालय व रुग्णालय का शल्यक्रिया शास्त्र विभाग अत्याधुनिक सुविधाओं से सज्ज है. इस विभाग में सर्वसाधारण से कठिन से कठिन सभी प्रकार की शल्यक्रिया नियमित की जाती है. जनरल सर्जरी विभाग पांच युनिट में कार्यरत है. इस विभाग में सातों दिन बाह्य रुग्ण व आंतररुग्ण विभाग एवं शल्यक्रिया नियमित शुरु रहती है. ओपन व दुर्बिन द्वारा शस्त्रक्रिया करने की सुविधा यहां पर उपलब्ध है.
अद्यावत शल्यक्रिया गृह, सुंगनी की सभी सुविधा, 11 बिस्तरों का आइसीयू सहित सुसज्ज एन्डोस्कोपी युनिट कार्यरत होकर ऊपर व नीचे की संपूर्ण अतड़ियां दुर्बिन द्वारा जांची जाती है. यहां पर एन्डोस्कोपी द्वारा पॅनक्रियाज व पित्ताशय की जांच एवं एन्डोस्कोपी शस्त्रक्रिया करने की सुविधा शीघ्र ही शुरु होगी.
यहां पर मेंदूू शस्त्रक्रिया (न्यूरोसर्जरी), मूत्र शल्यक्रिया, गुदारोग ऐसे प्रकार की सुपर स्पेशालिटी सुविधा तज्ञ डॉक्टरों की मदद से उपलब्ध है. इसके साथ ही प्लास्टिक सर्जरी, बालरोग सर्जरी, कैन्सर व ऑन्कोलॉजिस्ट सर्जरी तज्ञ यहां पर निहित समय में बाह्य रुग्ण जांच व शल्त्रक्रिया के लिए उपलब्ध रहते हैं. यह सभी शस्त्रक्रिया सर्वसामायों को अल्प दरों में व गरीब मरीजों के लिए अलग-अलग शासकीय योजना अंतर्गत निःशुल्क उपलब्ध है.
वैद्यकीय शिक्षा में सर्जरी विभाग अग्रसर है. यहां पर प्रति वर्ष 6 स्नातकोत्तर विद्यार्थी एमएस जनरल सर्जरी की उपाधि हासिल करने के लिए प्रवेश लेते हैं. इनमें महाराष्ट्र व अन्य देशों के नामांकित स्नातक विद्यार्थियों का समावेश है. ये विद्यार्थी शस्त्रक्रिया में निपुण होकर देश व विदेश के अनेक भागों में सफल सेवा दे रहे हैं,यह सभी के लिए अभिमान व समाधान की बात है. राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के तज्ञों के सम्मेलन व कार्यशाला विभाग मार्फत प्रति वर्ष आयोजित किये जाते हैं. शस्त्रक्रिया विभाग सामाजिक जिम्मेदारी का जतन करते हुए प्रति वर्ष ग्रामीण भाग में रोग निदान शिविर का आयोजन करता है. इस विभाग में अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध होने की दृष्टि से शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, महाविद्यालय के संचालक डॉ. पदमाकर सोमवंशी,एड. डॉ.अनिल देशमुख प्रयासरत हैं. वहीं विभाग प्रमुख डॉ. नारायण उमाले व तज्ञों के सहयोग से इस विभाग की उत्तरोत्तर प्रगति की ओर हलचले शुरु है.

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