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प्रतिनिधि/दि.२०
अमरावती-स्थानीय महानगरपालिका के चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल काले द्वारा विगत दिनों मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे के पास अपना त्यागपत्र सौंपा गया, ऐसी जानकारी गत रोज सामने आयी. इसके साथ ही यह भी पता चला है कि, अब डॉ. विशाल काले द्वारा अपने फैसले पर पुनर्विचार करते हुए अपना त्यागपत्र वापिस लेने पर विचार किया जा रहा है. किंतु वहीं दूसरी ओर सोमवार को हुई आमसभा में इस त्यागपत्र पर चर्चा हुई. जिसके बाद डॉ. काले का त्यागपत्र अंतिम मंजूरी के लिए सामान्य प्रशासन विभाग के पास भेज दिया गया. मनपा के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल काले द्वारा ऐन कोरोना संकटकाल के दौरान अचानक ही अपने पद से इस्तीफा दिये जाने के चलते मनपा गलियारे में कई तरह की चर्चाएं चल रहीं है. साथ ही इसके तार हाल ही में उजागर हुए शौचालय घोटाला मामले से जोडे जा रहे है. बता दें कि, मनपा के वैद्यकीय स्वास्थ अधिकारी डॉ. विशाल काले ने इस पद के लिए अदालती लडाई भी लडी थी और अदालती आदेश के जरिये इस पद पर नियुक्ती हासिल की थी. ऐसे में अदालती लडाई के जरिये हासिल किये गये पद से डॉ. विशाल काले द्वारा अकस्मात इस्तीफा दे दिये जाने को काफी संदेहास्पद तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल काले द्वारा किन वजहों के चलते अपने पद से इस्तीफा दिया गया. इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे ने कहा कि, डॉ. काले ने अपनी निजी वजहों के चलते अपने पद से इस्तीफा दिया है. जिसे सोमवार को हुई आमसभा के समक्ष रख दिया गया था और आमसभा के निर्देश पर इस त्यागपत्र को अंतिम मंजूरी के लिए सामान्य प्रशासन विभाग के पास भेज दिया गया है. डॉ. काले का ‘यू-टर्न‘ वहीं दूसरी ओर इस संदर्भ में प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर गत रोज डॉ. विशाल काले ने ‘दैनिक अमरावती मंडल‘ से बात करते हुए यह स्वीकार किया कि, उन्होंने विगत दिनों अपना त्यागपत्र निगमायुक्त प्रशांत रोडे को सौंपा था.किंतु किन वजहों के चलते उन्होंने अपने इस्तीफा सौंपा, यह पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इस समय एक चर्चा यह भी चल रही है कि, डॉ. विशाल काले को अपने फैसले पर पछतावा हो रहा है और वे अपना त्यागपत्र वापिस लेना चाह रहे है. इस संदर्भ में पूछे जाने पर डॉ. विशाल काले ने कहा कि, वे फिलहाल इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते और शाम तक अपना पक्ष स्पष्ट करेंगे.