मामा के घर धमाचौकडी मचाने के सपनों पर फिरा पानी
इस साल भी लॉकडाउन के चलते बच्चें घरो में ही कैद
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मोबाइल पर कर रहे टाइमपास
अमरावती/प्रतिनिधि दि.५ – जैसे ही शालाओं में मई महीने में गर्मियों की छूट्टियां लगते ही छोटे बच्चे अपने मामा के घर पहुंचकर पूरी छूट्टियां मनाते थे और जमकर धमाचौकडी करते थे. किंतु पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना की पार्श्वभूमि पर लगाए गए लॉकडाउन की वजह से बच्चों के सपानो पर पानी फिर गया. इस साल भी बच्चें घरों में ही कैद होकर रह गए है.
छूट्टियां लगते ही बच्चों को मामा का गांव याद आता था. मामा के गांव में नदी में तैरना, खेतों में घूमना, तरह-तरह के व्यंजन खाना और खूब धमाचौकडी मचाना यह अब बच्चों के लिए सपना बनकर रह गया है. पिछले साल की तरह इस साल भी लॉकडाउन के चलते व यातायात सुविधाओं के बंद किए जाने पर बच्चे मामा के गांव तक पहुंच नहीं पा रहे है. मजबूरी में उन्हें अपने घरों पर ही टाइमपास करना पड रहा है. अब बच्चे मोबाइल पर ही गेम तथा टीवी पर कार्टून फिल्म देखकर समय काट रहे है.