* जानकारों ने कर दिया खुलासा, डरें नहीं
अमरावती/दि.22 – दुधारु जानवरों में लम्पी स्कीन बीमारी फैलने की दहशत के बीच जानकारों ने स्पष्ट कर दिया है कि, लम्पी पीडित गाय का दूध भी मनुष्य के लिए सुरक्षित है. इसलिए बेखौफ होकर गाय के दूध का सेवन करने की सलाह महाराष्ट्र पशु व मस्य विज्ञान विद्यापीठ (माफसु) ने दी है. कुछ लोगों ने गोवंश में लम्पी त्वचा रोग के कारण दूध को लेकर आशंका फैला दी थी. इन बातों में कोई दम नहीं होने की जानकारी विशेषज्ञों ने दी है.
* उबालकर पियें दूध
माफसु के विस्तार शिक्षा संचालक प्रा. डॉ. अनिल भिकाने ने सोशल मीडिया पर जारी नाना प्रकार के अंदेशे को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, गायों में लम्पी त्वचा रोग विषाणुजन्य रोग है. भैस को यह बीमारी कदाचित ही होगी. ऐसे ही गाय के दूध पर इस बीमारी का कोई असर नहीं पडता. दूध को उबालकर उपयोग में सहज लाया जा सकता है. डॉ. भिकाने ने कहा कि, पैकेट का दूध वैसे ही पाश्चराइज्ड रहता है. अर्थात जंतु निरोधि रहता है. वह पीने के बिल्कुल योग्य है.
* मुर्गियों को खतरा नहीं
लम्पी बीमारी का मुर्गियों और अन्य पशुओं को कोई खतरा नहीं होने की भी जानकारी डॉ. भिकाने ने दी. उन्होंने कहा कि, लम्पी का धोखा न मुर्गियों को है न बाघ को. सोशल मीडिया पर चल रहा अपप्रचार केवल लोगों को डराने का नजर आ रहा है. चराने के लिए पशुओं को जंगल में ले जाया जा सकता है.
* टीकाकरण में तेजी
उधर पशु वैद्यकीय विभाग ने कहा कि, लम्पी बीमारी से बचने के लिए गाय और बछडों को टीके लगाये जा रहे है. हजारों मवेशी को टीके लगा दिये गये है. सरकार ने और 30 हजार टीके उपलब्ध करवाये है. पशु वैद्यकीय अधिकारी इस टीकाकरण पर पूरा ध्यान दे रहे इस वजह से माफसु की परीक्षा पखवाडे भर के लिए मुलतवी कर दी गई है.