अमरावती

दूषित पानी पीने से हो सकती हैं कई तरह की बीमारियां

पानी को उबालकर व निर्जंतुकीकरण करके पीना होता है फायदेमंद

अमरावती/दि.30 – दूषित पानी पीने की वजह से कॉलरा, डायरिया, पिलिया व गैस्ट्रो जैसी बीमारियां होने का खतरा रहता है. विशेष तौर पर बारिश के मौसम दौरान दूषित पानी की वजह से ऐसी बीमारियों का संक्रमण जमकर फैलता है. जिसके चलते रोजाना ही पानी को उबालकर और उसका निर्जंतुकीकरण करने के बाद उसे पीने हेतु प्रयोग में लाना फायदेमंद साबित होता है.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों अधिकांश लोगबाग जलापूर्ति योजना के जरिए छोडे जाने वाली पानी अथवा जार के पानी को पीने हेतु प्रयोग में लाते है. इसके साथ ही हैंडपंप सहित अन्य जलस्त्रोतों का पानी भी लोगबाग पीने हेतु प्रयुक्त करते है. परंतु कई जलस्त्रोतों से लिए गए पानी के सैम्पल दूषित रहने की जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग की प्रयोगशाला द्बारा दी गई जांच रिपोर्ट के जरिए सामने आयी है. जिसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने ग्रामपंचायत, नगरपालिका व नगरपंचायतों को पानी की स्वच्छता के संदर्भ में आवश्यक निर्देश दिए है. प्रशासन द्बारा दिए गए निर्देशानुसार यद्यपि ग्रामपंचायतों, नगर परिषदों व नगरपंचायतों द्बारा पानी की स्वच्छता को लेकर आवश्यक काम किए जा रहे है. लेकिन इसके बावजूद दूषित पाए जाने वाले पानी के सैम्पलों को देखते हुए पानी को उबालकर पीने के साथ ही अन्य सभी तरह की सतर्कता बरतना बेहद आवश्यक है.

* 1856 में से 28 सैम्पल दूषित
जानकारी के मुताबिक विगत अप्रैल माह में जिले की सभी 14 तहसीलों के पानी के 1856 सैम्पल लिए गए थे. जिसमें से 28 स्थानों के सैम्पल दूषित पाए गए. जिसके बाद उन 28 जलस्त्रोतों का निर्जंतुकीकरण किया गया.

* जिला स्वास्थ्य प्रयोगशाला की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए ग्रामपंचायतों को पानी की स्वच्छता के संदर्भ में आवश्यक निर्देश दिए गए है. जिसकी अनदेखी करने पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है.
– श्रीराम कुलकर्णी,
उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी,
जलापूर्ति विभाग, अमरावती जिप.

* दूषित पानी पीने की वजह से कई तरह की बीमारियां होती है, ऐसे में पानी को उबालकर पीना बेहद आवश्यक होता है. इसके साथ ही पानी का निर्जंतुकीकरण करना भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है.
– डॉ. सुभाष ढोले,
जिला स्वास्थ्य अधिकारी

* किस तहसील के कितने सैम्पल दूषित
तहसील दूषित सैम्पल
अमरावती 08
अंजनगांव 00
अचलपुर 01
चांदूर रेल्वे 00
धामणगांव 01
चांदूर बाजार 00
तिवसा 10
दर्यापुर 00
नांदगांव 01
वरुड 00
मोर्शी 05
भातकुली 02
चिखलदरा 00
धारणी 00

* दूषित पानी की समस्या से निपटने क्या करता है प्रशासन
प्रशासन द्बारा जिले की सभी तहसीलों के अलग-अलग स्थानों के स्थित जलस्त्रोतों से पानी के सैम्पल लिए जाते है. जिसका जिला स्वास्थ्य प्रयोगशाला में परिक्षण किया जाता है और प्रयोगशाला से मिलने वाली रिपोर्ट को गट विकास अधिकारी के चलते ग्रामपंचायतों को दिया जाता है. साथ ही गट विकास अधिकारियों द्बारा दिए गए निर्देशानुसार ग्रामपंचायत स्तर पर जलस्त्रोतों की सफाई के काम किए जाते है.

* दूषित पानी से होने वाली बीमारियां
दूषित पानी में टाईफाइड, क्वालरा, गैस्ट्रो व डायरिया आदि बीमारियों के विषाणु होते है और ऐसे पानी को पीने की वजह से इन बीमारियों का संक्रमण फैलता है.

Related Articles

Back to top button