बुलढाणा/प्रतिनिधि दि.३१ – पिछले वर्ष मुंबई व पुणे शहर समेत सभी महानगरों में कोरोना का उद्रेक देखने मिला है. अब पिछले कुछ दिनों से यही स्थिति निर्माण हो रही है. जिससे मुंबई, पुणे में ड्युटी न लगाने की अपील एसटी बस के चालक व वाहक करते हुए दिखाई देते है.
कोरोना संसर्ग के चलते पिछले वर्ष मार्च महिने से पूरे छह महिने एसटी बस का सफर बंद रखा गया था. इसके बाद कोरोना का प्रभाव धिरे धिरे कम होने से अगस्त 2020 से एसटी के पहिये फिर एक बार घूमने लगे. शुरुआत में जिला अंतर्गत यातायात को अनुमति दी गई. इसके बाद लंबी दूरी की चुनिंदा बस फेरियां शुरु की गई. समय के अनुसार यात्रियों का झुकाव बढने से एसटी बस की यातायात पूरी क्षमता से शुरु की गई. जिससे चालक व वाहकों की ड्युटी महानगरों तक दौडने वालें शहरों की ओर लगाई गई. शुरुआत के दौर में उन्होंने यह जिम्मेदारी आसानी से स्वीकारी. किंतु अब फिर एक बार कोरोना ने सिर उठा लिया है, जिससे पुणे, मुंबई की ड्युटी लगाने के लिए एसटी बस के चालक इच्छुक नहीें है. यह चालक, वाहक पुणे, मुंबई छोड अन्य जगह ड्युटी करने के लिए तैयार है.
फिलहाल कोरोना मरीजों की संख्या में वृध्दि होते समय लगातार यात्रियों के संपर्क में रहनेे से उन्हें कोरोना की बाधा होने की संभावना नकारी नहीं जा सकती. इसके लिए सरकार ने एसटी कामगारों का स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से व्यवस्था करनी चाहिए व कर्मचारी बाधित हुआ तो इलाज का खर्च उठाना चाहिए.
– प्रदीप गायकी, प्रदेश सचिव, महाराष्ट्र नवनिर्माण एसटी कामगार सेना