संवेदनशील इलाकों पर ड्रोन कैमरों से रखी जायेगी नजर
गणेशोत्सव पर ग्रामीण इलाकों में रहेगा कडा बंदोबस्त
* शांति व व्यवस्था बनाये रखने उठाये जायेंगे तमाम प्रभावी कदम
* एसपी अविनाश बारगल ने दी पत्रवार्ता में जानकारी
अमरावती/दि.26- आगामी 31 अगस्त से शुरू होने जा रहे दस दिवसीय गणेशोत्सव के दौरान जिले के सभी तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रोें में कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने तथा त्यौहार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के लिए जिला ग्रामीण पुलिस द्वारा तमाम ऐहतियाती कदम उठाये जायेंगे. साथ ही अंजनगांव, परतवाडा व अचलपुर जैसे संवेदनशील इलाकों पर ड्रोन कैमरों के जरिये नजर रखी जायेगी. इस आशय की जानकारी ग्रामीण जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल द्वारा दी गई है.
गणेशोत्सव पर्व के मद्देनजर ग्रामीण पुलिस द्वारा की जानेवाली तैयारियों के संदर्भ में जानकारी देने हेतु एसपी अविनाश बारगल ने आज अपने कार्यालय में एक पत्रवार्ता बुलाई थी. जिसमें उपरोक्त जानकारी देने के साथ ही एसपी बारगल ने बताया कि, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय अंतर्गत शामिल इलाकों में कुल 1 हजार 353 स्थानों पर सार्वजनिक गणेशोत्सव मनाया जायेगा. जिसमें से तहसील मुख्यालयवाले शहरों में 455 व ग्रामीण क्षेत्रों 898 स्थानों पर सार्वजनिक गणेशोत्सव मनेगा. वही 262 गांवों में एक गांव-एक गणपति की योजना पर अमल किया जायेगा. दस दिवसीय गणेशोत्सव के बाद दसवें व ग्यारहवें दिन लगभग सभी सार्वजनिक मंडलों द्वारा गणेश विसर्जन किया जायेगा. जिसके तहत दसवें दिन 586 और 11 वें दिन 390 गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन होगा.
इसके साथ ही एसपी बारगल ने यह भी बताया कि, गणेशोत्सव पर्व के दौरान कहीं पर भी किसी भी तरह की कोई गडबडी न हो, इस बात के मद्देनजर बडे पैमाने पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाईयां शुरू कर दी गई है. जिसके तहत 24 लोगों के खिलाफ एमपीडीए की कार्रवाई प्रस्तावित की गई. जिसमें से 10 लोगों के खिलाफ एमपीडीए के तहत कार्रवाई की गई है. इसी तरह 38 अपराधियों को तडीपार करने की कार्रवाई प्रस्तावित है. जिसमें से 34 लोगों को तडीपार किया जा चुका है. साथ ही अब तक अवैध शराब बिक्री के मामले में 129 प्रतिबंधात्मक कार्रवाईयां की जा चुकी है. इसके अलावा जो लोग विगत दस वर्षों से पुलिस के रिकॉर्ड पर है, उनके खिलाफ भी प्रतिबंधात्मक कार्रवाईयां की जायेगी और उन्हें संबंधित प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत जरूरत पडने पर डिटेन भी किया जायेगा.
* पालक अमलदार योजना पर होगा अमल
इस पत्रवार्ता में एसपी बारगल ने बताया कि, हर पुलिस थाने के बीट अमलदार को दस-दस गणेशोत्सव मंडलों की जिम्मेदारी दी गई है. इन गणेशोत्सव मंडलों के लिए संबंधित पुलिस कर्मी को पालक अमलदार का जिम्मा सौंपा गया है और पालक अमलदार पर अपने अधीन आनेवाले गणेशोत्सव मंडलों की समस्याओं को हल करने के साथ ही उनसे नियमों व निर्देशों का पालन करवाने की जिम्मेदारी होगी.
* गणराय पुरस्कार दिये जायेंगे
इस पत्रवार्ता में यह भी बताया गया कि, जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा अमरावती जिले के लिए अपने स्तर पर गणराय पुरस्कार योजना भी चलायी जायेगी. जिसमें बेहतरीन साज-सज्जा तथा आकर्षक झांकी साकार करनेवाले गणेशोत्सव मंडलों को जिला स्तर पर इस अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा. जिसके लिए विजेताओं का चयन करने हेतु एक समिती भी गठित की जायेगी, जो समूचे जिले के गणेशोत्सव मंडलों का दौरा करते हुए उनकी साज-सज्जा व झांकियों का परीक्षण करेगी.