सास व साले की हत्या कर शराबी ने की आत्महत्या
बेनोडा थानांतर्गत वंडली गांव में घटित हुआ अजीबो-गरीब अपराध
* दोनों के शव जलाने के साथ ही खुद पर पेट्रोल छिडककर लगाई आग
* आग में पूरी झोपडी हुई जलकर खाक, तीनों के झुलसे हुए शव हुए बरामद
* ग्रामीणों की सतर्कता से एक बुजुर्ग महिला की बची जान
* पत्नी के मायके चले आने से नाराज था आशीष ठाकरे
* गुस्से में आकर सास लता व साले प्रणय भोंडे को उतारा मौत के घाट
* वंडली गांव सहित पूरे जिले में मचा हडकंप
* बेनोडा पुलिस कर रही मामले की जांच
* जिला पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे मौके पर
अमरावती/दि.25 – बेनोडा पुलिस थाना क्षेत्र के वंडली गांव में आज एक बेहद अजीबो-गरीब घटना घटित हुई. जब वंडली गांव में रहने वाली लता सुरेश भोंडे नामक महिला के घर से अचानक ही आग की लपटे उठती दिखाई दी और आग बुझाने पर घर के भीतर से 3 लोगों के शव बरामद हुए. जिनकी शिनाख्त वंडली गांव निवासी लता सुरेशराव भोंडे (47) व उसके बेटे प्रणय भोंडे (22) तथा दामाद आशीष पुरुषोत्तम ठाकरे (28, वरुड) के तौर पर हुई. वहीं इस अग्निकांड में लता भोंडे की सास चंद्रकला भोंडे (90) को आग में जिंदा जल जाने से गांववासियों ने पहले ही बाल-बाल बचा लिया था. इसके बाद जो कहानी सामने आयी, उसे सुनकर सबके रौंगटे खडे हो गए. क्योंकि इस घटना को लेकर पता चला कि, शराब के नशे में धूत होकर अपने ससुराल पहुंचे आशीष ठाकरे ने पहले तो अपनी सास लता भोंडे व साले प्रणय भोंडे को मौत के घाट उतारा. फिर अपने साथ लाए पेट्रोल को छिडककर दोनों के शवों को आग के हवाले कर दिया. साथ ही इसके बाद खुद अपने आप पर भी पेट्रोल छिडकते हुए खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना की जानकारी मिलते ही शहर पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल व अपर पुलिस अधीक्षक शशिकांत सातव सहित ग्रामीण पुलिस के तमाम आला अधिकारी तुरंत ही दौडे-भागे वंडली गांव पहुंचे. जहां पर बेनोडा पुलिस ने पंचनामे की प्रक्रिया पूरी करते हुए मामले की जांच शुरु कर दी थी.
इस घटना को लेकर पुलिस सूत्रों के जरिए मिली जानकारी के मुताबिक लता भोंडे की बेटी ने 6 माह पहले वरुड में रहने वाले आशीष ठाकर से प्रेमविवाह किया था. विवाह के पश्चात कुछ दिन तक तो सबकुछ ठिकठाक चलता रहा. लेकिन इसके बाद आशीष ठाकरे ने आए दिन शराब पीकर अपनी पत्नी के साथ मारपीट करनी शुरु कर दी. जिसकी वजह से वह 3 माह पहले अपने मायके वापिस लौट आयी थी. परंतु आशीष ठाकरे ने वंडली आकर उसे तकलीफ देनी शुरु कर दी थी. इस बात को ध्यान में रखते हुए लता भोंडे ने अपनी बेटी को राजूरा बाजार में रहने वाली उसकी मौसी के यहां रहने हेतु भेज दिया था. इस बात से बौखलाया आशीष ठाकरे 24 व 25 सितंबर की दरम्यानी रात शराब के नशे में धूत होकर वंडली गांव पहुंचा और उसने अपनी सास लता भोंडे व साले प्रणय भोंडे के साथ झगडा करते हुए उनके सिर पर किसी भारी वस्तु से प्रहार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया और अपने साथ लाए पेट्रोल को दोनों पर छिडककर आग लगा दी. इसके पश्चात आशीष ठाकरे ने खुद पर भी पेट्रोल छिडककर अपने आपको आग के हवाले करवाते हुए आत्महत्या कर ली. जिसके चलते भोंडे परिवार की झोपडी में रखे साजो-सामान ने आग पकड ली और झोपडी में से धुआं और आग की लपटे निकलने लगी. यह देखकर गांव में रहने वाले लोगबाग तुरंत भोंडे परिवार की झोपडी की ओर दौडे और उन्होंने पिछले कमरे में सो रही लता भोंडे की 90 वर्षीय सास चंद्रकला भोंडे को जैसे-तैसे झोपडी से बाहर निकाला. पश्चात बेनोडा पुलिस व दमकल विभाग के दल ने मौके पर पहुंचकर आग को बुझाया. इस समय पूरी तरह से जल चुके घर में से तीन लोगों के शव बरामद हुए. जिसमें से दो शवों की शिनाखत भोंडे मां-बेटे के तौर पर हुई. वहीं घटनास्थल से मिले बैग, जैकेट व पैनकार्ड के आधार पर तीसरे शव की शिनाख्त आशीष ठाकरे के तौर पर हुई.
पुलिस द्बारा की गई जांच में यह भी पता चला कि, आशीष ठाकरे ने शनिवार की रात राजूरा बाजार में रहने वाले अपने मैसेरे ससुर दिनेश निकम को मोबाइल फोन पर संपर्क करते हुए बताया था कि, उसने अपनी सास लताबाई व साले प्रणय भोंडे को मौत के घाट उतार दिया है और अब वह खुद भी आत्महत्या कर रहा है. वहीं यह भी पता चला कि, शनिवार की रात आशीष ठाकरे अपने एक मित्र की मोटर साइकिल लेकर वरुड से वंडली गांव जाने के लिए रवाना हुआ था. जिसके बाद उसने मोटर साइकिल में पेट्रोल भरवाने के साथ ही एक प्लास्टिक बोतल में अलग से 100 रुपए का पेट्रोल भरवाया था. इसी पेट्रोल का प्रयोग करते हुए आशीष ठाकरे ने अपनी सास व साले के शवों को जलाया तथा बचे हुए पेट्रोल को खुद पर छिडकते हुए अपने आपको आग लगाकर आत्महत्या कर ली.
घटना की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल, अपर पुलिस अधीक्षक शशिकांत सातव, मोर्शी के उपविभागीय पुलिस अधिकारी नीलेश पांडे, ग्रामीण अपराध शाखा के पीआई किरण वानखडे व पीएसआई नितिन चुलपार तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. इस मामले में बेनोडा पुलिस स्टेशन के थानेदार स्वप्निल ठाकरे द्बारा जांच की जा रही है.