17 वर्षों के सहयोगी दुधाने ने छोडी साथ
ऐन विधानसभा चुनाव के वक्त रवि राणा को धक्का
* मनाने के प्रयत्न जारी रहने का स्पष्टीकरण
अमरावती/दि. 17 – विधानसभा चुनाव का नामांकन अगले सप्ताह शुरु हो रहा है. ऐसे में बडनेरा के सतत तीन बार विधायक चुने गए रवि राणा को आज उस समय धक्का लगा जब प्रवक्ता और युवा स्वाभिमान पार्टी के विश्वासपात्र लीडर जीतू दुधाने ने त्यागपत्र दे दिया. दुधाने 17 वर्षों से युवा स्वाभिमान के और रवि राणा के प्रमुख सिपाही है. उन्हें मनाने का और त्यागपत्र पीछे लेने का प्रयास दोपहर तक जारी था. उसी प्रकार युवा स्वाभिमान के सूत्रों ने दावा किया कि, दुधाने मान गए हैं. त्यागपत्र पीछे ले लिया है. इस बारे में दुधाने से संपर्क करने का प्रयत्न किया गया. किंतु उनसे बात नहीं हो सकी थी.
* पहले दिन से राणा के साथ
जीतू दुधाने वो नाम है जो युवा स्वाभिमान के सर्वेसर्वा तथा विधायक रवि राणा के साथ पहले दिन से जुडे हैं. गत 17 वर्षों से राणा और वायएसपी से जुडे दुधाने ने ऐन चुनाव के समय त्यागपत्र देने से राजनीतिक खलबली मची है.
* क्या कहा इस्तीफा देते हुए
जीतू दुधाने ने अपना त्यागपत्र संगठन के अध्यक्ष और विधायक राणा को भेजते हुए कहा कि, ‘युवा स्वाभिमान में उनका दम घुट रहा है. इसलिए मुझे जवाबदारी से मुक्त करें.’ दुधाने रवि राणा के करीबी और विश्वासपात्र कार्यकर्ता रहने से युवा स्वाभिमान में उनके त्यागपत्र की खबर ने तहलका मचा दिया.
* क्या कहा त्यागपत्र में
जीतू दुधाने ने राणा को भेजे इस्तीफे में लिखा कि, उन्होंने कभी गुटबाजी नहीं की. पार्टी के प्रत्येक कार्यक्रम और आंदोलनों में बढ-चढकर हिस्सा लिया. प्रदेश प्रवक्ता के रुप में पार्टी का पक्ष मजबूती से प्रस्तुत किया. कई बार आर्थिक नुकसान भी सहन किया. संगठन बढाने के लिए प्रयत्न और त्याग किए. बावजूद इसके युवा स्वाभिमान से जुडे रहे. सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता जब निराश थे तब उन्होंने पार्टी का मजबूती से काम किया. पार्टी में फिलहाल घुसमट (दम घुटने) होने की शिकायत दुधाने की है.
* तीन दिनों में रखूंगा भूमिका
अमरावती मंडल ने जीतू दुधाने से बात की तो उन्होंने कहा कि, फिलहाल शहर से बाहर है. तीन दिनों पश्चात इस बारे में अपना पक्ष प्रस्तुत करेंगे. दुधाने ने त्यागपत्र की पुष्टि करते हुए अपने नेता रवि राणा का कॉल आने और उनसे बात होने की भी तसदीक की. दुधाने ने कहा कि, उन्होंने इस्तीफा दिया है. अब पक्षश्रेष्ठी क्या निर्णय करती है, यह देखना होगा. किसी दूसरे पक्ष से जुडने के सवाल पर दुधाने ने शीघ्र अपनी भूमिका मीडिया के सामने रखने की बात कही.