अमरावती

कोरोना के चलते जिले के २३८ अपराधी ले रहे खुले में सांस

संक्रमण को रोकने पैरोल पर छोडे गये जेल से बाहर

  • पुलिस सभी पर रख रही कडी नजर

अमरावती प्रतिनिधि/दि.३१ – स्थानीय मध्यवर्ती कारागार में कोरोना वायरस की एंट्री होते ही यहां पर संक्रमण अपने पांव न पसार पाये, इस बात के मद्देनजर सरकार की गाईडलाईन के अनुसार जेल में बंद कई अपराधियों को पैरोल पर छोडा गया. जिसके चलते अमरावती जिले के २३८ अपराधी इस समय जेल से बाहर खुली हवा में सांस ले रहे है. जिनमें २२८ पुरूषों व १० महिला बंदीजनों का समावेश है. बता दें कि, गृह विभाग ने ८ मई २०२० को स्पेशल एक्टवाले अपराधियों को छोडकर अन्य अपराधियों को पैरोल पर रिहा करने के आदेश जारी किये थे. जिसके बाद अमरावती के मध्यवर्ती कारागार से २३८ बंदीजनों को कुछ शर्तों के अधीन रहकर रिहा किया गया है. सात वर्ष अथवा उससे कम की सजा रहनेवाले तथा इससे पहले दो बार पैरोल पर छूटने के बाद जेल वापिस लौटे बंदीजनोें को इस सुविधा का लाभ दिया गया.

किन अपराधों के चलते जेल में बंद थे पता चला है कि पैरोल पर छोडे गये ये बंदीजन चोरी, मारपीट, झगडा, विनयभंग, जालसाजी, सरकारी कामकाज में बाधा तथा खावटी जैसे मामलों को लेकर जेल में बंद थे. इसमें से अमरावती शहरी क्षेत्र के १२६ व ग्रामीण क्षेत्र के ११२ बंदीजनों का समावेश रहा.

इन कैदियों को पैरोल पर छोडे जाने के बावजूद शहर में कहीं पर भी चोरी अथवा मारपीट की घटनाएं नहीं बढी है, क्योकि पुलिस इन लोगों पर पूरी नजर रखे हुए है. साथ ही पैरोल पर छोडे गये बंदीजनों को सप्ताह में एक बार अपने नजदिकी पुलिस थाने में जाकर हाजरी भी लगाना पडता है.
– डॉ. आरती सिंह पुलिस आयुक्त, अमरावती.

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