अमरावतीमहाराष्ट्र

आर्थिक तंगी के कारण घर का सोयाबीन बाजार में लाने किसान विवश

गारंटी मूल्य से भी मिल रहे कम दाम

* बुआई के लिए जुटाई जा रही रकम
अमरावती/दि.20-अगले माह से आगामी खरीफ सत्र शुरु हो रहा है. इस बार मानसून का जल्द ही आगमन होगा. इसलिए बुआई हेतु किसानों की तैयारी शुुरु हो गई है. इसी पृष्ठभूमि पर किसानों ने अपने घर भंडारण किया सोयाबान बाजार में किया है. आर्थिक तंगी के कारण किसानों को मजबुरन यह कदम उठाना पडा है. यहां के बाजार समिति में रोजाना औसतन चार हजार के लगभग सोयाबीन बोरे की आवक हो रही है. गारंटी मूल्य से भी कम दाम सोयाबीन को मिल रहे है. इस बार जिले में ढाई लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुआई होने की संभावना है. बीज के दाम इस बार पिछले साल की तुलना में कम रहने पर भी अल्पभूधारक किसानों के समक्ष आर्थिक दिक्कत निर्माण हुई है.

पिछले सीजन में अतिवृष्टि और बारिश की अनियमितता के कारण सोयाबीन के उत्पादन का औसतन व स्तर घटा है.आपूर्ति कम होने पर भी इस बार दाम में तेजी नहीं है. औसतन 4400 रुपए के लगभग मूल्य से सोयाबीन की बिक्री हुई. सीजन खत्म होने के बाद दाम बढेंगे, यह उम्मीद किसानों को थी, लेकिन उनकी उम्मींदों पर पानी फिर गया. वर्तमान में सोयाबीन को 4300 से 4400 रुपए दाम मिल रहे है. गारंटी मूल्य से कम दाम में बिक्री करने की नौबत किसानों पर आ गई है. इस बार मानसून का आगमन जल्द ही होने का अनुमान मौसम विभाग ने व्यक्त करने से किसानों की बुआई के लिए तैयारी शुरु हो गई है. बुआई पूर्व मशागत का काम निपटा है. जिले में बेमौसम बारिश का संकट कायम है. गारंटी मूल्य से कम दाम में सोयाबीन बेचने की नौबत किसानों पर आ गई है. स्थानीय बाजार समिति में सोमवार को सोयाबीन को 4350 से 4460 प्रतिक्विंटल दाम मिला. तथा 6587 बोरे की आवक हुई है.

लागत खर्च निकलना मुश्किल
पिछले सीजन में सोयाबीन उत्पादन का औसतन व बाजार में मिले दाम को देखते हुए उत्पादन के लिए लागत खर्च भी निकला नहीं. दाम बढेंगे इस उम्मीद से अब तक माल घर में रखा. अब बुआई के लिए पैसों की जरूरत रहने से भंडारण किया सोयाबीन बाजार में लाने के अलावा विकल्प नहीं था. हालांकि अब भी उचित दाम नहीं.
-अनिल पवार, किसान

केंद्र ने इस साल सोयाबीन की आयात बडे पैमाने पर की. इसके साथही अंतरराष्ट्रीय स्तर भी सोयाबीन को कम दाम है. इसका परिणाम देशी सोयाबीन पर होकर बाजार में सोयाबीन दाम में गिरावट आई. सीजन खत्म होने के बाद और नए सीजन के मुहाने पर भी दाम बढे नहीं.
-राजेश पाटिल, खरीदार

 

 

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