अमरावतीमहाराष्ट्र

रमाई के त्याग के कारण आज देश में महिलाओं का जीवन बदला- मंगेश मनोहरे

पंचशील नगर में माता रमाई स्मृतिदिन मनाया

भिखयू ने श्रामनेरी की दी धम्मदेशना
अमरावती/दि.31– माता रमाई ने अपना जीवन बाबासाहब की कार्यो के प्रति समर्पित नहीं किया होता तो बाबासाहब शून्य से जग निर्माण नहीं कर सकते थे. इस बात को नकारा नहीं जा सकता. रमाई के त्याग के कारण आज देश की लाखों महिलाओं का जीवन ही बदल गया है. माई संसार में रम गई तो बाबासाहब पुस्तकों में रम गए थे. कष्ट, त्याग, संघर्ष, मातृत्व, प्रेम यह सभी गुण उनका ही था. विश्वरत्न डॉ. बाबा साहब का जीव बहुत ही कठीन समय में रमाई ने उनका डट कर साथ दिया. जो आज हम सुखथ व समृध्दी से जी रहे है. ऐसा प्रतिपादन पूर्व मनपा सभापती पार्षद मंगेश मनोहरे ने दिया.

पंचशाली नगर में माता रमाई स्मृती स्मृति दिन निमित्त धम्म प्रशिक्षण श्रामनेरी शिवीर में भिक्खू ने धम्म देशना सोमवार 27 मई को महात्मा ज्योकिराव फुले सभागृह में आयोजित किया गया. भिकु ने धम्मचारिनी को धम्मदेशना दी. कार्यक्रम में प्रमुख मार्गदर्शक के रुप में पूर्व मनपा सभापती मंगेश मनोहरे ने मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम का आयोजन संजीवनी मनोहरे, पंकज मनोहरे ने किया. संचालन सुनिता रायबोले ने किया व आभार बबली मनोहरे ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भारतीय बौध्द महासभा, रमाई भिमाई महिला मंडल, आम्रपाली महिला मंडल, उपासक उपासिका संघ भीम टेकडी, उपाली महिला मंडल की उपासिकाओं ने भरपुर प्रयास किया.

पंचशील नगर में 6वर्ष की इशिका बनी श्रामनेरी
पंचशील नगर के संजीवनी मनोहरे, पंकज मनोहरे दंपत्ती की छह वर्ष की इशिका मनोहरे ने स्वयंस्फूर्ति से दस दिनों के लिए श्रामनेरी दीक्षा ली. इस बच्ची व मनोहरे दंपत्ती का सभी ओर प्रशंसा की जा रही है.

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