एसबीआई के कारण बच गए शिक्षक बैंक के दो करोड रुपए
दो अज्ञातों ने विड्रॉल के लिए डाला था फर्जी हस्ताक्षर किया धनादेश
अमरावती/दि. 17– स्थानीय शिक्षक सहकारी बैंक के खाते एसबीआई बैंक में हैं. शिक्षक बैंक के दो करोड रुपए का धनादेश दो अज्ञात व्यक्तियों ने विड्रॉल के लिए कैंप रोड स्थित एसबीआई शाखा में डाला. रकम बडी रहने से एसबीआय बैंक से यह धनादेश विड्रॉल करने के पूर्व शिक्षक बैंक के सरव्यवस्थापक से पूछताछ की गई. तब उन्होंने इस तरह का कोई भी धनादेश किसी को न दिया रहने की जानकारी दी. इस कारण एसबीआई ने वह धनादेश विड्रॉल नहीं किया. यह सनसनीखेज घटना प्रकाश में आते ही शिक्षक बैंक की तरफ से शुक्रवार 16 फरवरी को गाडगे नगर थाने में शिकायत दर्ज की गई.
शिक्षक सहकारी बैंक का मुख्य खाता एसबीआई की कैंप शाखा में हैं. शुक्रवार के दो व्यक्तियों ने शिक्षक बैंक की हमालपुरा शाखा का दो करोड रुपए का धनादेश कैम्प शाखा में डाला. चेक बडी रकम का रहने से एसबीआई के संबंधित कर्मचारियों ने उसे विड्रॉल करने के लिए आए व्यक्तियों को ‘ई-केवाईसी’ के लिए आधार कार्ड और अन्य आवश्यक कागजपत्र मांगे तब उन्होंने वह कागजपत्र नहीं दिए. साथ ही रकम बडी रहने से एसबीआई की तरफ से शिक्षक बैंक के अधिकारियों को फोन कर जानकारी दी गई. इस दौरान चेक विड्रॉल करने के लिए पहुंचे दोनों अज्ञात बैैंक से भाग गए.
* सीसीटीवी में कैद दोनों अज्ञात
इस प्रकरण में शिक्षक बैंक प्रशासन ने शिकायत दर्ज की हैं. बैंक में चेक विड्रॉल करने के लिए गए दोनों अज्ञातों के चेहरे सीसीटीवी में कैद हुए हैं. इस आधार पर उन व्यक्तियों की तलाश शुरु की गई हैं. यह चेक एक वर्ष पूर्व गुम हो गया था, ऐसा शिक्षक बैंक की तरफ से कहा गया हैं
– प्रशांत माने, थानेदार, गाडगे नगर
* बैंक का चेक एक वर्ष पूर्व गुम?
बैंक ने गाडगेनगर थाने में इस बाबत शिकायत दर्ज की हैं. उन्होंने पुलिस को बताया की, दो करोड रुपए के चेक रहे हस्ताक्षर उनके नहीं बल्कि फर्जी हैं. साथ ही यह चेक एक वर्ष पूर्व गुम हो गया था. इस बाबत जानकारी नहीं हैं. लेकिन चेक गुम होने बाबत शिक्षक बैंक की तरफ से एसबीआई को सूचित किया गया था क्या, पुलिस में शिकायत की गई थी क्या, शिकायत नहीं की होगी तो क्यों नहीं की गई आदि सवालों के जवाब अभी सामने नहीं आए हैं.
* पुलिस में की शिकायत
एसबीआई की तरफ से हमें यह जानकारी मिलते ही गाडगेनगर पुलिस में तत्काल शिकायत दर्ज की गई. यह चेक हमालपुरा शाखा का हैं. चेक पर रहे हस्ताक्षर हमारे नहीं बल्कि फर्जी हैं. यह चेक गुम होने बाबत जांच की जा रही हैं. पश्चात जानकारी दी जाएगी.
– राजेश देशमुख, व्यवस्थापक, शिक्षक सहकारी बैंक.