10 वीं की परीक्षा रद्द हो जाने से सामग्री की जिम्मेदारी शाला पर
मुख्याध्यापक पर सामग्री संभालने का बोझ बढ़ा
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विद्यार्थियों में संभ्रम
अमरावती/दि. 23 – संचारबंदी के कारण 10 वीं की परीक्षा रद्द की गई है तथा 12 वीं की परीक्षा भी नहीं होने का स्पष्ट किया गया है. किंतु इस दौरान माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षा की सामग्री इससे पूर्व शाला को सौंप दिए जाने के कारण उसे संभालकर रखने की जिम्मेदारी शाला पर आ पहुंची है. ऐसे में ही शाला बंद होने के कारण मुख्याध्यापिका का बोझ और बढ़ गया है.
संचारबंदी के कारण शाला, महाविद्यालय बंद है. बोर्ड की परीक्षा छोड़कर 1 ली से 11 वीं के विद्यार्थियों को भी बिना परीक्षा दिए अगली कक्षा में भेजा जा रहा है. इससे शिक्षक और मुख्याध्यापको के सिर का बोझ कम होने का दिखाई नहीं दे रहा है. 10 वीं की परीक्षा 23 तथा 12 वीं की परीक्षा 29 अप्रैल से ली जानेवाली थी. इसके लिए परीक्षा मंडल ने शाला की ओर नियोजित टाईमटेबलनुसार कोरी उत्तरपत्रिका, पुरवणी, ग्राफ,मॅप, होलोक्रॉस्ट,स्टीकर सिटिंग प्लॅन, ए.बी.लिस्ट, विषयनिहाय व माध्यमनिहाय बारकोड, प्रात्यक्षिक परीक्षा की सामग्री आदि की आपूर्ति की है. किंतु कोरोना का संकट बढ़ जाने के कारण शिक्षामंत्री ने 10 वीं की परीक्षा रद्द करने का तथा 12 वीं की परीक्षा आगे धकेली जाने का निर्णय घोषित किया है. परिणामस्वरूप शाला को दी गई सामग्री हाल ही शाला के पास ही है. यह सामग्री संभालना भी बड़ी जिम्मेदारी है. जिसके कारण शाला के मख्ुयाध्यापक का बोझ बढ़ गया है.
परीक्षा कब
10 वीं 12 वीं की लिखित परीक्षा ऑफलाईन आगे धकेलकर 12 वीं की परीक्षा मई माह के अंतिम सप्ताह में और 10 वीं की परीक्षा जून के पहले सप्ताह में लेने का विचार था. किंतु अब 10 वीं की परीक्षा रद्द की गई है. जिसके कारण अब 10 वीं की परीक्षा संदर्भ में नया निर्णय आने तक शाला को वह सामग्री सुरक्षित रखनी पड़ेगी.उसके बाद सूचना के अनुसार कार्रवाई करनी पडेगी. 12 वीं की परीक्षा न होने से अब परीक्षा कब होगी, रिजल्ट कब मिलेगा, उसके बाद अगली कक्षा में प्रवेश कब होगा. इस संबंध में फिलहाल विद्यार्थियों में संभ्रम निर्माण हो गया है.