अमरावती/ दि.10– हालांकि दिसंबर माह में जिस प्रकार से ठंड पडनी चाहिए उतनी नहीं पड रही है. किंतु ठंड शुरु होते ही लड्डू व विविध पदार्थो को बनाने हेतु सूखे मेवे की मांग बढ जाती है और ग्राहकों की भीड सूखे मेवे की दूकानों पर उमडने लगती है. इस साल सूखे मेवे में महत्वपूर्ण बादाम के दाम कम होने की वजह से ग्राहकों व्दारा आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है और उसका फायदा भी ग्राहकों को हो रहा है.
कोरोना काल के बाद एक ओर जहां अनेक वस्तुओं के दाम बढे किंतु सूखे मेवे में बदाम, अंजीर सहित कुछ वस्तुओं के दाम कम हुए है. गोडंबी के दाम बढे हुए ही है. बाजार में पर्याप्त मात्रा में आवक होने से बादाम के भाव कम हुए है पहले हजार रुपए से अधिक दामों में बिकने वाला बादाम आज 600 से 650 रुपए किलो बिक रहा है. ठंड में सूखे मेवे की मांग बढ रही है और दाम भी कम है. जिसमें ग्राहकों को फायदा हो रहा है.
ठंड बढते ही होती है सूखे मेवे की मांग
ठंड के बढते ही सूखे मेवे की मांग होने लगती है. पिछले साल की तुलना में इस साल दाम भी कम है सूखे मेवे में आवकश बादाम, अंजीर तथा काजू के दाम भी कम हुए है वहीं गोंडबी के भाव अभी भी बढे हुए ही है.
– एक सूखा मेवा व्यवसायी
इस प्रकार है सूखे मेवे के दाम
सूख मेवा दाम (प्रति किलो)
काजू 660 से 800
बादाम 600 से 650
नमकीन पिस्ता 900 से 1000
गोंडबी 600 से700
अकरोट मगज 600 से 1200
किसमिस 300 से 400
खारिक 200 से 300
अंजीर 500 से 1000