अमरावती

लगातार बढ़ते संक्रमण के चलते जिले के १२५ गांवों की सीमाए सील

 ग्रामीण क्षेत्र में लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या

अमरावती/प्रतिनिधि दि.४ – कोरोना महामारी के पहले दौर में शहरी इलाकों में वायरस का कहर दिखाई दिया. वहीं अब ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना बाधितों की संख्या बढने लगी है. जिले में हर दिन ७० फीसदी कोरोना बाधित मरीज ग्रामीण क्षेत्र में पाए जा रहे. जबकि ३० फीसदी लोग शहरी इलाकों से कोरोना पॉजिटीव हो रहे है. ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ते संक्रमण प्रभाव को कम करने जिलाधीश शैलेश नवाल के आदेश से जिले के १५ गांवों की सीमाएं सील की गई है. इन सभी गांवों में कंटेनमेंट जोन अंतर्गत आवाजाही हेतु पाबंदियां लगाई है.
जिलाधीश शैलेश नवाल ने इस संबंध में बताया कि इस बार ग्रामीण क्षेत्र पर कोरोना का कहर बरपा रहा है. हर दिन सैकडों की तादाद में मरीज कोरोना पॉजिटीव हो रहे है. गांव में बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने अब सीमा बंदी के अलावा कोई अन्य उपाय नहीं है. इस कारण जिन गांव में ज्यादा से ज्यादा कोरोना बाधित मरीज पाए जा रहे है. उन गांव को सील करने का निर्णय लिया है. जिले के ८६० गांव में अब तक कुल १२५ गांव को सील लगाया है. आगामी समय में और भी गांवों को सील लगाया जा सकता है.

  •  हर गांव में बनेंगे हेल्थ व केयर सेंटर

जिले में ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना बाधित मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ सौम्य लक्षण वाले मरीजों को उपचार हेतु गांव में ही उपचार की सुविधा मुहैय्या हो इसके लिए तहसील स्तर पर कोविड केअर सेंटर तथा कोविड हेल्थ सेंटर का निर्माण किया जायेगा. फिलहाल वलगांव व मोझरी में कोविड केअर सेंटर क्रियान्वित है. उनके अलावा भी अन्य तहसीलों में यह सेंटर तैयार किए जाएंगे. साथ ही आगामी समय में जिले में बढ़ते कोरोना बाधितों को देखते हुए डॉ. राजेन्द्र गोडे इन्स्टीट्यूट तथा डॉ. ढोले अस्पताल को कोविड अस्पताल में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है. बता दे कि इन दोनों अस्पतालों में अब तक कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा था. किंतु जिले में अचानक कोरोना बाधितों की संख्या घटने से इन अस्पतालों को अस्थायी रूप के लिए बंद कर दिया था. लेकिन अब मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उन्हें दोबारा शुरू किया जा रहा है.

Related Articles

Back to top button