अमरावती

सेवामुक्ति के आदेश के चलते रापनि कर्मियों की संख्या घटी

अब तक 210 कर्मियों की सेवा समाप्त, 405 कर्मचारियों को किया निलंबित

अमरावती दि.7 – एसटी महामंडल के कर्मचारी विलिनीकरण की मांग को लेकर 6 नवंबर से राज्यव्यापी हडताल पर है. 2 हजार 404 कर्मचारियों में से अब तक 200 के करीब कर्मचारियों को एसटी महामंडल व्दारा सेवा मुक्त कर दिया गया है. एसटी महामंडल व्दारा की गई कार्रवाई के चलते एसटी कर्मचारियों की संख्या घटी है.
राज्य सहित जिले में एसटी महामंडल के विविध श्रेणी के 2 हजार 404 कर्मचारियों ने हडताल में सहभाग लिया. पिछले दो माह से कर्मचारियों व्दारा हडताल की जा रही है. हडताली कर्मचारियों को राज्य सरकार व प्रशासन व्दारा दबाव नीति का इस्तेमाल करते हुए कर्मचारियों को विविध प्रकार के प्रलोभन भी दिए गए किंतु कर्मचारी अब भी काम पर लौटने को तैयार नहीं है.

जिले के 375 कर्मचारी लौटे काम पर
पिछले दो माह से जारी एसटी कर्मचारियों की हडताल तोडने के लिए विविध प्रलोभन दिए गए. प्रलोभनों को स्वीकार कर जिले के 375 कर्मचारी काम पर वापस लौटे है. इन कर्मचारियों व्दारा कामकाज संभाला जाएगा. किंतु फिर भी लाल परी के पहिए थमे हुए ही है. हालांकि प्रोविजनल पिरेड अथवा सेवानिवृत्ति पर आए हुए कुछ वाहनचालक ड्यूटी पर तैनात हुए जिसके कारण कुछ बसें सडक पर दौडते हुए नजर आ रही है.

210 कर्मियोें को सेवा समाप्ती के आदेश
210 हडताली कर्मचारियों को चरणबद्ध तरीके से सेवामुक्ति के आदेश जारी किए गए है. जिसके चलते एसटी महामंडल में अब केवल 2200 कर्मचारी ही कार्यरत है. 210 कर्मचारी हमेशा के लिए सेवामुक्त कर दिए गए है ऐसा प्रशासन का कहना रहा है. इसके अलावा जिले के अब तक 405 कर्मचारियों को प्रशासन की ओर से निलंबन के आदेश जारी कर दिए गए है इनमें से 107 कर्मचारियों को कामगार आयुक्तालय के माध्यम से नोटिस भिजवायी गई है. जिनकी फिलहाल कामगार आयुक्तालय में सुनवाई जारी है.

जिले में 366 एसटी बसें
विभाग नियंत्रक श्रीकांत गभने ने कहा कि जिले में एसटी महामंडल की 366 बसें है. जो रोजाना सडक पर दौडकर करीब 1600 फेरियां पूर्ण करती है. जिससे प्रशासन को रोजाना 40 लाख रुपए की आमदनी प्राप्त होती है. किंतु वर्तमान में एसटी बसे बंद होने के चलते प्रशासन को रोजाना 40 लाख रुपए का नुकसान हो रहा है.

अब तक 24 करोड का नुकसान
पिछले दो माह से रापनि कर्मियों की हडताल के चलते 24 करोड का नुकसान अब तक महामंडल व्दारा हुआ है. कुछ कर्मचारियों के काम पर लौटने की वजह से जिले में नागपुर, वरुड, मोर्शी, परतवाडा मार्ग पर एसटी बसें शुरु की गई है. फिलहाल एसटी महामंडल की 20 बसे सडकों पर दौड रही है रोजाना 40 फेरिया बसों व्दारा की जा रही है. जिससे महामंडल को रोजाना 1.75 लाख की आमदनी हो रही है. जबकि रोजाना नियमित रुप से एसटी बसे चलाई जाती थी तब 40 लाख रुपए रोजाना आमदनी महामंडल को होती थी. पिछले 60दिनों से जारी हडताल के जरीए महामंडल को अब तक 24 करोड का नुकसान हुआ है.

हडताली कर्मचारियों से नुकसान वसूलने की तैयारी
एसटी महामंडल के कर्मचारियों व्दारा हडताल किए जाने पर जो नुकसान हुआ है उस आर्थिक नुकसान को हडताली कर्मचारियों से वसूलने की तैयारी महामंडल व्दारा दर्शायी गई है. जिन कर्मचारियों पर प्रशासन व्दारा अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है ऐसे कर्मचारियों से उनके पद के अनुसार हर दिन हुए नुकसान का आंकलन कर अब तक की नुकसान की वसूली की जाएगी. इस संदर्भ में प्रशासक्रिया प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है.

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