अमरावती

डफरीन की बत्ती गुल, नवजात बच्चों को लेकर बैठना पड रहा वर्‍हांडे में

अस्पताल मेें नाम के लिए है जनरेटर की सुविधा

* 6 माह से जनरेटर नहीं कर रहा काम
अमरावती/दि.10– स्थानीय जिला स्त्री अस्पताल में विगत रविवार को एक बार फिर काफी देर तक बिजली आपूर्ति खंडित रही. जिसके चलते वहां पर भर्ती रहने वाली गर्भवती व नवप्रसूता महिलाओं सहित नवजात शिशुओं और अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों को नाहक ही काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडा. वहीं बिजली गुल रहने के चलते कई गर्भवती महिलाएं व उनके रिश्तेदार नवजात बच्चों को लेकर अस्पताल के वर्‍हांडे में बैठे दिखाई दिए. क्योंकि बिजली गुल रहने की वजह से वार्ड में पंखे बंद पडे थे और वहां पर काफी गर्मी व उमस हो रही थी. पता चला है कि, ऐसे वक्त के लिए अस्पताल में करीब 6 माह पहले जनरेटर लगाया गया था. जिसे अब तक कार्यान्वित ही नहीं किया गया है. ऐसे में अस्पताल में लगाए गए जनरेटर को शोभा की वस्तु या सफेद हाथी कहा जा सकता है.

उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर में स्थित जिला स्त्री अस्पताल में ग्रामीण क्षेत्र के सभी सरकारी अस्पतालों से महिला मरीजों को रेफर किया जाता है. जिसके चलते कई बार यहां पर उपलब्ध बेड संख्या से भी अधिक गर्भवती व नवप्रसूता महिलाएं यहां पर इलाज हेतु भर्ती होती है. अस्पताल की ब्रिटीशकालीन इमारत में अब भी कई सुविधाओं को मरीज संख्या के लिहाज से अपर्याप्त कहा जा सकता है. साथ ही यहां पर विद्युत वायरिंग काफी पुरानी हो जाने के चलते बार-बार विद्युत आपूर्ति खंडित होने की घटनाएं घटित होती है. ऐसे समय अस्पताल में भर्ती रहने वाली गर्भवती व नवप्रसूता महिलाओं सहित उनके नवजात बच्चों की सुविधा को देखते हुए विद्युत आपूर्ति की पर्यायी व्यवस्था रहना बेहद जरुरी होता है. परंतु ऐसी कोई व्यवस्था यहां पर उपलब्ध नहीं है.

जानकारी के मुताबिक विगत रविवार को दोपहर 1 बजे के आसपास डफरीन अस्पताल की विद्युत आपूर्ति अचानक ही खंडित हो गई और अगले करीब डेढ व दो घंटे तक विद्युत आपूर्ति खंडित रही. ऐसे में वार्ड मेें होने वाली उमस व गर्मी से बचने हेतु कई महिलाएं अपने एक-दो दिन की उम्र वाले नवजात बच्चों को लेकर अस्पताल के वर्‍हांडे में आकर बैठ गई, ताकि वहां पर थोडी बहुत हवा मिल सके.

* डफरीन अस्पताल परिसर की डीपी में ऑइल बदलने के लिए विद्युत आपूर्ति को खंडित किया गया था और कुछ समय के लिए ही बिजली गुल थी. जिसे थोडी देर बाद पूर्ववत कर दिया गया. वहीं अस्पताल में लगे जनरेटरको शुरु करने हेतु सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग को पत्र देने के बाद भी उक्त जनरेटर को अब तक शुरु नहीं किया गया है.
– डॉ. विनोद पवार,
वैद्यकीय अधीक्षक,
डफरीन अस्पताल.

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