इच्छापूर्ति दुर्गामाता मंदिर में दुर्गा महोत्सव का शुभारंभ
लाखों भक्तों का श्रद्धास्थान इच्छापूर्ति दुर्गा माता
दर्यापुर/दि.7-तहसील के गणेशपुर गांव में स्थित इच्छापूर्ति दुर्गामाता मंदिर लाखों भक्तों का श्रद्धास्थान है. इस मंदिर की स्थापना स्व.विठ्ठलदासजी पनपालीया ने 2004 में स्व.श्री.सेठ मदनगोपाल पनपालिया चँरिटेबल ट्रस्ट 2.नं.ई .464 गणेशपूर इस ट्रस्ट द्वारा की. ढाई एकड की जगह में यह मंदिर स्थापित है. मंदिर में दुर्गा माता की संगमरमर की मूर्ति है. मंदिर में नवरात्रि के दौरान भक्तों की भीड उमडती है.
दर्यापुर के महज 2 कि.मी. दूरी पर स्थित गणेशपुर के गांव में प्रकृतिरम्य वातावरण में इच्छापूर्ति देवी का मंदिर है. इस मंदिर में प्रवेश करते समय बांयी ओर शिव दरबार है. इसमें शिवलिंग, शंकर पार्वती, गणेशजी, नंदी, आदि सभी मूर्तियां स्थानापन्न हुई है. इसके साथही दायीं ओर राम दरबार ने पंचमुखी हनुमान, राम, लक्ष्मण, सीता की आकर्षक संगमरमर की मूर्ति सभी का ध्यान आकर्षित करती है. मंदिर के सामने बुजुर्गों को बैठने के लिए विविध प्रकार की बैठक व्यवस्था की गई है. मंदिर परिसर विविध फूलों से सजा है. यहां पर भक्तों के लिए ट्रस्ट की ओर से प्याउ की व्यवस्था की गई है. तथा भक्तों के लिए सामूहिक भोजन व डिब्बा पार्टी करने के लिए टीन शेड बनाया है. यहां पर पूरे साल भर भक्तों की भीड उमडती है. इस मंदिर की निर्मिती संगमरमर के पत्थरों से राजस्थानी बनावट की है. मंदिर का निर्माण करने के लिए खासतौर पर राजस्थान से कारीगरों को बुलाया गया था. संस्था के अध्यक्ष के रूप में बालकिसन पनपालिया, राजेश पनपालिया, सुनील खटोड, किसनगोपाल भट्टड आदि मंदिर का कामकाज देख रहे है. नवरात्रि में मंदिर परिसर को यात्रा स्वरूप प्राप्त होता है.
* 1551 दीये की अखंड मनोकामना ज्योत
नवरात्रि उत्सव में ईच्छापूर्ती मंदिर में 1551 दीयों की अखंड मनोकामना ज्योत सहभागी भक्तों द्वारा प्रज्वलित की जाती है. तथा 12 महीने हर मंगलवार की शाम मंदिर में महाप्रसाद का आयोजन किया जाता है, यह जानकारी विश्वस्त राजूभाऊ पनपालिया ने दी.