अमरावती

दीपावली के समय बाहरगांव से आनेवालों की संख्या बढी, टेस्ट की संख्या रही स्थिर

अधिकांश स्थानों पर सैम्पल संकलन केंद्र भी बंद

  • बाजारों में बढ रही भीडभाड, सोशल डिस्टंqसग के नियमों का हो रहा उल्लंघन

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२३ – हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दीपावली पर्व पर बडी संख्या में लोगों का अपने घरों तथा नातेदारों व रिश्तेदारों के यहां आना-जाना हुआ और बाहरगांव से अमरावती आनेवाले लोगोें की संख्या अच्छीखासी रही. किन्तु कोरोना काल के प्रारंभ में जिस तरह बाहरगांव से आनेवाले हर एक व्यक्ति का थ्रोट स्वैब सैम्पल लेकर उसकी कोविड टेस्ट करवायी जाती थी. वैसा इस बार बिल्कूल भी नहीं हुआ. बल्कि पहले की तुलना में अब कोविड टेस्ट की संख्या काफी हद तक घट गयी है. वहीं दूसरी ओर शहर के बाजारों में इन दिनों काफी भीडभाड का आलम है और लोगबाग बिना मास्क पहने घूमते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी उल्लंघन कर रहे है. ऐसे में जहां एक ओर इन दिनों कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होता दिखाई दे रहा है, वहीं दूसरी ओर आनेवाले वक्त में कोरोना की दूसरी लहर आने की संभावना भी दिखाई दे रही है. ऐसे में कोरोना टेस्टिंग की संख्या व प्रमाण को पहले की तरह बढाया जाना बेहद जरूरी है. ज्ञात रहे कि, जिले में विगत सितंबर माह के दौरान कोरोना को लेकर हालात काफी विस्फोटक हो गये थे और एक माह में ही ९ हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये थे.

जिसके चलते प्रशासन सहित सभी नागरिकों में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त हो गया था और जिले में कोरोना संक्रमण के लिहाज से हायअलर्ट जारी कर दिया गया था. जिसके परिणाम स्वरूप अक्तूबर माह से कोरोना के संक्रमण की रफ्तार घटनी शुरू हुई, लेकिन संक्रमितों की संख्या घटते ही लोगबाग कोरोना को लेकर काफी बेफिक्र और लापरवाह हो गये और लोगों ने मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना बंद कर दिया. इसी बीच दीपावली का त्यौहार भी आया और बाजार में खरीददारी के लिए लोगों की भारी भीड उमडी. जिससे एक बार फिर कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना पैदा हो गयी. साथ ही लोगबाग टेस्ट करवाना भी टालने लगे और टेस्ट की संख्या घटने के साथ ही कई स्थानों पर थ्रोट स्वैब सैम्पल संकलन हेतु शुरू किये गये केंद्र भी बंद किये गये. इसके अलावा प्रशासन द्वारा भी प्रोटोकॉल के अनुसार कोविड टेस्ट शुरू किये जाने की वजह से कोरोना संक्रमित मरीजोें की संख्या घटी. लेकिन इस दौरान दीपावली पर्व के काल में हुई भीडभाड के बीच सुपर स्प्रेडर व्यक्ति व एसिम्टोमैटिक मरीज घुमने की वजह से कोरोना का संक्रमण दुबारा फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है.

  • अब कोई भी करा सकेगा आरटी-पीसीआर टेस्ट

जिले में अक्तूबर माह से थ्रोट स्वैब सैम्पल देने और टेस्ट कराने हेतु सैम्पल संकलन केंद्रों पर लोगों की भीड कम होनी शुरू हुई. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेस्ट के लिए प्रोटोकॉल भी घोषित किया गया और प्रोटोकॉल के अनुसार टेस्ट शुरू किये जाने के चलते कई लोगों को बिना टेस्ट कराये ही वापिस जाना पडा. लेकिन अब कोरोना संक्रमण की बढती रफ्तार और दूसरी लहर को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य संचालक कार्यालय द्वारा कोरोना टेस्ट की संख्या व क्षमता बढाने के निर्देश जिला प्रशासन को दिये गये है. जिसके चलते कोई भी व्यक्ति अपनी कोरोना टेस्ट करा सकता है. इस समय सभी शिक्षकों के लिए कोरोना टेस्ट करना अनिवार्य किया गया है. जिसकी वजह से बीते चार-पांच दिनों से सभी संकलन केंद्रों पर अच्छीखासी भीड दिखाई दे रही है. साथ ही कोरोना संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा एक बार फिर सभी संकलन केंद्रों को पहले की तरह शुरू किये जाने का निर्णय लिया गया है.

  • अब तक ऐसे ही हुई कोविड टेस्ट

१. आरटी-पीसीआर – विद्यापीठ लैब द्वारा अब तक ५४ हजार ४५५, पीडीएमसी लैब द्वारा ४ हजार १२८ तथा निजी कोविड लैब द्वारा ४ हजार ३९४ थ्रोट स्वैब सैम्पल जांचे गये.
२. रैपीड एंटीजन – जिले के शहरी क्षेत्र में ३० हजार ६७७ व ग्रामीण क्षेत्र में १६ हजार ९३० थ्रोट स्वैब सैम्पलों की रैपीड एंटीजन टेस्ट की गई है.
३. टू्रनेट – जिले में दो स्थानों पर कार्यान्वित टू्रनेट मशीन द्वारा अब तक ६१२ सैम्पलों की जांच किये जाने की जानकारी जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय द्वारा दी गई है.
४. जिले में अब तक कुल १ लाख ११ हजार १९६ थ्रोट स्वैब सैम्पलों की जांच की गई है. जिसमें से अब तक ६८० सैम्पलों की रिपोर्ट मिलना बाकी है.

१. नवंबर में १२ हजार ६५ लोगों की कोरोना जांच हुई.
२. जारी माह में ७७२ मरीज कोरोना संक्रमित मिले.
३. अब तक कुल १६ हजार ४४० लोग हो चुके है कोविड मुक्त.
४. इस समय २०७ एक्टिव पॉजीटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

कोविड टेस्ट की संख्या घटायी नहीं गयी है और थ्रोट स्वैब सैम्पल संकलन केंद्र पर आनेवाले सभी लोगोें की जांच की जा रही है. ऐसे में यदि किसी भी व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य को लेकर कोई संदेह है, तो वे अपना थ्रोट स्वैब सैम्पल जांच हेतु देकर अपनी कोविड टेस्ट करवा सकते है.

Related Articles

Back to top button