अमरावती

लॉकडाउन के दौर में कृषि मंडी में हो रही काफी कम आवक

कोरोना भय के चलते लोग अब भी घर से बाहर निकलने से कतरा रहे

  • दो दिन बाद मंडी में 7 हजार की हुई आवक

अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ – कोरोना महामारी का असर कृषि मंडी पर भी देखने को मिल रहा है. भले ही कृषि मंडी में रोजाना अनाज और सब्जियों का आवक हो रही है. लेकिन यहा आवक भी नहीं के बराबर ही नजर आ रही है. कोरोना के चलते घोषित किया गया लॉकडाउन में जहा कृषि मंडी में अनाज की आवक बडे पैमाने पर हो रही है. लेकिन लॉकडाउन से पूर्व के दौर में जो अनाज की आवक मंडी में हो रही थी उस आवक का आंकडा भी फिलहाल नजर नहीं आ रहा. कोरोना महामारी के भय के चलते लोग अब भी घर से बाहर निकलने से कतरा रहे है.
यहा बता दें कि, अमरावती कृषि मंडी मेें जिले के दुरदराज इलाकों में रहने वाले किसान अपना कृषि माल बेचने के लिए लाते है. यहां पर किसानों के कृषि माल को उचित दाम दिये जाते है. जिसके चलते किसान यहा की मंडी में आकर अपनी कृषि उपज की बिक्री करते है. यहा की अनाज मंडी सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलती है. सुबह 10 बजे किसानों के माल की निलामी की जाती है. वहीं प्रात: 3 बजे से सुबह 8 बजे तक भाजी बाजार चालू रहता है. कृषि मंडी के सचिव ंडोईफोडे ने बताया कि, लॉकडाउन से पहले कृषि मंडी ने रोजाना 25 से 30 हजार की आवक हो रही थी. लेकिन जैसे ही कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन घोषित किया उसके बाद से मंडी में आवक कम होने लगी है. हालिया घडी में रोजाना 1 हजार रुपए तक आवक हो रही है. बाहर से जो किसान कृषि माल बेचने के लिए मंडी में आ रहे है. वो किसान ज्यादातर जरुरतमंद होते है. जिन्हें इस विपदा की घडी में पैसों की जरुरत पडती है, वे ही किसान मंडी में फसल बेचने के लिए आ रहे है. जबकि अन्य किसान कोरोना महामारी के भय से अभी भी घर से बाहर निकलने के लिए कतरा रहे है. मंडी प्रशासन की ओर से रोजाना किसानों की कृषि माल की निलामी की जा रही है. फिलहाल कोई भी ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया नहीं चल रही है. केवल सब्जियों को लेकर ही ऑनलाइन प्रक्रिया चल रही है. लेकिन इसमें भी ग्राहकों द्बारा ऑनलाइन सब्जियां मंगवाने पर उनको घर पहुंच सब्जियां उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है. सब्जियां यह खराब होने वाली चीज है, इसलिए सब्जियों को उसी दिन बिक्री करना बेहद जरुरी होता है.

Related Articles

Back to top button