अमरावती/दि.26- दशहरे को मुहूर्त की मान्यता है. इस दिन विदर्भ में सोना के रुप में विशेष पौधे के पत्ते वरिष्ठ को देकर उनका आशीष लिया जाता है. ऐसे ही अपने इष्ट देवता को भी यह ‘सोना’ अर्पण किया जाता है. उधर सराफा बाजार में कीमती धातु की खरीदी का प्रचलन रहा है. किंतु इस बार बाजार सूत्रों के मुताबिक बिक्री की दृष्टि से दशहरा की ग्राहकी कुछ खास नहीं रही. इन्हींं सूत्रों ने बताया कि सराफा के बाहर बडे शोरुम में थोडी बहुत ग्राहकी देखी गई. दशहरे के मुकाबले नवरात्रि दौरान ग्राहकी ठीक रहने की जानकारी सराफा असो. के एक पदाधिकारी ने दी.
* रेट बढे थे
दशहरे पर देशभर में स्वर्ण खरीदी का अवसर माना जाता है. इस बार भाव 62500 रुपए प्रति 10 ग्राम रहा था. जानकारों के अनुसार भाव बढने से भी ग्राहकी पर थोडा असर हुआ. चांदी के सामान की भी विक्री सीमित रहने की जानकारी एक प्रमुख व्यापारी ने अमरावती मंडल से चर्चा दौरान दी. उन्होंने यह भी कहा कि अब दिन विशेष की बजाए जब उपभोक्ता की जेब में खनखनाते सिक्के रहते हैं, तब विक्री होती है. यह भी कहा गया कि पश्चिम विदर्भ में अभी कास्तकार के हाथों में फसलों का पैसा नहीं आया है, जिससे सराफा मार्केट में खास चहल-पहल नहीं दिखाई दी.
* धनतेरस से आशा
सराफा असो. के पदाधिकारी ने बताया कि अब धनतेरस और उससे पहले पुष्य नक्षत्र पर ग्राहकी की सराफा व्यवसायियों को उम्मीद है. लग्न सरा की ग्राहकी खुलने की भी आशा है. व्यापारियों ने बतााया कि रेट बढने से पिछले 2-3 वर्षो में कम वजन के नैकलेस, झुमके, कान के और अन्य गहने गढे जा रहे हैं. जिनकी अच्छी डिमांड मुहूर्त खरीदी पर रहती है.
* शोरुम में ग्राहकी बढी
सराफा की तुलना में परकोटे के बाहर की ज्वेलरी शोरुम में अच्छी ग्राहकी होने के दावे संचालकों ने अमरावती मंडल से चर्चा दौरान किए. फिर वह कुबडे ज्वेलर्स हो या एकता आभूषण अथवा महालक्ष्मी ज्वेलर्स. शोरुम ग्राहकी सतत बढने का दावा सराफा के एक जानकार ने किया.