अमरावती

मराठी भाषा का संवर्धन प्रत्येक मराठी भाषिकों का कर्तव्य

प्रा. अरुण बुंदेले का प्रतिपादन

अमरावती/दि.1- संतों व्दारा विविध अभंगो व ग्रंथों की रचना मराठी भाषा में की गई. सभी लेखक व कवियों ने भी अपनी रचनाएं मराठी भाषा में लिखी. मराठी भाषा यह सही मायनों में राज्य की संपत्ति है इसका जतन व संवर्धन करना प्रत्येक मराठी भाषिक का कर्तव्य है ऐसा प्रतिपादन प्रा. अरुण बुंदेले ने व्यक्त किया. वे खामगांव स्थित सु.रा. मोहता महिला महाविद्यालय में मराठी विभाग व्दारा आयोजित मराठी गौरव दिवस के उपलक्ष्य में ऑनलाइन बोल रहे थे.
प्राचार्या डॉ. स्वाती चांदे की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रुप में प्रा. अरुण बुंदिले उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत में सर्वप्रथम कवि वि.वा. शिरवाडकर उर्फ कुसूमाग्रज की प्रतिमा का पूजन प्राचार्या डॉ. स्वाती चांदे के हस्ते किया गया. प्रास्ताविक व अतिथियोें का परिचय प्रा. डॉ. हेमा जवंजाल ने करवाया. इस अवसर पर महिला विद्यालय के सभी प्राध्यापक, प्राध्यापिका व विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे.

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