कल पीएम मित्र टेक्सटाईल पार्क का ई-भूमिपूजन
वस्त्रोद्योग मंत्रालय देगा प्रोत्साहन सहायता
* 703 करोड की लागत, आएंगे हजारों करोड के प्रकल्प
* 50 हजार प्रत्यक्ष रोजगार का दावा
अमरावती/दि.19- पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाईल रिजन्स एंड अपेरल पीएम मित्र पार्क का ई भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल दोपहर 12 बजे वर्धा के स्वावलंबी मैदान से करेंगे. 703 करोड की लागत से लगभग 1120 हेक्टेअर में प्रशस्त पीएम मित्र प्रकल्प को अमरावती और क्षेत्र के औद्योगिक विकास में मील का पत्थर बताया जा रहा हैं. प्रदेश के उद्योग विभाग व्दारा इस प्रकल्प को केंद्र शासन की आर्थिक मदद से क्रियान्वीत किया जा रहा. जिसमें हजारों करोड के वस्त्रोद्योग आने की आशा उद्योग मंत्री उदय सामंत ने व्यक्त की. उन्होंने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि पीएम मित्र में 50 हजार प्रत्यक्ष रोजगार का निर्माण होगा. अप्रत्यक्ष रोजगार की संख्या लाखों में होने का दावा किया गया हैं.
बेलोरा से 38, बडनेरा से 33 किमी दूर
नांदगांव पेठ के पास प्रस्तावित पीएम मित्र प्रकल्प को लेकर उद्योग विभाग ने अब तक 410 हेक्टेअर जमीन अधिग्रहित कर ली हैं. यह स्थान बेलोरा विमानतल से 38 और बडनेरा रेल्वे स्टेशन से सिर्फ 33 किमी फासले पर हैं. नागपुर के बाबासाहब आंबेडकर आंतराष्ट्रीय विमानतल की यहां से दूरी केवल 125 किमी हैं. 1076 हेक्टेयर में विकसीत अतिरीक्त औद्योगिक क्षेत्र भी वर्तमान टेक्टाईल पार्क से सटा हैं.
मूलभूत सुविधाएं मंजूर
पीएम मित्र के लिए मूलभूत सुविधाओं के कामों के 515 करोड मंंजूर हो गए हैं. पहले चरण में सडक, जलापूर्ति, स्ट्रीट लाईट, इंडस्ट्रीज से निकरने वाले वेस्ट संकलन और यातायात की सुविधाओं को पूर्ण किया जा रहा हैं. 111 करोड 76 लाख के टेंडर मंजूर हो गए हैं. पर्यावरण की मंजूरी के लिए विशेषज्ञ समिति के सामने रखा गया हैं. यहां प्रकल्प लगाने के लिए वस्त्रोद्योग मंत्रालय स्पर्धात्मक प्रोत्साहन सहायता देगा. 100 करोड से अधिक के निवेश यहां होने वाले हैं. भविष्य में 8 हजार करोड से अधिक निवेश और 1 लाख से अधिक रोजगार निर्माण का लक्ष्य रखा गया हैं.
आपूर्ति चेन मजबूत करना
एकीकृत टेक्सटाईल पार्क में महिलाओं को बडे प्रमाण में रोजगार के अवसर पैदा होगे.
देशज और विदेशी दोनों प्रकार के निवेश अपेक्षित हैं.
आपूर्ति चेन मजबूत करते हुए स्पिनिंग, बुनाई, प्रोसेसिंग, रंगाई और वस्त्र उत्पादन आदि पूर्ण कर अंतराष्ट्रीय मापदंड पर खरे उतरे कपडे को विश्व मार्केट में पूनः स्थान दिलाने में सहायता होगी. परिसर के विकास से प्रादेशिक संतुलन को भी प्राप्त किया जाएगा. आधुनिक तकनीक एवं पर्यावरण अनुकूल तकनीक का अवलंब किया जाएगा.