अमरावतीविदर्भ

पुलिस के लिए कमाई का जरिया बनी ई-पास

भाजपा जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी (Nivedita Chaudhary) ने लगाया आरोप

अमरावती केंद्र सरकार द्वारा ई-पास को बंद करने का आदेश दिये जाने के बावजूद भी महाराष्ट्र में आंतरजिला यात्रा हेतु ई-पास की व्यवस्था खत्म नहीं की गई है. और इस जरिये पुलिस द्वारा लोगों से अवैध तरीके से धनउगाही की जा रही है. इस आशय का आरोप भाजपा जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी ने लगाया है. साथ ही मांग की है कि, महाराष्ट्र में जल्द से जल्द ई-पास को बंद किया जाना चाहिए.

निवेदिता चौधरी द्वारा जारी किये गये परिपत्रक में कहा गया है कि, हर एक चेक पाइंट पर जिन लोगों के पास ई-पास नहीं होती, उनसे पुलिस द्वारा जिला प्रवेश के लिए १००-२०० रूपये लिये जाते है. ऐसे में ई-पास के रहने अथवा नहीं रहने का आंतरजिला यात्रा के लिए कोई फायदा या फर्क नहीं पड रहा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, यदि किसी मरीज को भी निजी वाहन के जरिये नागपुर अथवा अन्य जिले में ले जाया जाता है, तो चेक पॉइंट पर पुलिसवालों द्वारा चेकिंग के नाम पर ई-पास नहीं रहनेवाले वाहनों को काफी देर तक रूकवाया जाता है और उनसे आगे जाने हेतु पैसे लिये जाते है. चेकिंग पाइंट पर होनेवाली देरी की वजह से अब तक कुछ स्थानों पर मरीजों की मौत होने की घटनाएं भी सामने आयी है.

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