अमरावती/ दि.11- राशन दुकान से अनाज बांटने के लिए ई-पॉश मशीन को उपयोग शुरु होने को छह वर्ष बीत चुके है. एक तरफ 5-जी का तकनीकी ज्ञान आ चुका है. वहीं 2-जी की सुविधा रहने वाली ई-पॉश का उपयोग करते समय अनाज दुकानदारों को विभिन्न समस्या का सामना करना पडता है. इसका उपाय निकालते हुए अब आगामी 2-3 माह में 4-जी की स्पीड ई-पॉश नई मशीन को मिलेगी. साथ ही डेबीड कार्ड का पर्यायी रास्ता भी उपलब्ध होगा.
अनाज वितरण व्यवस्था में पारदर्शीता आये इसके लिए 6 वर्ष पूर्व 2016 में ई-पॉश मशीन उपलब्ध कराई गई, तब से लाभार्थियों के उंगलियों के निशान लेकर अनाज वितरण किया जाता है. बदलते तकनीकी ज्ञान के अनुसार यह मशीन भी अपडेट होना अपेक्षित है. इस दिशा में अब राज्य के अनाज आपूर्ति विभाग ने हलचल शुरु की. अब इसके लिए तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. जिसके कारण आगामी 2 से 3 माह में याने सामान्य तौर पर मार्च-अप्रैल माह में 4-जी तकनीकी ज्ञान रहने वाली ई-पॉश मशीन राशन दुकानदारों को उपलब्ध कराई जाएगी. इससे 2-जी का सिरदर्द खत्म होगा.
अंगुठे का निशान नहीं लिया तो भी नो टेंशन
इस मशीन के साथ आयरिस स्कैनर भी दिया जाएगा. वरिष्ठ नागरिकों के अंगुठे के निशान ई-पॉश मशीन पर नहीं आ पाता. इसके लिए आयरिस कैनर मशीन का उपयोग किया जाएगा. आधार कार्ड पर जिस तरह रेटीना स्कैन होता है, ठीक उसी तरह स्कैनिंग में होगा. इसकी वजह से अब अंगुठे का निशान मशीन ने नहीं लिया, तो भी परेशानी नहीं होगी.
अनाज का वजन भी होगा कनेक्ट?
ई-पॉश मशीन पर लाभार्थी के अंगुठे का निशान लेने पर उसे जिस योजना के तहत अनाज मिलता है, उसके अनुसार वितरित किया जाएगा. नई आने वाली मशीन में वजन मशीन भी कनेक्ट करने का विचार शुरु है. इस तरह का अत्याधुनिक वजन काटा भी उपलब्ध कराया जाएगा, इस तरह लाभार्थी को कितना अनाज दिया गया, इसकी जानकारी ऑनलाइन दर्ज होगी, अनाज कम दिया, इसकी शिकायत कम होगी.
किस तहसील में कितने राशन दुकान?
अचलपुर- 106, अमरावती- 106, मनपा क्षेत्र- 162, अंजनगांव सुर्जी- 123, चांदूर बाजार- 143, चांदूर रेलवे- 81, चिखलदरा-152, धामणगांव रेलवे- 98, धारणी- 150, मोर्शी- 105, नांदगांव खंडेश्वर- 138, भातकुली-134, तिवसा- 88, वरुड-124 ऐसे कुल 1914 राशन दुकान है. इसके अलावा 22 में से 18 शासकीय गोदाम में भी फिलहाल 2-जी ई-पॉश मशीन से काम किया जा रहा है.