अचलपुर, दर्यापुर, अंजनगांव व चिखलदरा परिसर में भूकंप
कुछ सेकंडों के लिए कांपी धरती
* सौम्य झटके किये गये महसूस
* अलमारियों में रेख बर्तन व सामान गिरे
* रिक्टर स्केल पर 4.2 की तीव्रता रहने की जानकारी
अमरावती /दि.30- आज दोपहर बाद अमरावती जिले के अचलपुर, दर्यापुर, अंजनगांव व चिखलदरा तहसील क्षेत्र में कुछ देर के लिए भूकंप के सौम्य झटके महसूस हुए. रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 4.2 रहने की जानकारी सामने आयी है. हालांकि इसकी अब तक अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है. वहीं जिले के विभिन्न तहसील क्षेत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज दोपहर 2 बजे के आसपास उक्त तीनों तहसील क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों में अचानक ही जमीन के नीेच कंपन महसूस होना शुरु हुआ तथा इस थर्राहट की वजह से घर की अलमारियों में रखे बर्तन व अन्य साजो-सामान नीचे जमीन पर आ गिरे. जिसके चलते किसी अनिष्ट की आशंका से घबराकर लोगबाग अपने-अपने घरों से निकलकर बाहर आ गये तथा देखते ही देखते सोशल मीडिया के जरिए जिले के अलग-अलग इलाकों में भूकंप आने को लेकर कई तरह की खबरें फैलनी शुरु हो गई. वहीं दूसरी ओर इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल द्वारा खबर की पुष्टि व पडताल करने हेतु संपर्क किये जाने पर निवासी उपजिलाधीश अनिल भटकर ने बताया कि, जिले के अचलपुर, परतवाडा, चिखलदरा व दर्यापुर सहित अंजनगांव सुर्जी तहसीलों के कुछ इलाकों मेें भूकंप के झटके महसूस होने की जिला प्रशासन को सूचना मिली है तथा इसकी वजह से कही से भी किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है. भूकंप का केंद्र चिखलदरा तहसील में आमझरी व टेटू गांव के बीच रहने की जानकारी देते हुए आरडीसी अनिल भटकर ने बताया कि, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 रहने की प्राथमिक जानकारी सामने आयी है. साथ ही इसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा और भी विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है.
इस संदर्भ में मिली विस्तुत जानकारी के मुताबिक आज दोपहर 1.33 बजे आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र की धारणी तहसील अंतर्गत रवान गांव में करीब 3 सेकंड के लिए भूकंप के झटके महसूस किये गये. जब गांव की किराणा दुकान का शटर अपने आप ही खडखडाने लगा. साथ ही गांव की स्कूल में पढने वाले बच्चों ने भी जमीन पर बैठे रहते समय अपने नीचे जमीन को कांपती हुई महसूस किया. इसके साथ ही चिखलदरा तहसील क्षेत्र के भी कई गांवों में भूकंप के सौम्य झटके 5 से 30 सेंकड तक महसूस होते रहे. जिसकी वजह से कई कच्चे मकानों की दीवारों में दरारे भी पड गई और घर की आलमारियों में रखा साजोसामान नीचे गिरकर अस्त व्यस्त हो गया. जिसके चलते सभी आदिवासी बहुल गांवों में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त हो गया.
इसके अलावा अचलपुर तहसील के हनवतखेडा खोजनपुर नायगांव, बोर्डी, रासेगांव, चमक बु., चमक खु., बोपापुर व एकलासपुर परिसर में भी कुछ पलों के लिए जमीन कांपती व थर्राती रही. जिसके चलते कई नागरिकों के घर की छतों पर लगे कवेलू तथा घर के भीतर अलमारियों में रखे बर्तन-भांडे नीचे जमीन पर आकर गिरे. इसके साथ ही दर्यापुर तहसील क्षेत्र में भी कई घरों में रहने वाले लोगों व दुकानदारों ने भूकंप के झटके को महसूस किया. जिसके बाद लोगबाग अपने-अपने मकानों व दूकानों से निकालकर बाहर आ गये. इसके साथ ही स्कूलों व कॉलेजों में पढने वाले बच्चों को भी तुरंत अवकाश देकर शिक्षा संस्थाओं की इमारतों से बाहर निकाला गया.
इसके साथ ही यह जानकारी भी सामने आयी कि, अंजनगांव सुर्जी शहर के बालाजी नगर, सावकरपुरा, जुना स्टैंड, काठीपुरा, पान अटाई, पांच पावली व शनिवार पेठ क्षेत्र सहित तहसील के लखाड, चौसाला, पांढरी खानमपुर, हंतोडा, मोहबतपुर, कारला व खिराडा जैसे ग्रामीण इलाकों में भूकंप के झटके कुछ पलों के लिए महसूस किये गये. जिस वक्त अंजनगांव सुर्जी शहर व तहसील परिसर में भूकंप महसूस हुआ, उस समय अंजनगांव सुर्जी की तहसीलदार श्रीमती सोलंके अपने कार्यालय मेें ही उपस्थित थी तथा खुद उन्होनें भी तहसील कार्यालय परिसर में जमीन के नीचे हो रही थर्राहट को महसूस किया.
इस बीच सोशल मीडिया पर जिले के कुछ ग्रामीण इलाकों में भूकंप आने की खबर के वायरल होते ही अन्य तहसील व ग्रामीण क्षेत्रों में भी भूकंप के झटके महसूस होने के दावे वाली खबरें सामने आने लगी. इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल द्वारा तुरंत ही जिला प्रशासन से संपर्क किये जाने पर निवासी उपजिलाधीश अनिल भटकर ने कहा कि, उनके पास फिलहाल अचलपुर, दर्यापुर, अंजनगांव व चिखलदरा तहसील क्षेत्र में दोपहर 2 बजे के आसपास कुछ पलों के लिए भूकंप के सौम्य झटके महसूस होने की खबर आयी है. इसके अलावा जिले में कहीं पर भी भूकंप महसूस नहीं किया गया. साथ ही आरडीसी भटकर ने यह भी कहा कि, अचलपुर, दर्यापुर, अंजनगांव व चिखलदरा तहसील क्षेत्रों में दोपहर 2 बजे के आसपास कुछ पलों के लिए महसूस किये गये भूकंप की वजह से जानोमाल के नुकसान की कोई खबर फिलहाल तक नहीं है. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा संबंधित तहसील प्रशासनों से संपर्क करते हुए हालात का जायजा लिया जा रहा है. साथ ही आरडीसी भटकर ने यह आवाहन भी किया कि, भूकंप को लेकर सोशल मीडिया के जरिए किसी भी तरह की बेसिर पैर वाली खबरें न फैलाई जाये तथा नागरिकों द्वारा किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान भी न दिया जाये.
* परतवाडा में मचा अच्छा खासा हडकंप
परतवाडा शहर में आज दोपहर करीब 1.39 मिनट पर भूकंप के सौम्य झटके महसूस किये गये. शहर के सदर बाजार निवासी सतीश व्यास तथा हरगोविंद निवासी डॉ. गजानन रेवस्कर ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि, उनके घरों सहित आसपास के मकानों में अलमारी के भीतर रखी वस्तुएं जमीन पर आ गिरी. साथ ही शोकेस में कांच भी भूकंप के झटकों की वजह से बुरी तरह हिल रहे थे. दोपहर बाद परतवाडा शहर में भूकंप के झटके महसूस होते ही शहर में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त हो गया तथा लोगबाग अपने घरों व दुकानों से निकलकर बाहर आ गये. जानकारों के मुताबिक परतवाडा एवं अचलपुर शहर में महसूस हुए भूकंप के झटकों की तीव्रता 1.45 रिक्टर थी. वहीं चिखलदरा के निकट खटकाली गांव के पास ही भूकंप का केंद्र रहने के चलते वहां रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.2 रहने की जानकारी सामने आयी है. चूंकि वह स्थान परतवाडा से करीब 50-60 किमी की दूरी पर स्थित है. अत: परतवाडा में महसूस हुए भूकंप के झटके कुछ हद तक सौम्य रहे.
* चिखलदरा में एसटी बस बाल-बाल बची
– भूकंप के चलते पहाडी से चट्टान खिसककर नीचे गिरी
इसी बीच यह जानकारी भी सामने आयी है कि, चिखलदरा तहसील अंतर्गत धारगढ-खटकाली मार्ग के बीच भूकंप के चलते पहाडी की चट्टान खिसककर रास्ते पर आ गिरी. इस समय मौके से गुजर रही राज्य परिवहन निगम की बस क्रमांक एमएच-07/सी-9482 का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है. लेकिन सौभाग्य से इस घटना के चलते कोई बडा हादसा घटित नहीं हुआ.
* भूकंप को लेकर कई सीसीटीवी फूटेज भी आये सामने
आज दोपहर 2 बजे जिले के विभिन्न हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किये गये. जिन्हें लेकर अलग-अलग गांवों से सीसीटीवी फुटेज भी सामने आये है. जिनमें भूकंप के समय हुए कंपन को साफ तौर पर देखा जा सकता है.
* मेलघाट के पहाडों में चल रहे उत्खनन से भूकंप आने की चर्चा
जिले के परतवाडा, धारणी, चिखलदरा, दर्यापुर व अंजनगांव तहसील क्षेत्रों में महसूस किये गये भूकंप का सीधा संबंध क्षेत्रवासियों द्वारा सीधे तौर पर इन तहसील क्षेत्रों से सटे मेलघाट के पहाडी क्षेत्र विविध विकास कामों हेतु किये जा रहे उत्खनन के साथ जोडा जा रहा है. परिसर में चल रही चर्चाओं के मुताबिक विभिन्न विकास कामों हेतु मेलघाट क्षेत्र की पहाडियों को कांटने का काम किया जा रहा है. जिसके चलते इस क्षेत्र का भौगोलिक संतुलन बिगड रहा है तथा इस वजह से ही इससे पहले भी धारणी में भूकंप के झटके महसूस किये गये थे और आज भी मेलघाट की धारणी व चिखलदरा तहसील सहित सतपुडा की पहाडियों की तलहटी पर बसें तहसील क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किये गये है. हालांकि जिला प्रशासन सहित भूवैज्ञानिकों द्वारा अब तक भूकंप की इस वजह को लेकर अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है, बल्कि भूकंप का केंद्र रहने वाले परिसर की भूगर्भीय हलचलों के संदर्भ में अध्ययन किया जा रहा है.