आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने लौटाई ऑडिट रिपोर्ट
मांगी विस्तृत जानकारी, युनियन बैंक में घोटाले का मामला
अमरावती/दि.13- करोडों रुपयों की हेराफेरी के मामले में प्रकाश में आयी युनियन बैंक की राजापेठ शाखा की जांच कर रही शहर आर्थिक अपराध शाखा पुलिस के दल को ऑडिट रिपोर्ट सौंपी है, मगर ऑडिट रिपोर्ट में कुछ त्रुटियां पाई जाने के कारण कानूनी विशेषज्ञों की सलाह पर आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने वह ऑडिट रिपोर्ट बैंक प्रबंधन को वापिस लौटा दी. इसके साथ ही जो 22 खातेदारों के नाम गिरवी रखा असली सोना की जगह नकली पकडाए जाने का मामला सामने आया. उन सभी खातेदारों ने 20 तारीख से युनियन बैंक में खाता खोला. उस तारीख से अब तक खातेदार ने किये लेन-देन की विस्तृत जानकारी देने के निर्देश बैंक प्रबंधक को दिये गए है.
युनियन बैंक के मामले में आये दिन कोई न कोई कारण सामने आने की वजह से मामला लंबित होते जा रहा है. बैंक प्रशासन से ऑडिट रिपोर्ट मांगने पर त्रुटियों की रिपोर्ट पकडाई गई. जिसके चलते आर्थिक अपराध पुलिस ने वह ऑडिट रिपोर्ट वापस देकर फिर से विस्तृत जानकारी मांगी है. युनियन बैंक में हुए घोटाले की जांच को लेकर एक तरफ पुलिस प्रशासन गंभीर होकर बैंक से पूरी जानकारी का विवरण मांगा है. दूसरी तरफ बैंक अपने ग्राहकों का असली सोना नकली सोने में तब्दील होने के बाद भी गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है. जिसके कारण जांच आगे बढती जा रही है. यही वजह है कि इस बार भी पुलिस ने बैंक व्दारा भेजी गई ऑडिट रिपोर्ट में त्रुटियों के कारण बैंक को वापस भेजकर बैंक से सभी 22 खातेदारों की जानकारी मांगी गई है. उसमें संबंधित ग्राहक का खाता खोला. इस खातेदार के लिए किसन गवाही दी. कब- कब बैंक से खातेदार का लेनदेन हुआ, ऐसी कई महत्वपूर्ण जानकारियों का समावेश कर ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है. इसलिए बैंक ने फिर से दो दिन का समय मांगा.
जबकि बैंक के अधिकारियों का दबी जुबान मीडिया से कहा गया है कि, जो अधिकारी, कर्मचारी घटना के समय बैंक में कार्यरत थे, वे अलग-अलग बैंक शाखाओं में कार्यरत है. इस वजह से कई कर्मचारियों को निलंबित किया जा रहा है. उन्हें तहकीकात के समय उपस्थित रहने का आदेश भी दिया गया है. परंतु कितने अधिकारी व कर्मचारियों को निलंबित किया गया, यह पूछे जाने पर बैंक ने चुप्पी साध ली. इस मामले में ऐसा भी बताया जा रहा है कि, घटना के तारीख के दिन बैंक में उपस्थित अधिकारी, कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही हैं अब कुछ अधिकारी, कर्मचारियों को गिरफ्तार कर कडी पूछताछ की जा सकती है. जिससे बैक के अधिकारी, कर्मचारियों के पसीने छूटने लगे हैं.
दो दिन में मिलेगी रिपोर्ट
युनियन बैंक ने इस हेराफेरी के मामले की ऑडिट रिपोर्ट हमें भेजी थी, मगर उस रिपोर्ट में कुछ खामियां है. इस वजह से हमने विस्तृत जानकारी के साथ ऑडिट रिपोर्ट मांगी है. दो दिन बाद ऑडिट रिपोर्ट मिलने पर जांच आगे बढाई जाएगी.
– शिवाजीराव बचाटे, निरीक्षक आर्थिक अपराध शाखा अमरावती