अमरावती / दि.6 .– अमरावती में आयटी पार्क स्थापित करने शुरू की गई मुहिम जोर पकड रही है. बैठकों के चार-पांच दौर हो चुके है. जिनमें आयटी कंपनियों के प्रतिनिधि, कम्प्यूटर विक्रेता असो. के पदाधिकारी, महाविद्यालयों के प्राचार्य, प्राध्यापक, एमआयडीसी असो. के अध्यक्ष, पदाधिकारी, चुनिंदा विद्यार्थी प्रतिनिधि उपस्थित थे. आयटी पार्क कृति समिति द्बारा सभी घटकों से मिलकर उन्हें विषय की जानकारी दी जा रही है. बैठकों में क्षेत्र के विशेषज्ञों ने बताया कि अमरावती में आयटी पार्क स्थापित होने से पश्चिम विदर्भ के आर्थिक विकास को बल मिलेगा. अमरावती में रोजगार के अवसर बढेगे. निवेश बढेगा. आयटी कंपनियां और स्टार्टअप्स को यहां आकर्षित किया जा सकेगा.
* डीसीएम और मंत्रियों से भेंट
कृति समिति के संयोजक किरण पातुरकर के नेतृत्व में अमरावती में आयटी पार्क स्थापित करने शिष्टमंडल ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिले के पालकमंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल, प्रदेश के उद्योग मंत्री उदय सामंत एवं वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार से भेंट की. उन्हें निवेदन दिया गया. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी भेंट कर सकारात्मक चर्चा की गई.
* शिष्टमंडल में मान्यवरों का समावेश
इस अभियान को सफल बनाने चयन मंडल के पूर्व अध्यक्ष प्रा. रविंद्र खांडेकर, पूर्व प्राचार्य डॉ. अनंत मराठे, प्राचार्य डॉ. गजेंद्र बमनोटे, डॉ. श्रीनिवास देशपांडे, डॉ. हेमंत देशमुख, प्रा. डॉ. स्वाति शेरेकर, प्रा. डॉ. नितिन मांडवगडे, प्रा. डॉ. दिनेश सातंगे, प्रा. डॉ. विजय गुल्हाने, प्रा. डॉ.मुकुल भोंडे, प्रा. डॉ. प्रवीण करडे, प्रा. अंभोरे, आयटी कंपनी संचालक श्रीकांत पांडे, संजय दीवान, अमित गायकवाड, शरीक शेख, नितीन वालके, सातुर्णा एमआयडीसी के अध्यक्ष वीरेंद्र लढ्ढा, गजानन देशमुख, राजेश आखेगांवकर, प्रवीण वैश्य आदि का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है.
* क्षेत्र के चहुंमुखी विकास की राह
आयटी पार्क के कारण क्षेत्र के चहुुंमुखी विकास की डगर प्रशस्त होगी. सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, आयटी सेक्टर में तकनीकी से लेकर प्रशासकीय कामों में बडी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होंगे. जिससे अमरावती में पढकर मुंबई, पुणे जानेवाले युवकों को यही अवसर मिलने लगेंगे. कौशल्य विकास का लक्ष्य प्राप्त होगा. आयटी कंपनियों के कारण एक अच्छा इको सिस्टम विकसित होगा. जिसका लाभ फिलहाल अध्ययनरत बच्चों को इंटर्नशिप करने में होगा. बच्चों में कौशल्य विकास को प्रोत्साहन मिलेगा. अधिक कुशल व स्पर्धात्मक मानव संसाधन तैयार होगा.
* राजस्व भी बढेगा
आयटी पार्क से उद्योगपूरक वातावरण बनेगा. नई कल्पना लेकर युवा उद्यमी अमरावती में उद्योग के लिए प्रेरित होंगे. नये टेक स्टार्टअप्स स्थापित होंगे. नई तकनीक एवं आयडिया का विकास होगा. उसका फायदा आप लोगों को भी होगा. स्थानीय और राज्य के राजस्व मेें बढोत्तरी होगी. परवाना शुल्क और अन्य आर्थिक गतिविधियों से राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा. अमरावती के सर्वांगीण विकास में वृध्दि होगी.