अमरावती

विरोधियों की आवाज खत्म करने हो रहा ईडी का प्रयोग

सांसद राउत पर हुई कार्रवाई का गैर भाजपा दलों ने किया निषेध

अमरावती/दि.1- शिवसेना सांसद संजय राउत के घर पर ईडी के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई करने के साथ ही सांसद संजय राउत को गिरफ्तार किया गया. यह कार्रवाई देश से विपक्षी दलों को खत्म करने हेतु भाजपा द्वारा चलाये जा रहे अभियान का हिस्सा है और भाजपा द्वारा विपक्षी आवाज को दबाने के लिए ईडी का प्रयोग किया जा रहा है. इस आशय का आरोप गैर भाजपाई दलों के पदाधिकारियों द्वारा लगाया जा रहा है. साथ ही सांसद संजय राउत के खिलाफ हुई कार्रवाई का निषेध भी किया जा रहा है. इसके अलावा इस कार्रवाई को गैर भाजपाई राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार की मनमानी व तानाशाही भी निरूपित किया है.

* हम डरेंगे नहीं संघर्ष करेंगे
ईडी द्वारा की जानेवाली कार्रवाई से हम शिवसैनिक डरनेवाले नहीं है. बल्कि हम इसके खिलाफ बिना डरे संघर्ष करेंगे. राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद ऐसा कुछ हो सकता है, इसका हमें पहले से अंदाजा भी था, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि, इतने बडे नुकसान के बाद भी शिवसेना पूरी मजबूती के साथ खडी है. चूंकि सांसद संजय राउत शिवसेना की आवाज है. ऐसे में शिवसेना की आवाज को दबाने के लिए सांसद संजय राउत को ईडी की कार्रवाई का निशाना बनाया जा रहा है. जिसका हम तीव्र शब्दों में निषेध करते है.
– ज्ञानेश्वर धाने पाटील
जिला समन्वयक, शिवसेना

* लोेकतंत्र को खत्म करने ईडी की कार्रवाई
भाजपा द्वारा इस समय बेहद निम्न स्तर की और घिनौनी राजनीति की जा रही है, ताकि भाजपा के खिलाफ कहीं से भी कोई भी आवाज ना उठे. पूर्व मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे पर दबाव बनाने हेतु यह कार्रवाई की गई है. इससे पहले शिंदे गट के नेताओं के खिलाफ भी ईडी को काम पर लगाया गया था, लेकिन वे जैसे ही भाजपा के पाले में गये, वैसे ही उनका दामन एकदम पाक-साफ हो गया. इसका सीधा मतलब है कि, भाजपा द्वारा केवल विपक्षी दलों के नेताओं को डराने-धमकाने और उन्हें अपने पाले में करने के लिए ईडी का सहारा लिया जा रहा है.
– एड. यशोमति ठाकुर
पूर्व पालकमंत्री व कांग्रेस नेत्री
bablu-shekhawat-amravati-mandal
* देश में तानाशाही स्थापित करने का षडयंत्र
भाजपा द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाते हुए देश में लोकतंत्र को खत्म करने तथा तानाशाही स्थापित करने का षडयंत्र रचा जा रहा है. महाराष्ट्र में विगत विधानसभा चुनाव के बाद महाविकास आघाडी स्थापित करने में सांसद संजय राउत की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण थी. जिसके चलते भाजपा के हाथ से राज्य में सरकार स्थापित करने का मौका फिसल गया था. इसका बदला लेने हेतु अब सांसद संजय राउत के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की जा रही है, जो निंदनीय है. साथ ही इसके खिलाफ सभी विपक्षी दलों ने साथ मिलकर आवाज उठानी चाहिए, ताकि लोकतंत्र को बचाया जा सके.
– बबलू शेखावत
शहराध्यक्ष, कांग्रेस

* सबसे निचले स्तर की राजनीति
अपने खिलाफ कोई दूसरा राजनीतिक दल अस्तित्व में ही नहीं रह पाये. इस विचार को लेकर भाजपा आगे बढ रही है और विपक्षी दलों को तोडने व खत्म करने हेतु ईडी जैसी सरकारी संस्था का दुरूपयोग किया जा रहा है. जिसके तहत यदि किसी भी विपक्षी नेता ने भाजपा के खिलाफ आवाज उठाई, तो उसे ईडी के जरिये गिरफ्तार करते हुए जेल में डाल दिया जाता है. यह अपने आप में बेहद निम्नस्तर की घटिया व घिनौनी राजनीति है. जिसके खिलाफ शिवसेना द्वारा आवाज दिये जाने पर हम सडक पर उतरकर आंदोलन करने तैयार है.
– सुनील वर्‍हाडे
जिलाध्यक्ष, राकांपा

* शिवसेना कभी झुकेंगी नहीं
वर्ष 2014 से महाराष्ट्र सहित समूचे देश में हिटलर की तरह काम करते हुए मोदी ने एक तरह की तानाशाही शुरू कर दी है. भाजपा को पूरे देश में विपक्ष विरहीत राजनीति करनी है. जिसके लिए केंद्रीय जांच एजेेंसियों का प्रयोग विपक्ष के खिलाफ किया जा रहा है और विपक्ष की आवाज को दबाते हुए विपक्षी नेताओंं को अपने सामने झुकाने का प्रयास हो रहा है. लेकिन भले ही शिवसेना के कुछ विधायकों ने डर व दबाव के आगे झुककर अपना पाला बदल लिया हो, लेकिन शिवसेना के पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे और उनके नेतृत्व में भरोसा रखनेवाले सांसद संजय राउत व हम जैसे शिवसैनिक किसी दबाव के आगे झुकेंगे नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मार्गों का अवलंब करते हुए ऐसी कार्रवाईयों का विरोध करेंगे.
– पराग गुडधे
महानगर प्रमुख, शिवसेना

* भाजपा के एजेंडे पर चल रही ईडी
सरकारी एजेंसी रहनेवाली ईडी द्वारा जिस तरह से काम किया जा रहा है, उससे साफ पता चलता है कि, ईडी की आड लेकर भाजपा द्वारा अपने एजेंडे को आगे बढाया जा रहा है और इस समय ईडी एक तरह से भाजपा के हाथ की कटपुतली बनकर रह गई है. जिसका विपक्ष की आवाज को दबाने हेतु भाजपा द्वारा खुलेआम प्रयोग किया जा रहा है.
– सागर देशमुख
विभागीय सचिव, युवा सेना

* देश में अघोषित आपातकाल
इस समय देश में महंगाई आसमान छू रही है और बेरोजगारी बढ रही है. वहीं दूसरी ओर इन जरूरी मुद्दों की अनदेखी करते हुए भाजपा द्वारा अपने एजेंडो को आगे बढाते हुए बदले की भावना से राजनीति की जा रही है. सत्ता का दुरूपयोग कर ईडी की आड लेकर सर्वसामान्य जनता के नेताओं की आवाज को लंबे समय से दबाया जा रहा है. देश में इससे पहले एक बार घोषित तौर पर आपातकाल लगा था. वहीं अब पिछले आठ वर्षों से देश में अघोषित इमरजन्सी लगी हुई है. जिसके खिलाफ आवाज उठानेवालोें को सरकार जेल में ठूस रही है. इसका विरोध करने के लिए जरूरत पडने पर हम सडक पर उतरकर आंदोलन करेंगे.
– नाना नागमोते
सहसंपर्क प्रमुख, शिवसेना

* मुंबई पर कब्जे के लिए कार्रवाई की आड
शिवसेना के कई विधायक केवल ईडी के भय की वजह से भाजपा में शामिल हुए. जिसके बाद उन पर ईडी की कार्रवाई नहीं हुई. यह स्पष्ट उदाहरण है. वही सांसद संजय राउत स्पष्ट बोलते है और स्पष्ट बोलनेवाला व्यक्ति भाजपा के निशाने पर आ जाता है. शिवसेना के रहते भाजपा के लिए मुंबई मनपा की सत्ता हासिल करना संभव नहीं है. ऐसे में शिवसेना को तोडने और शिवसेना की आवाज दबाने के लिए ईडी का सहारा लिया जा रहा है, ताकि मुंबई महानगरपालिका पर कब्जा किया जा सके.
– आशिष धर्माले
तहसील प्रमुख, शिवसेना

* भाजपा की निजी एजेंसी बन गई है ईडी
इस समय ईडी द्वारा भाजपा की निजी एजेंसी के तौर पर काम किया जा रहा है. ऐसे में ईडी कार्यालय का नाम बदलकर भाजपा कार्यालय कर दिया जाना चाहिए. साथ ही भाजपा कार्यालयों को ईडी मुख्यालय घोषित किया जाना चाहिए. जिन-जिन राज्यों में भाजपा की सत्ता नहीं है, वहां पर भाजपा विरोधी दलों को टार्गेट किया जा रहा है. महाराष्ट्र में पहले सेना विधायकों को ईडी का भय दिखाकर अपने पाले में किया गया, लेकिन सांसद संजय राउत ईडी और भाजपा के सामने नहीं झुके, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. जिसका हम तीव्र निषेध करते है.
– राहुल माटोडे
जिला समन्वयक, युवा सेना

 

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