नागपुर/दि.16– पूर्व बिशप पीसी सिंह के घोटाले के कारण चर्चा में आए ‘चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया’ के विविध कार्यालयों पर ईडी ने बुधवार को छापे मारे. ईडी के दल ने सीएनआई के नागपुर कार्यालय पर भी छापा मारा. इस अवसर पर दो घंटे जांच अभियान चला और विविध दस्तावेज जब्त किए गए. पिछले दो सप्ताह में नागपुर की ईडी यह दूसरी बडी कार्रवाई है.
विवादास्पद बिशप पीसी सिंह ने सीएनआई अंतर्गत आनेवाली शालाओं में अनेक नियमितता की है. इसके अलावा संस्था की जमीन और अन्य आर्थिक बातों में भी भ्रष्टाचार करने का उन पर आरोप है. पिछले वर्ष सितंबर माह में मध्यप्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने पीसी सिंह को नागपुर हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था. ईडी ने भी जालसाजी प्रकरण में मामला दर्ज किया था. इस प्रकरण में ईडी ने देशभर के 11 स्थानों पर बुधवार को छापे मारे. इसमें नागपुर के कार्यालय का भी समावेश था. सीएनआई के सदर परिसर के कार्यालय की जांच की गई. इस अवसर पर वहां विविध दस्तावेजों की भी जांच की गई और अनेक दस्तावेज जब्त किए गए. इस कार्रवाई के कारण सीएनआई के नेटवर्क में खलबली मच गई है. ईडी का दल करीबन दो घंटे कार्यालय में था.
* नागपुर कार्यालय में ट्रांसफर किए थे पैसे
पीसी सिंह के विरोध में जुलाई 2022 में अनियमितता का मामला दर्ज हुआ था. वर्ष 2004-05 और 2011-12 के दौरान सोसायटी की विविध संस्थाओं से विद्यार्थियों के शुल्क के नाम पर जमा किए 2.7 करोड रुपए कथित रुप से धार्मिक संस्था में हस्तांतरित किए गए. इस निधि का दुुरुपयोग किया गया और बिशप ने व्यक्तिगत आवश्यकता के लिए खर्च किए. इन पैसों का कुछ हिस्सा सीएनआई के नागपुर कार्यालय में भी ट्रांसफर किया गया था. पीसी सिंह ने विविध मिश्नरी संस्थान की जमीन के व्यवहार में भी बडा घोटाला किए रहने का आरोप लगा था.
* परिवार के नाम थे 48 बैंक खाते
सितंबर माह में जबलपुर बिशप के घर मारे छापे में 17 संपत्ति के दस्तावेज और परिवार के 48 बैंक खातों के दस्तावेज भी बरामद हुए थे. बिशप के पास 9 वाहन, 17 संपत्ति, संस्था और रिश्तेदारों के 48 बैंक खाते रहने की बात इसमें स्पष्ट हुई थी.