अमरावती

गाडगे बाबा के विचारों के सच्चे अनुयायी एड.संतोष कोल्हे

परतवाडा/दि.16– आज के युग में गाडगे बाबा के विचारों का जतन सच्चे अर्थो में कोई चला रहा है तो शहर में एक ही व्यक्ति का नाम सामने आता है. एड.संतोष कोल्हे. विगत कई वर्षो से संत गाडगे बाबा के विचारों को सही तरीके से गति देने के लिए एड. कोल्हे कार्य कर रहे है.

वर्ष 2021 की ठंड में अंजनगांव तहसील में कापुसतलणी गांव में गरीब रहिवासी बस्ती को अचानक आग लग गई. यह आग इतनी भयंकर थी कि वहां रहने वाले गरीबों की झोपडपट्टी पुरी तरह जलकर खाक हो गई. घर में रखा पैसा, सामान, कपडे, अनाज सभी जल कर खाक हो गए. चारों तरफ हाहाकार मच गया था. जिनके घर जल गए थे वे भय में लिप्त थे. उनके पास रात के खाने की भी व्यवस्था नहीं थी. इस दुर्घटना एड. संतोष कोल्हे ने समझा. सही मायनो में कापुसतलणी गांव यह अंजनगांव सुर्जी तहसील में आता है और एड. कोल्हे दर्यापूर के. इसके बाद भी आर्थिक दृष्टी से कमजोर रहने के बावजूद संत वृत्ती के व्यक्ति सभी का दुख अपना समझने वाले इस घटना के बाद एड.कोल्हे ने समझते ही उनका मन दुखी हुआ, आर्थिक हालत कमजोर होने के बावजूद भी वकील साहब ने अपने मित्र पेठ इतबारपुरा के सुनिल भोरखडे को साथ लेकर तुरंत ही दस पोथे अनाज जिसमें गंहू,चांवल, दाल आदि तुरंत आवश्यकता पडने पर कापुत तलणी के आग पिडितों के पास पहुंचाया. जिसके कारण भुख से तडप रहे लोगों के घरों में चुल्हा जला. कितना ही असामान्य कार्य है यह. यह हम सब समझ सकते है. एकाद धनाढ्य व्यक्ति ने यह कार्य करने का सोचा नहीं अथवा धनाढ्य की ओर से ऐसी अपेक्षा ही कोई कर नहीं सकता. सही बात तो आगे है. जली हुई बस्ती को दस पोते अनाज स्वयं खर्च से लाकर देने वाले वकिल साहब के घर में भी उस दिन अनाज नहीं था. दुकान से ऐन वक्त पर 5 किलो तैयार आटा लेकर वकील साहब की पत्नी ने घर पर रात का खाना तैयार किया. धन्य,धन्य एड. संतोष व धन्य उनका परिवार. एड.संतोष कोल्हे के इस पुण्य भरे जीवन पर सलाम है.

Related Articles

Back to top button