संपादक अनिल अग्रवाल को प्रतिष्ठित दर्पण पुरस्कार प्रदान
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के हाथों समारोहपूर्वक सम्मानित हुए अनिल अग्रवाल
* दैनिक हिंदुस्थान कार्यालय में आयोजीत हुआ पुरस्कार प्रदान समारोह
* अमरावती की पत्रकारिता में एक नई व ऐतिहासिक परंपरा का हुआ आगाज
अमरावती/दि.28– महाराष्ट्र राज्य के स्तर पर पत्रकारिता के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट व प्रतिष्ठित माना जानेवाले दर्पण पुरस्कार गत रोज पश्चिम विदर्भ क्षेत्र के अग्रणी हिंदी दैनिक अमरावती मंडल तथा सबसे पुराने मराठी दैनिक मातृभुमि के संपादक अनिल अग्रवाल को समारोहपूर्वक प्रदान किया गया. खापर्डे बगीचा परिसर स्थित दैनिक हिंदुस्थान कार्यालय के सभागृह में आयोजीत पुरस्कार प्रदान समारोह में राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर के हाथों संपादक अनिल अग्रवाल को यह पुरस्कार प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया. पालकमंत्री यशोमति ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजीत इस समारोह में बतौर प्रमुख अतिथी महापौर चेतन गावंडे, प्रभारी विभागीय सूचना उपसंचालक हर्षवर्धन पवार, उपजिला सूचना अधिकारी अपर्णा यावलकर, दैनिक विदर्भ मतदार के संपादक एड. दिलीप एडतकर तथा दैनिक हिंदुस्थान के वरिष्ठ मार्गदर्शक प्रा. डॉ. अनंत मराठे उपस्थित थे.
आयोजन के प्रारंभ में सभी गणमान्यों ने दैनिक हिंदुस्थान के संस्थापक स्व. बालासाहब मराठे, संपादक स्व. अरूण मराठे, दर्पणकार बालशास्त्री जांभेकर तथा मंडल व मातृभुमि परिवार के पितृपुरूष स्व. जुगलकिशोर अग्रवाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्वलन किया. पश्चात मराठे व अग्रवाल परिवार द्वारा सभी उपस्थित गणमान्यों का पुष्पगुच्छ व स्मृतिचिन्ह देकर सत्कार किया. जिसके उपरांत जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के हाथों संपादक अनिल अग्रवाल को दर्पण पुरस्कार प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया तथा अनिल अग्रवाल सहित उनकी अर्धांगिणी संगीता अग्रवाल का भी पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के हाथों भावपूर्ण सत्कार हुआ. इस कार्यक्रम में संचालन वृंदा विवेक मराठे तथा आभार प्रदर्शन मनिषा विनोद मराठे ने किया.
* सम्मान के साथ ही मराठे परिवार के अपनत्व से अभिभूत हूं
अपने सत्कार व सम्मान के जवाब में अपने विचार व्यक्त करते हुए दर्पण पुरस्कार प्राप्त संपादक अनिल अग्रवाल ने दैनिक हिंदुस्थान कार्यालय को अमरावती के पत्रकारिता क्षेत्र का तीर्थस्थल बताया. साथ ही कहा कि, दैनिक हिंदुस्थान के संपादक स्व. अरूण मराठे तथा विदर्भ मतदार के संपादक एड. दिलीप एडतकर द्वारा दिये गये आशिर्वाद की वजह से ही वे आज पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना सम्मानजनक स्थान बना पाये है. जब वर्ष 1995 में दैनिक हिंदुस्थान के संपादक अरूण मराठे को दर्पण पुरस्कार प्राप्त हुआ था, तब वे अरूणभाऊ का अभिनंदन करने और उनके आशिर्वाद प्राप्त करने हेतु दैनिक हिंदुस्थान कार्यालय में आये थे. चूंकि वे उस समय पत्रकारिता के क्षेत्र में काफी नये थे. अत: उन्हें दर्पण पुरस्कार के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं थी. किंतु तब अरूणभाऊ ने उन्हें आशिर्वाद दिया था कि, एक दिन तुम्हें भी दर्पण पुरस्कार मिलेगा और आज अरूणभाऊ का वह आशिर्वाद फलिभूत हुआ है. यहीं वजह थी कि, वे खुद चाहते थे कि, उनका दर्पण पुरस्कार प्रदान समारोह उसी दैनिक हिंदुस्थान कार्यालय में आयोजीत किया जाये. जिसके बारे में उन्होेंने दैनिक हिंदुस्थान के प्रबंध संपादक विलास मराठे व व्यवस्थापक विवेक मराठे से बात की और मराठे बंधुओं ने बिना समय गंवाये उनके इस निवेदन को सहर्ष स्वीकार किया. साथ ही मराठे परिवार ने इतनी आत्मीयता से इस आयोजन की तैयारी की, मानों यह उनका अपना पारिवारिक आयोजन है. जिसके लिए वे मराठे परिवार के प्रति शतश: आभारी है. साथ ही इस समय जिला मराठी पत्रकार संघ का अध्यक्ष होने के नाते संपादक अनिल अग्रवाल ने कहा कि, यद्यपि अमरावती में पत्रकारों के अलग-अलग संगठन है, किंतु हमारे बीच किसी तरह की कोई प्रतिस्पर्धा या विवाद नहीं है. बल्कि एक ही क्षेत्र में एक संगठन रहने की बजाय एक से अधिक संगठन रहना लोकतंत्र के लिहाज से काफी बेहतर है. साथ ही इस समय संपादक अनिल अग्रवाल ने जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर के समक्ष पत्रकारों के घरकुलों की जगह का मुद्दा उपस्थित करते हुए कहा कि, यह मामला विगत लंबे समय से प्रलंबित है. अत: इसमें आनेवाली प्रशासनिक दिक्कतों को दूर करते हुए इस मसले को जल्द से जल्द हल किया जाये, ताकि पत्रकारों को उनका अधिकारपूर्ण आवास उपलब्ध कराया जा सके. इसके साथ ही संपादक अनिल अग्रवाल ने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी यात्रा को विषद करते हुए कहा कि, इस दौरान उनके जेष्ठ बंधु राजेश अग्रवाल तथा अर्धांगिणी संगीता अग्रवाल उनकी सबसे बडी ताकत रहे. जिन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया. साथ ही उन्होंने दैनिक अमरावती मंडल के 28 वर्ष के सफर में साथ व सहयोग प्रदान करनेवाले सभी लोगोें के नाम अपने दर्पण पुरस्कार को समर्पित किया.
* पत्रकारों की एकता राजनीतिज्ञों के लिए प्रेरणादायी
– आपसी एकजूटता से ही साधा जा सकता है जिले का विकास- पालकमंत्री ठाकुर
इस समारोह की अध्यक्षता कर रही जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि, दर्पण यानी आईना हमारा सही प्रतिबिंब यानी अक्स दिखाता है और आज दर्पण पुरस्कार प्रदान समारोह के जरिये अमरावती की संस्कृति व यहां की पत्रकारिता के संस्कारों का सही प्रतिबिंब दिखाई दिया है, जो अपने आप में बेहद प्रेरणादायी भी है. एक अखबार के संपादक के सम्मान व पुरस्कार प्रदान हेतु किसी दूसरे अखबार के कार्यालय में सत्कार समारोह का आयोजन होना अपने आप में बहुत बडी बात है. जिससे राजनीतिक क्षेत्र से जुडे लोगोें ने भी प्रेरणा लेनी चाहिए और आपसी मतभेद व प्रतिद्वंदिता को परे रखते हुए विकास के मुद्दों पर एक साथ आकर काम करना चाहिए. उन्होंने पत्रकारों को समाज का सबसे महत्वपूर्ण घटक बताते हुए कहा कि, पत्रकारों को सरकार की ओर से प्रोत्साहन व संरक्षण निश्चित तौर पर दिया जाना चाहिए. इसके तहत अमरावती के पत्रकारों के घरकुलों का मसला जल्द से जल्द हल किया जायेगा और वे खुद इस संदर्भ में राज्य के राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात से अगले सप्ताह चर्चा करेगी.
* पत्रकारों के लिए समर्पित व्यक्तित्व हैं अनिल अग्रवाल
इस समय अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रभारी सूचना उपसंचालक हर्षवर्धन पवार ने कहा कि, संपादक अनिल अग्रवाल ने दो प्रतिष्ठित दैनिकों के संपादन का जिम्मा संभालने के साथ-साथ पत्रकारिता से संबंधित विभिन्न सरकारी संस्थाओं एवं संगठनों में भी काम किया है. वे इंडियन न्यूज पेपर सोसायटी, प्रेस कौन्सिल ऑफ इंडिया तथा इलना जैसी देशी की शीर्षस्थ संस्थाओं से जुडे रहे. साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की विज्ञापन दर पुनर्विलोकन समिती व विभागीय अधिस्विकृति समिती में भी कार्य किया. इसके अलावा वे जिला मराठी पत्रकार संघ के अध्यक्ष भी है. उनके कामों को देखते हुए कहा जा सकता है कि, वे पत्रकारिता क्षेत्र के विकास एवं पत्रकारोें के हितों के लिए पूरी तरह से समर्पित व्यक्ति है और आज उन्हें दर्पण पुरस्कार मिलना अमरावती के पत्रकारिता क्षेत्र हेतु अभिमान व गौरव की बात है.
* केवल अनिल अग्रवाल का नहीं, पूरे जिले का हुआ सम्मान
दैनिक विदर्भ मतदार के संपादक एड. दिलीप एडतकर ने प्रमुख अतिथी के तौर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, आज दर्पण पुरस्कार मिलने के उपलक्ष्य में जहां एक ओर अनिल अग्रवाल का सम्मान हुआ है, वहीं इस पुरस्कार प्रदान समारोह की वजह से पूरा अमरावती जिला सम्मानित हुआ है. साथ ही वरिष्ठ पत्रकार व संपादक दिलीप एडतकर ने पत्रकारों के बीच चलनेवाली आपसी प्रतिद्वंदिता से कहीं उपर उठकर आयोजीत किये गये इस आयोजन को अपने आप में एक ऐतिहासिक पल बताते हुए कहा कि, यह परंपरा अब वाकई एक परंपरा के तौर पर आगे बढनी चाहिए और सभी पत्रकारों ने अपनी व्यवसायिक प्रतिबध्दता के अलावा हमेशा एक-दूसरे के साथ खडे रहना चाहिए, क्योेंकि आपसी एकजूटता के दम पर पत्रकार भी जिले के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है.
* अरूणभाऊ का आशिर्वाद अनिल जी पर फलित हुआ
इस अवसर पर महापौर चेतन गावंडे ने आयोजन से पहले संपादक अनिल अग्रवाल के साथ हुई अपनी चर्चा का उल्लेख करते हुए कहा कि, वर्ष 1995 में जब दैनिक हिंदुस्थान के संपादक अरूण मराठे को दर्पण पुरस्कार मिला था, तब अनिल अग्रवाल उनका अभिनंदन करने और उनका आशिर्वाद लेने हेतु गये थे. उस वक्त अरूणभाऊ ने अनिल जी से कहा था कि, एक दिन तुम्हें भी यह पुरस्कार मिलेगा और आज अरूणभाऊ का वह आशिर्वाद अनिल जी पर पूरी तरह से फलित हुआ है. साथ ही यह अमरावती जिले के लिए बेहद आनंददायी व गौरवपूर्ण क्षण है.
* अगला पुरस्कार जल्द मिले
दैनिक हिंदुस्थान के वरिष्ठ मार्गदर्शक प्रा. डॉ. अनंत मराठे ने इस समय अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, करीब 27 वर्ष पूर्व दैनिक हिंदुस्थान के संपादक अरूण मराठे को दर्पण पुरस्कार मिला था. इस बीच दैनिक जनमाध्यम के संपादक प्रदीप देशपांडे को भी यह पुरस्कार प्राप्त हुआ और अब दैनिक अमरावती मंडल व दैनिक मातृभुमि के संपादक अनिल अग्रवाल के जरिये अमरावती जिले के हिस्से में तीसरी बार दर्पण पुरस्कार आया है. किंतु तीनोें बार यह पुरस्कार मिलने में काफी लंबी समयावधि लगी. अत: उम्मीद की जा सकती है कि, अमरावती में बेहतरीन स्तर की पत्रकारिता हो तथा जल्द से जल्द अगला दर्पण पुरस्कार शहर सहित जिले के किसी संपादक व पत्रकार को प्राप्त हो. साथ ही उन्होंने यह पुरस्कार प्राप्त होने हेतु संपादक अनिल अग्रवाल का अभिनंदन भी किया.
* हमारे लिए सम्मान व गौरव का क्षण
इस आयोजन की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए दैनिक हिंदुस्थान के प्रबंध संपादक विलास मराठे ने कहा कि, इससे पहले 25 जून 1995 को दैनिक हिंदुस्थान के संपादक स्व. अरूण मराठे को दर्पण पुरस्कार प्राप्त हुआ था. उस दिन भी हिंदुस्थान परिवार में हर्ष का माहौल था तथा आज अमरावती की पत्रकारिता में अपना अलग स्थान बनानेवाले अनिल अग्रवाल को दर्पण पुरस्कार मिलने पर पुरस्कार प्रदान समारोह का आयोजन दैनिक हिंदुस्थान कार्यालय में आयोजीत हुआ है. यह हमारे लिए दोहरे सम्मान व गौरव का क्षण है और खुद अनिल अग्रवाल ने यह पुरस्कार प्रदान समारोह दैनिक हिंदुस्थान कार्यालय में ही आयोजीत किये जाने को लेकर अपनी इच्छा जतायी थी. जिसके लिए वे अनिल अग्रवाल के प्रति बेहद आभारी है. साथ ही विलास मराठे ने यह भी कहा कि, पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते समय हर संपादक व पत्रकार के स्वतंत्र विचार प्रवाह होते है. साथ ही पत्रकारोें के अलग-अलग संगठन भी रहते है. किंतु इसका यह मतलब नहीं कि, पत्रकारों के बीच कोई आपसी विवाद है, बल्कि हम सभी पत्रकारिता के लिए समर्पित होकर काम करते है और आपस में एक ही है. यह बात आज आयोजीत किये गये इस समारोह के जरिये साबित हो गई है.
* गणमान्यों की रही उपस्थिति
इस गरिमामय आयोजन में मनपा के नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलु शेखावत, पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले, पूर्व स्थायी सभापति व पार्षद बालू भूयार, पूर्व उपमहापौर मिर्जा नईम बेग अख्तर, जिला बैंक के संचालक हरिभाउ मोहोड, पं. देवदत्त शर्मा, रामेश्वर गग्गड, बंकटलाल राठी, डॉ. रवि खेतान, राजू उल्हे, नितीन जाधव, संदीप वानखडे, प्रा. मोहन पिंपले, विक्रम थवर, नितीन अग्रवाल, डॉ. श्रीगोपाल राठी, कमर परवेज, सुरेश रतावा, राजू भेले, अमरावती रिटेल किराणा एसो. के अध्यक्ष आत्माराम पुरसवानी, पुरूषोत्तम मूंधडा, अनिल श्रावगी, धनंजय अग्रवाल, संजय शिरभाते, मनोज भेले, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष अंजली ठाकरे, वरिष्ठ पत्रकार मनोहर परिमल, श्रमिक पत्रकार संगठन के अध्यक्ष गोपाल हरणे, जिला मराठी पत्रकार संघ के महासचिव अरूण जोशी व प्रफुल्ल घवले, गिरीश शेरेकर, यशपाल वरठे, सुनील धर्माले, अरूण तिवारी, चंदू सोजतिया, मोहित भोजवानी, सईद खान, गौरव इंगले, प्रणय निर्वाण, अक्षय एडतकर, गणेश वासनिक, संजय पाखोडे, विजय ओडे, मोहन अटालकर, गजानन चोपडे, संजय पंड्या, प्रदीप इंगोले, समीर अहमद, बशीर पटेल, संजय शेंडे, प्रवीण कपिले, प्रल्हाद खांडेकर, सर्वेश मराठे, ओंकार मराठे, राजेश पाचखेडे, शरद गढीकर, अजय दुपारे, संजय किल्लेदार, रवि नागपुरे, निलेश वानखडे, नितीन सावरकर, एड. नरेंद्र आले, हेमंत बक्षी, मैथिली मराठे, मिताली मराठे, दिलीप आमगांवकर सहित शहर के अनेकों पत्रकार व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे.