अमरावती

वरूड खुर्द में साकारा जायेगा शिक्षा व क्रीडा संकुल

दादासाहब कालमेघ स्मृति पे्ररणा केन्द्र की स्थापना

* १५ मई से कार्यो की शुरूआत
अंजनगांव सुर्जी/दि.४– तहसील की वरूड (खुर्द) में उपाख्य दादासाहब कालमेघ की बचपन की प्रतिकुल स्थिति में तथा संघर्ष में उनकी शिक्षा हुई. उनकी बिकट आर्थिक स्थिति होने के कारण वरूड इस गांव में आश्रय के लिए आए दादासाहब को जो मिला वह काम स्वीकार कर अपनी शिक्षा पूरी की. प्राथमिक शिक्षा पूरी कर आगे की शिक्षा महर्षि डॉ. भाउसाहब देशमुख के संपर्क में आने के बाद दादासाहब ने श्री शिवाजी शिक्षा संस्था की शिक्षा गंगा में कूदकर अपने स्वज्ञान साम्राज्य के भरोसे पर विश्व निर्माण करना का सर्वश्रुत है. इन सभी स्मृति को उजाला देकर यह शिक्षा संघर्ष नई पीढी को प्रेरणा देनेवाला है.इस उद्देश्य से वरूड में दादासाहब कालमेघ समृति प्रेरणा केन्द्र स्थापित करने का प्रतिपादन दर्यापुर के गाडगेबाबा मंडल के अध्यक्ष प्रा. गजानन भारसाकले ने इस अनुसार आयोजित वरूड ग्रामवासियों की सभा में किया.
कोरोना के समय से पहले से ही गांव के युवाओं ने प्रा. भारसाकले की प्रमुख उपस्थिति में इस योजना का आग्रह किया था. इस उपक्रम में सभी सेवाधारी रहेंगे.दादासाहब कालमेघ का संपूर्ण विदर्भ में होनेवाले इच्छुको को इकट्ठा कर उनका सभी ओर से सहयोग इस छोटे से गांव में शिक्षा व क्रीडा संकुल का निर्माण करेंगे, ऐसी जानकारी इस अवसर पर भारसाकले ने दी.
नियोजित वस्तुओं की पूर्ति गाव में गांववासियों द्वारा उपलब्ध की जानेवाली जगह पर आगामी १५ मई से स्पर्धा परीक्षा मार्गदर्शन उपक्रम की शुरूआत हो रही है. वरूड गांववासियों ने इस संकल्पना का स्वागत किया. इसके साथ ही गांव के युवाओं ने इस उपक्रम की जिम्मेदारी स्वीकारी है. गांव के एकोपा व निर्मल वातावरण इस संकल्पना को सफलतापूर्वक उच्च शिखर पर पहुंचायेंगे, ऐसा विश्वास प्रा. भारसाकले ने व्यक्त किया.
इस सभा में रवि बोंदरे, सुरेश मानकर, ब्रम्हानंद बोंदरे, शिसेपाल मानकर, गोपालराव काकड, चंद्रशेखर बोंदरे, गजानन तराल, राजेन्द्र बोंदरे, पंकज सोनोने, सचिन बोंदरे, योगेश मानकर, बालूभाऊ सोनोने, नरेन्द्र इंगले, योगेश काकड, डॉ. संजय बोंदरे आदि मान्यवर प्रमुख रूप से उपस्थित थे. सभा की सफलता के लिए धीरज विद्याराव बारब्दे व प्रा. डॉ. अमित गावंडे का विशेष सहयोग रहा.

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