नैतिक मूल्यों की शिक्षा से जीवन में मिल सकती है सफलता
नारायणा स्कुल के शैक्षिक निदेशक विनोद पिल्लई का कथन
* कक्षा 10 वीं के छात्र-छात्राओं का किया मार्गदर्शन
अमरावती/दि.26– दुनिया में कोई भी चीज आसानी से नहीं मिलती, अत: घर बैठे सफलता मिल जायेगी, यह सोचना भी नहीं चाहिए. सफलता प्राप्त करने के लिए निरंतर मेहनत करनी होती है और सफलता के लिए कीमत भी चुकानी होती है. ऐसा करते समय नैतिक व अनैतिक का भेद पता होना बेहद जरूरी होता है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, नैतिक शिक्षा व मूल्यों के आधार पर आगे बढते हुए जीवन में सफलता प्राप्त करने में काफी हद तक आसानी होती है. अत: शिक्षकों व अभिभावकों ने नई पीढी में नैतिक मूल्यों को प्रथम प्राथमिकता के साथ संस्कारित करना चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन नारायण विद्यालय के शैक्षिक निदेशक विनोदकुमार पिल्लई द्वारा किया गया.
नारायणा विद्यालय द्वारा आज कक्षा 10 वीं के छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों का आगामी बोर्ड परीक्षा के संदर्भ में मार्गदर्शन करने हेतु एक सेमिनार आयोजीत किया गया था. स्थानीय बडनेरा रोड स्थित महेश भवन में आयोजीत इस सेमिनार में नारायणा विद्यालय के शैक्षिक निदेशक विनोदकुमार पिल्लई ने ‘कक्षा 10 वीं की पढाई कैसे करें और जीवन में सफलता कैसे प्राप्त होती है’ इस विषय को लेकर अपने विचार रखे. इस समय अपने संबोधन में विनोदकुमार पिल्लई ने कहा कि, जीवन में सफल होने के लिए हमें अपने आप पर और अपनी क्षमताओं पर पूरा विश्वास होना बहुत जरूरी होता है. यदि हम खुद पर ही विश्वास नहीं करेंगे, तो दूसरे भी हम पर विश्वास नहीं करेंगे. इसी तरह उन्होंने अभिभावकों को बच्चों का सबसे बडा मार्गदर्शक व सलाहकार बताते हुए कहा कि, अभिभावक ही किसी भी तरह का लालच या पूर्वाग्रह नहीं रखते हुए बच्चों को उनके तय लक्ष्य की ओर आगे बढने हेतु तमाम सहायताएं उपलब्ध कराने के साथ ही आवश्यक मार्गदर्शन भी प्रदान करता है. अत: बच्चों ने जीवन में आगे बढने हेतु अपना लक्ष्य तय करने के साथ-साथ अपने अभिभावकों द्वारा दी जानेवाली सलाह पर भी ध्यान देना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि देश में प्रतिवर्ष करीब 11 लाख विद्यार्थी आयआयटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिले हेतु प्रवेशपूर्व परीक्षा देते है. जिसमें से केवल 500 विद्यार्थियों को बेहतरीन आयआयटी कॉलेज में प्रवेश मिलता है. अत: इस क्षेत्र में जाने के इच्छुक विद्यार्थियों ने खुद को टॉप -500 में लाने के लिए तैयार करना चाहिए.
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से नारायणा विद्यालय के प्राचार्य सचिन भेलकर, उपप्राचार्य पूनम वानखडे व शाला समन्वयक मनीषा खंडेलवाल उपस्थित थे. कार्यक्रम में मंच संचालन प्रज्ञा शर्मा व संजना कपूर तथा आभार प्रदर्शन नाजनीन शेख द्वारा किया गया. इस अवसर पर कक्षा 10 वीं की परीक्षा देनेवाले एवं कक्षा 10 वीं में प्रवेशित करीब 500 छात्र-छात्राएं व उनके अभिभावक उपस्थित थे. आयोजन की सफलतार्थ नारायणा विद्यालय के सभी शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों द्वारा महत प्रयास किये गये.