अमरावती

शैक्षिक महासंघ का डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय में बिगुल

शैक्षिक संघ कृषि शाखा की स्थापना

* राष्ट्र निर्माण में कृषि क्षेत्र की अमूल्य भागीदारी – महेंद्र कपूर
* एकजुट होकर भाऊसाहब का सपना साकार करें प्राध्यापक-शेखर चंद्रात्रे
* पारंपरिक, तकनीकी और कृषि विश्वविद्यालयों का समन्वय रखने का उद्देश – प्रा प्रदीप खेडकर
अमरावती/दि.11 – डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ की शैक्षिक संघ की कार्यकारी समिति की घोषणा समुचे भारत में कार्यरत अखिल भारतीय राष्ट्रीय शिक्षा संघ द्वारा की गई. यह बड़ी घोषणा शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संघठण मंत्री महेंद्र कपूर ने सिपना इंजीनियरिंग कॉलेज, अमरावती में आयोजित बैठक में की. पश्चिमी क्षेत्र प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रमुख शेखरजी चंद्रात्रे की उपस्थिति में कार्यकारिणी की घोषणा की गई. अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, महाराष्ट्र प्रांत अध्यक्ष प्रा. प्रदीप खेड़कर और महामंत्री डॉ. वैभव नरवड़े के नेतृत्व में कृषि विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों को एकजुट कर शैक्षिक संघ की स्थापना की गई.
कृषि विद्यापीठ शैक्षिक संघ की संभागीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी डॉ. दिनेश पैठणकर को सर्वसम्मति से दि गई ,जबकी उपाध्यक्ष के रूप में डॉ. अजय सदावर्ते, डॉ. संदीप हाडोळे, डॉ. इलोस्कर, नागपुर को नियुक्त किया गया. सचिवपद पर डॉ. गिरीश जेवुघाले और कोषाध्यक्ष के पदपर डॉ. मिलिंद गिरी को चुना गया. साथ ही प्रसिध्दी प्रमुख के रूप में डॉ. अभय वाघ को प्रभार दिया गया. कार्यसमिती के सदस्य के रुप से डॉ. नवीन राठौड़, प्रा. वैभव फूलाडी, डॉ. राम मुंजे और प्रा. नितिन गुप्ता के नाम पर सहमति बनी.
इस मौके पर मा. महेंद्रजी कपूर ने देश भर के 105 विश्वविद्यालयों के साथ-साथ प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के कामकाज पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने जोर देकर कहा कि राष्ट्र निर्माण में कृषि क्षेत्र की अमूल्य भूमिका है और यदि सभी संकाय और प्राध्यापक एकजुट हों, तो अध्ययन, शिक्षण, अनुसंधान, विस्तार आदि के क्षेत्र में सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त होंगे. इस अवसर पर अपनी राय देते हुए श्री. शेखरजी चंद्रात्रे ने शिक्षकों और प्रोफेसरों के हित में समाज और राष्ट्र की भलाई के लिए काम करते हुए इंडिया से समृद्ध भारत के लिए नेतृत्व करने वाले प्रोफेसरों की भागीदारी के साथ एक कृषि प्रधान भारत के भाऊसाहेब देशमुख के सपने को साकार करने की अपील की. कार्यक्रम के अंत में प्रा. प्रदीप खेडकर ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तहत महाराष्ट्र में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि शैक्षिक महासंघ का उद्देश्य पारंपरिक, प्रौद्योगिकी, कृषि और अन्य विश्वविद्यालयों का समन्वय करना है. बैठक का संचालन प्राचार्य डॉ. मिनलताई भोडे द्वारा किया गया. इस समय डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय के अधिकांश प्राध्यापक उपस्थित थे.

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