अमरावती

3 साल के बाद दिव्यांग विद्यार्थियों के खाते मेें जमा हुआ शैक्षणिक अनुदान

कोरोनकाल से नहीं मिला था अनुदान

अमरावती/दि.12– शासन की तरफ से दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक अनुदान योजना चलाई जाती है. लेकिन कोरोनाकाल से 3 साल तक यह अनुदान नहीं मिला था. लेकिन अब यह अनुदान शासन की तरफ से प्राप्त हुआ है. जिले के दिव्यांग विद्यार्थियों के खाते में वह जमा किया गया है.
कक्षा 1 से 12वीं तक शिक्षा लेने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए अनुदान योजना शासन की तरफ से चलाई जाती है. इसमें दिव्यांग विद्यार्थियों को मददनीस भत्ता, यातायात भत्ता, 40 प्रतिशत दिव्यांग छात्राओं के लिए प्रोत्साहन भत्ता, अति तीव्र दिव्यांग तथा गृह मार्गदर्शन विशेष शैक्षणिक भत्ता, 80 प्रतिशत नेत्रहिन रहे विद्यार्थियों के लिए लेखन भत्ता दिया जाता है. समग्र शिक्षा अभियान के तहत जिले की प्रत्येक शाला में दिव्यांग अनुदान योजना का आवेदन भेजा जाता है. इस पर शिक्षण विभाग की ओर से मुहर लगाई जाती है. कोरोनाकाल के कारण दिव्यांग विद्यार्थी शैक्षणिक अनुदान मिला नहीं था. 3 साल के बाद यह अनुदान सीधे बैंक खाते में जमा किया गया है. जिले में 31 मार्च के पूर्व दिव्यांग अनुदान की रकम लाभार्थियों के खाते में जमा की गई.

* 2952 विद्यार्थियों के खाते में 1.11 करोड जमा
जिले में 1ली से 12वीं तक 1010 दिव्यांगों को प्रत्येकी 6 हजार के मुताबिक सहायता भत्ता, 362 लाभार्थियों को यातायात भत्ता, 40 प्रतिशत दिव्यांग रहे 1177 छात्राओं को प्रत्येकी 2 हजार के मुताबिक प्रोत्साहन भत्ता, गृह मार्गदर्शन के लिए 328 लाभार्थियों को प्रत्येकी 3500 रुपए मिलते है.

* इस बार सीधे खाते में पैसे पहुंचे
दिव्यांग शैक्षणिक अनुदान की रकम शुरुआत में धनादेश से मिलती थी. लेकिन इसमें देरी न हो इस कारण इस बार यह रकम लाभार्थियों के सीधे बैंक खाते में जमा की गई है. दिव्यांग विद्यार्थियों को सहायता भात्ता व यातायात भत्ता के रुप में प्रत्येकी 6 हजार रुपए और प्रोत्साहन भत्ता 2 हजार रुपए दिया जाता है.

* इस अनुदान के लिए मानक क्या?
जो विद्यार्थी कमर से दिव्यांग है वह इस अनुदान के लिए पात्र है. छात्राओं के लिए रहा प्रोत्साहन भत्ता योजना के लिए 40 प्रतिशत दिव्यांग प्रमाणपत्र अनिवार्य है.

 

 

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