* संघटनाध्यक्ष प्रो. प्रदीप खेड़कर करेंगे भविष्यवेधी विवेचन
* कुलगुर डॉ. दिलीप मालखेड़े के हस्ते उद्घाटन
अमरावती/दि.7 – अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ संलग्नित संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ शिक्षण मंच अमरावती जिल्हा (शहर आणि ग्रामीण) कार्यकारिणी द्वारा पिछले पांच वर्षों में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किये किये गए हुए आमूलाग्र परिवर्तनों को चर्चा करने हेतु सभी प्राध्यापक के लिए मेळावा आयोजित किया है. इसी प्रकार शिक्षण मंच के आने वाले समय में कार्य की दिशा पर भी अहम चर्चा की जाएगी. यह भव्य सम्मेलन रविवार 8 मई 2022 को विद्याभारती महाविद्यालय, अमरावती में आयोजित किया गया है.
सांगठनिक शक्ति के माध्यम से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आमूलाग्र परिवर्तन कर के संत गाडगे बाबा अमरावती विशवविद्यालय में सभी सदस्यों की भागीदारी के साथ, प्रशासन को आसान और सुलभ ढांचे में बदल कर चैतन्य और सही राह देना का महत्वपूर्ण कार्य शिक्षण मंच परिवार के मुखिया प्रा. प्रदीप खेडकर के नेतृत्व में किया है. विद्यार्थी प्रत्यक्ष शिक्षा का केंद्र बिंदु मानकर शैक्षिक संस्था, कॉलेज और प्रोफेसरों की व्यावसायिक उन्नति के लिए शिक्षण मंच द्वारा उठाए गए कई महत्वपूर्ण कदमों की सहराना पुरे समाज ने किया है.
इस सम्मेलन में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों से निपटने के लिए किए जाने वाले विभिन्न उपायों पर तथा पिछले किये गए कार्य, विचार मंथन, विचारों का आदान-प्रदान पर प्राध्यापक बंधू चर्चा की जाएगी. शिक्षण मंच ने शैक्षिक संस्थानों, कॉलेजों और प्रोफेसरों की व्यावसायिक उन्नति के लिए उठाए गए कई महत्वपूर्ण कदमों के संबंध में संगठनात्मक दृष्टिकोण क्या है? प्राध्यापक के लिए संगठन में भागीदारी कितनी महत्वपूर्ण है? अपने कौशल्या नुसार शिक्षण क्षेत्र में क्या अवसर हैं? ऐसे कई सवालों को संबोधित किये जायेंगे.
कार्यक्रम का उद्घाटन संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेड़े करेंगे और समारोपीय कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि डॉ. के. एम. कुलकर्णी, माजी संचालक, उच्च शिक्षा, महाराष्ट्र राज्य और पूर्व कुलपति स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाड़ा विश्वविद्यालय नांदेड़ रहेंगे तथा प्रा. प्रदीप खेडकर, अध्यक्ष, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, महाराष्ट्र प्रांत और संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ शिक्षण मंच के कार्यक्रमाध्यक्ष रहेंगे. इस कार्यक्रम का नियोजन शिक्षण मंच के विभागीय पदाधिकारियों के साथ-साथ अमरावती जिले (शहर और ग्रामीण) के पदाधिकारियों द्वारा किया गया है.
* भविष्य की दिशा तय करने सम्मेलन
संगठन के माध्यम से विश्वविद्यालय, सरकार, प्रशासन विभाग, राज्य और केंद्र स्तर पर किए गए कार्यों की समीक्षा करने और भविष्य के नियोजन की दिशा तय करने के लिए यह मेळावा का आयोजन किया है, इसलिए सभी प्राध्यापक बंधू भगिनीं उपस्थित रहें
– प्रो. डॉ. सुनील आखरे, विभागीय महासचिव
* दबाव तंत्र से बाहर निकले प्राध्यापक
जनसामान्य प्राध्यापकों को विश्वविद्यालयों के विभिन्न पदों पर काम करने का सुवर्ण अवसर देकर शिक्षण मंच ने बहुत अच्छा कार्य किया है. सभी प्राध्यापक बंधू भगिनीं दबाव तंत्र के माहौल से बाहर निकलकर मेळावा में शामिल हों यह विश्वास है.
– डॉ. ओमप्रकाश मुंदे, अध्यक्ष, अमरावती शहर
* बहुमत के आधार पर फैसले
विश्वविद्यालय के सभी प्राधिकारियों में बहुमत के आधार पर संगठन द्वारा सचेत रूप से प्राध्यापक के हित में कई अच्छे निर्णय लिए गए हैं. मेळावा का उद्देश्य इन सभी निर्णयों से अवगत कराना और उनके लाभों को सभी तक पहुंचाना है.
– डॉ. निलेश तारे, अध्यक्ष, अमरावती ग्रामीण