व्यापारियों पर लगा रेडीरेकनर टैक्स कम करने के रहेंगे प्रयास
सुलभ शौचालय के साथ अन्य सुविधा भी उपलब्ध कराने का मानस
* बिजिलैंड व्यापारी सामाजिक संगठन के निवर्तमान अध्यक्ष विजय भूतडा का कथन
* शनिवार 8 जुलाई को हो रहे हैं अध्यक्ष, सचिव व कोषाध्यक्ष पद के चुनाव
अमरावती/दि.6- शहर के नागपुर रोड स्थित सबसे बडे कपडा संकुल बिजिलैंड व्यापारी सामाजिक संगठन के शनिवार 8 जुलाई को अध्यक्ष,सचिव व कोषाध्यक्ष पद के चुनाव होने जा रहे हैं. इस चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए फिर से मैदान में उतरे निवर्तमान अध्यक्ष विजय भूतडा ने कहा कि, उन्होंने पद पर रहते संकुल के व्यापारियों के हित में अनेक काम किए हैं. लेकिन इस दफा व्यापारियों पर लगे बेतहाशा रेडिरेकनर टैक्स को कम करने के साथ मार्केट में आनेवाले नागरिकों की सुविधा के लिए एनजीओ संस्था के जरिए सुलभ शौचालय का निर्माण करने के साथ ही विविध समस्याओं को हल करने का प्रयास रहेगा.
निवर्तमान अध्यक्ष विजय भूतडा ने अमरावती मंडल व्दारा लिए गए साक्षात्कार में बताया कि वह वर्ष 2009-10 से बिजिलैंड मार्केेट में आए हैं. मार्केट में व्यवसाय शुरू करने के बाद स्थापित हुई कपडा व्यापारियों की संगठना में पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद उनकी संकलपना थी कि बाजार में अथवा संकुल में किसी व्यवसायी का पैसा किसी कारणवश रुक जाता है और नहीं मिल पाता है तो संगठन अंतर्गत न्याय समिति होनी चाहिए. उनके प्रयासों से वर्ष 2012 में न्याय समिति स्थापित हुई. इस समिति के अध्यक्ष विजय भूतडा बने और उन्होंने व्यवसायियों के हित में अनेक नियम बनाए. इस नियम के तहत अब तक 11 वर्षो में व्यवसायियों के करोडों रुपए इस समिति के जरिए उन्होंने वसूल कर दिए है. इसके अलावा ट्रांसपोर्टरों के दर निश्चित करना और यदि किसी व्यापारियों का ट्रांसपोर्ट के दौरान कोई नुकसान होता है तो क्लेम (बीमा) दिलवाने का काम भी उन्होंने समिति के जरिए किया है. विजय भूतडा ने यह भी बताया कि इस संकुल में संगठन व्दारा निश्चित किए गए ट्रांसपोर्टर ही प्रवेश कर सकते हैं अन्य किसी को इजाजत नहीं है. बिजिलैंड कपडा मार्केट में कोलकाता से कपडे का माल अधिक आता है. एक गाडी 70 से 80 लाख की रहती है. इस कारण व्यवसायियों को भरोसेमंद ट्रांसपोर्टर चाहिए. गलत ट्रांसपोर्टरों को यहां एंट्री नहीं दी गई है. जो क्लेम देता है उन्हें प्रवेश दिया गया है. वर्ष 2016 में जय माता दी ट्रांसपोर्ट से 16 लाख के क्लेम एक ही दिन में मंजूर करवाए गए है और संबंधित व्यापारियों को पैसा मिला. इस तरह के अनेक क्लेम हमने मंजूर करवाए हैं. इसमें अमरावती के सागर ट्रांसपोर्ट का भी समावेश है. इस ट्रांसपोर्ट का एक ट्रक मराठवाडा माल लेकर जा रहा था तब जलगांव-चालीसगांव के बीच हुई दुर्घटना में ट्रक जल गया था. 50 से 55 लाख रुपए का माल इस ट्रक में व्यवसायियों का था. 50 फीसद क्लेम मंजूर करवाकर संबंधित व्यवसायियों को वह पैसा दिलवाया, लेकिन एक अन्य ट्रांसपोर्टर ने इस तरह का क्लेम नहीं दिया था तब संगठन ने उस पर पाबंदी लगा दी थी और राज्य के सभी जिलों में यह संदेश भी भेजा था. पश्चात संबंधित ट्रांसपोर्टर को वह क्लेम देना पडा था. यह सभी बातें संगठन की एकता और शक्ति से पूर्ण होती है, ऐसा भी विजय भूतडा ने कहा.
* गलत व्यवसायियों को पकडकर वसूले पैसे
निवर्तमान अध्यक्ष विजय भूतडा ने कहा कि, बुलढाणा जिले में आनेवाले मेहकर के एक व्यवसायी ने अपने दो प्रतिनिधि अमरावती मार्केट में भेजकर दूसरे व्यवसायी के चेक लेकर लाखों रुपए का माल लिया था. उस समय मेहकर से आए इन दोनों प्रतिनिधियों ने अपने मालिक का नाम दूसरा बताया था. पैसे न मिलने से संबंधित व्यवसायी परेशान थे. न्याय समिति ने काफी खोजबीन की. पश्चात पता चलने पर संबंधित व्यवसायी को इस जालसाजी का भंडाफोड होने पर तत्काल माल वापस लाने और संबंधितों को पैसे लौटाने मजबूर किया था. मेहकर के उस व्यवसायी ने भी ट्रक भकर वापस माल लाकर दिया था और पैसे भी अदा कर अपनी गलती कबूल की थी.
* नांदगांव पेठ ग्रापं व जिप प्रशासन का सहयोग
विजय भूतडा ने बताया कि बिजिलैंड कपडा व्यापारी संकुल में 2016 तक स्ट्रीट लाइट के बिल भी व्यवसायियों को आते थे. लेकिन व्यवसायी सभी तहर का टैक्स अदा करते रहने से यह जिम्मेदारी नांदगांव पेठ ग्राम ंपंचायत की रहती है. इस कारण उन्होंने जिला परिषद के उस समय अध्यक्ष रहे बबलू देशमुख और नांदगांव पेठ ग्राम पंचायत के पदाधिकारी व अधिकारियों के सहयोग से स्ट्रीट लाइट का बिल ग्राम पंचायत में स्थानांतर करवाया. तब से मार्केट की स्ट्रीट लाइट के बिल ग्राम पंचायत अदा करती है.
* रेडीरेकनर का टैक्स पांच गुना बढा
नेशनल हाईवे से 500 मीटर दूरी पर कोई भी संकुल अथवा प्रतिष्ठान रहना अनिवार्य है. नियम के मुताबिक संकुल का निर्माण हुआ है. इसके बावजूद सभी व्यवसायियों को प्रशासन ने बडे महानगरों की तरह इंडस्ट्रीज वालों को जिस तरह रेडीरेकनर टैक्स लगाया गया है वह अमरावती के इन कपडा व्यवसायियों को भी लागू कर दिया है. पहले यह टैक्स प्रापर्टी टैक्स के रुप में होता था, जो 2 रुपए स्क्वेयर फुट के हिसाब से था, लेकिन अब बडे महानगरों की तरह संपत्ति कर की बजाए रेडीरेकनर टैक्स लागू किया गया है जो संपत्ति कर से पांच गुना अधिक है. बीडीओ के जरिए इस टैक्स को कम करने के प्रयास जारी है. चुनाव के बाद इसे निश्चित रुप से कम करने के प्रयास जारी रहेंगे.
* मार्केट में हर दिन आते है 4 से 5 हजार ग्राहक
विजय भूतडा ने बताया कि बिजिलैंड कपडा मार्केट में हर दिन विदर्भ के अन्य जिलों से 4 से 5 हजार व्यवसायी और ग्राहक कपडा खरीदी के लिए आते हैं. उनकी सुविधा के लिए मार्केट में 8 से 10 मूत्रीघर व संडास-बाथरुम का निर्माण किया गया है. लेकिन आए दिन कोई न कोई समस्या बनी रहती है. इस कारण अब एनजीओ संस्था की देखरेख में सुलभ शौचालय बनाने का उनका मानस है. केवल इस संस्थान को जगह उपलब्ध कर देनी पडती है. नांदगांव पेठ ग्राम पंचायत व्दारा चाहिए वैसी सुविधा व्यवसायियों को उपलब्ध करवाई नहीं जाती. इस कारण समय-समय पर निर्माण होनेवाली समस्या का निवारण करने के भी प्रयास उनके हमेशा जारी रहते है.