अहंकार जीवन को नष्ट कर देता है
सुश्री रामप्रियाश्री की अमृतवाणी में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ
* करवा परिवार की ओर से राजापेठ के रामदेव बाबा मंदिर में कार्यक्रम
अमरावती/ दि19- भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर 7 दिनों तक गांव को सुरक्षित करने का प्रयास किया था. उसी प्रकार हमें भी अपनों को समस्याओं से सुरक्षित रखने, उनकी सहायता करने का प्रयास करना चाहिए, अहंकार जीवन को नष्ट कर देता है. इसलिए अहंकार से बचने का कथन सुश्री रामप्रिया श्री ने किया. स्थानीय राजापेठ स्थित रामदेव बाबा मंदिर में बुधवार से श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन किया है.
करवा परिवार द्वारा आयोजित कथा के पांचवें दिन रविवार को रामाश्रयी सु. श्री. रामप्रिया श्री (माई) के मुखारविंद से भक्तों ने कथा का श्रवण कर श्रीकृष्ण बाललीला एवं गोवर्धन पूजा, छप्पन भोग दर्शन का लाभ लिया. उन्होंने कहा कि पौराणिक कथाओं के अनुसार गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण ने इंद्र देव के घमंड को खत्म किया था. सभी ब्रजवासियों को बारिश से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा यानी छोटी उंगुली पर उठाया था. गोवर्धन पर्वत के नीचे ब्रजवासियों ने सात दिन बिताए, इस दिन गोवर्धन पर्वत के परिक्रमा करने से भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसलिए इस दिन गोवर्धन पर्वत की सात बार परिक्रमा की जाती है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट व छप्पन भोग लगाए जाते हैं. कई दिनों बाद जब बारिश नहीं रूकी तो भगवान इंद्र ने स्वयं श्रीकृष्ण से माफी मांगी. बारिश को रोक दिया. इससे श्रीकृष्ण ने भगवान इंद्र के घमंड को चूर-चूर कर दिया और तभी से ब्रजवासियों ने श्रीकृष्ण भगवान की पूजा करना शुरू किया, जिसे गोवर्धन पूजा कहते हैं, कथा के अंत में ’मन रे! पढ़ हरि नाम की गीता, पल-पल जाता बीता-…’ जैसे भवन प्रस्तुत किये. कार्यक्रम पश्चात सभी को मटके में माखन का वितरण किया गया. साथ ही भक्तों ने छप्पन भोग का दर्शन कर प्रसादी ग्रहन की. कथा में रामनारायणे करवा विनोद करवा, सुषमा करवो, नारायण करवा, सरोज करवा, प्रमोद, करवा, कविता करवा, गिरीश राठी, लीला राठी, निलेश चांडक, माधुरी चांडक, ओमप्रकाश जाजू, कांता जाजू, नंदकिशोर जाजू, लिला जाजू, जगदीश जाजू, पुष्पा जाजू, नवलकिशोर करवा, श्रीकांत करवा, सविता करवा, अंकिता करवा, ममता करवा, राजेंद्रप्रसाद सोमाणी, कंचन सोमानी, सुरेशचंद्र, सोमाणी, प्रमिला सोमाणी, राधेश्याम सोमाणी, विद्या सोमाणी, गोविंद सोमाणी, स्मिता सोमानी, संध्या मालानी, पूजा करवा, अनुप करवा, ममता करवा, सविता करवा, श्रीकिसन राठी, राधेश्याम डागा, गायत्री डागा, किरण मुंधडा, शकुंतला भैय्या, रत्ना डागा, आनंद सोमाणी, रुचि सोमानी, रश्मि डांगरा, सुनीता करवा, रानी करवा, माधवी करवा, मीरा करवा, पूजा करवा, औरंगाबाद के नंदकिशोर इंदानी, हिंगनघाट के मानकलाल मोहता, सुशीला, रंजना मोहता, विट्ठलदास मोहत्ता, मीरा मोहला, ज्योदि सादाणी, घनश्याम फाफट माधवी करवा, उज्वला पनपालिया, सुनीता करवा, जया राठी, रुचिता करवा, रेखा करवा, किरण मुंधडा, सरला जाजू, किरण लाहोटी, ममता लाहोटी, शोभा बजाज, ममता सुंडा, माहेश्वरी पंचायत के अध्यक्ष प्रा. हगदीश करात्री, सुरेश साबू, मधु करवा, संजय राठी, नटु झंवर, प्रवीण करवा समेत करवा व सोमानी परिवार की उपस्थिति रही.