अचलपुर में उत्साह व उमंग के साथ मनाई ईद- उल-फितर
शाही ईदगाह पर काली पट्टी बांधकर अदा की नमाज

* वक्फ संशोधन बिल का जताया निषेध
* पूर्व विधायक बच्चू कडू ने ईदगाह पर दी मुबारकबाद
अचलपुर/दि. 1- संपूर्ण देशभर में ईद-उल- फितर का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इसी श्रृंखला में एतिहासिक शहर अचलपुर में भी त्यौहार पारंपरिक उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया. मस्जिद और ईदगाहों में हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज बंधुओं ने नमाज अदा की. शहर की मस्जिद ए मरकज कासदपुरा निजामत मस्जिद में दो बार नमाज अदा की गई. इस साल शाही ईदगाह और मस्जिदों में भारी भीड रही. काजी ए शहर सैयद ग्यासुद्दीन ने ईदगाह से अपने खिताब में कहा कि सरकार वक्फ बिल को वापस लेने की बात कहती है. नमाज खतीब ए शहर ने अदा करवाई तो अजान बाबा भाई ने पढी. नमाज के बाद एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी गई.
ईदगाह के बाहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख, अचलपुर कांग्रेस शहर अध्यक्ष श्रीकांत झोडपे, तहसील अध्यक्ष कैलाश आवारे, नामदेव तनपुरे,अमोल बोरेकार, दिनेश वानखडे, शहजाद खान पठान, ममदू राजा, बाला सिरसुद्दे, धीरज अपाले, संजय शेटे, किसन तंतरपाले ने काजी साहब और खतीब साहब के साथ सभी को मुबारकबाद दी. इस समय अचलपुर के पूर्व विधायक बच्चू कडू, गौरव बंसल ने काजी- ए- शहर सैयद ग्यासुद्दीन साहब, खतीब साहब और सभी मुस्लिम भाईयों को ईद की बधाई दी.
इस अवसर पर बच्चू कडू ने कहा कि त्यौहार किसी का भी हो खुशियां मनाना अच्छा लगता है. वहीं वक्फ संशोधन बिल पर्व पर उन्होंने कहा कि सभी को लेकर कोई फैसला लेना चाहिए. ईदगाह पर अजीज खान, जब्बार भाई, हादी सर, बाकीद अंसारी, काजी सैयद बलिगुद्दीन गाजी, हाफीज काजी सैफ उल बारी, काजी शजी, जमील सर, डॉ. मो. जाकीर, इरशाद अहमद, अजहरउद्दीन, सैयद असलम, शेख वसीम कुरेशी, मो. मुदस्सीर, मोहसीन आफाक, सलीम सर, ऐहतेशाम नबील फिरोजखान ने सभी को मुबारकबाद दी.
अचलपुर के थानेदार मेहत्रे के मार्गदर्शन में ईदगाह परिसर में कडा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया था. वही डीबी स्कॉड के पुरूषोत्तम बावनेर ने अच्छा खासा इंतजाम किया था. लेकिन इस साल की ईद में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. जब कई जगहों पर नमाजियों ने काली पट्टी बांधकर सरकार द्बारा लाए गये वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ अपना विरोध जताया. वही सभी ने देश में अमन, भाईचारा, सदभाव, शांति के लिए दुआ की. ईदगाहों और मस्जिदों में हुए वक्फ बिल संशोधन को लेकर विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा. प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने नमाजियों से संवाद किया और स्थिति पर कडी नजर रखी.
* सरकार करें पुनर्विचार
काजी ए शहर सैयद ग्यासुद्दीन साहब ने नमाज के बाद सरकार से अपील की कि वक्फ संशोधन बिल को वापस लिया जाए. मुस्लिम धर्म गुरूओं ने कहा कि यह बिल समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता और संपत्तियों के अधिकारो को प्रभावित कर सकता है. ईद की खुशियों के बीच इस शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन ने सरकार तक एक मजबूत संदेश पहुंचाया है. अब देखना होगा कि केन्द्र सरकार इस पर क्या रूख अपनाती है.
* वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ सामूहिक विरोध
मुस्लिम समाज की नाराजगी केन्द्र सरकार द्बारा प्रस्तावित वक्फ संशोधन बिल को लेकर है. जिसे समुदाय अपनी धार्मिक संपत्तियों के अधिकार खत्म करने की साजिश मान रहा है. जो ईदी पुराने दौर में मिली थी. उसे छिनने की बात सामने आने लगी है. इस बिल के खिलाफ विरोध जताने के लिए नमाजियों ने काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. ेे विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि वक्फ संपत्तियां मुस्लिम समुदाय की अमानत है और इस पर कोई भी बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.