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* राधाकृष्ण सेवा समिति की पाक्षिक महाआरती
अमरावती/ दि. 24-भागवताचार्य आनंद जी महाराज ने कहा कि एकादशी का व्रत अत्यंत शुभ फलदायी है. इसके उपवास से पापों का क्षरण होता है. इसलिए समस्त नियम का अनुसरण करते हुए जहां तक संभव हो एकादशी का व्रत नित्य करना चाहिए. वे आज पूर्वान्ह राधाकृष्ण मंदिर रंगारी गली में राधाकृष्ण सेवा समिति द्बारा एकादशी उपलक्ष्य आयोजित महाआरती कार्यक्रम में एकादशी का महात्म्य बतला रहे थे. बडी संख्या में उपस्थित भाविकों ने न केवल महाराज श्री को चाव से सुना. अपितु महाआरती में उत्साह से सहभाग किया. प्रसादी ग्रहण की. आज की प्रसादी के यजमान सतीशकुमार सुमित सोमानी मुंबई, रूख्माबाई पूरणमल करवा, गौरी बाल गोविंद राठी, रमण कमलकिशोर झंवर, गायल माता परिवार, अनुराग संजय जाजू, बाहेती परिवार और गोपालदास राठी सायत थे.
महाराज श्री ने रामायण की कथा उदधृत करते हुए बतलाया कि प्रभु श्री राम ने भी रावण पर विजय प्राप्त करने आज की विजया एकादशी का व्रत किया था. इसका विधि विधान भी उन्होंने विस्तार से बताया. आपने कहा कि जहां तक संभव हो. एक ही पदार्थ का सेवन किया जाना चाहिए. उन्होंने एकादशी की महत्ता बताते हुए कहा कि राजा अंबरिश के एकादशी व्रत उपवास के कारण भगवान श्रीकृष्ण को अपना सुदर्शन चक्र उनकी सुरक्षा के लिए चलाना पडा था. आपने और भी बहुतेरे उध्दरणों से अपनी बात को स्पष्ट करने का प्रयत्न किया. महाराज श्री का इस समय पुष्पमाला और भेंट से स्वागत निर्मल लढ्ढा, रमन झंवर, श्री पंचायत के सरपंच प्रा. जगदीश कलंत्री और नितिन सारडा ने किया. वातावरण बडा श्रध्दापूर्ण एवं आल्हाददायक हो गया था. उपस्थिति बेहतरीन रही. उपस्थिति ने ही आयोजन की सफलता बतला दी. े
* अदभूत सजावट, फोटो की होड
भगवान श्री राधाकृष्ण के विग्रह को भगवान शिव और पार्वती का स्वरूप बडी कल्पनाशीलता से दिया गया. मृगछाला धारण किए शिव और अलौकिक सुंदरी देवी पार्वती का रूप निखर आया था. हर कोई अपने मोबाइल हैंडसेट में यह छवि कैद करने का मोह रोक नहीं पाया. उसी प्रकार श्रृंगार कर्ता की सभी ने मन भर कर प्रशंसा की.
* समिति ने किया वैष्णवों को एकत्र
आनंद जी महाराज प्रयागराज महाकुंभ का पवित्र स्नान कर अंबा नगरी भागवत कथा के लिए पधारे. उन्हें गोविंद सोमाणी ने विशेष रूप ेसे समिति की आरती में एकादशी कथा की महत्ता विशद करने सविनय निवेदन किया. महाराज जी ने कहा कि वैष्णवों को इस प्रकार एकादशी पर एकत्रित कर समिति सनातन धर्म का बडा अलौकिक कार्य कर रही है. सभी को समिति के इन कार्यो में सहभागी होना चाहिए और यथोचित सहयोग करने का आवाहन भी महाराज जी ने किया. उल्लेखनीय है कि बीते डेढ वर्ष से प्रत्येक एकादशी राधाकृष्ण मंदिर में सबेरे आरती का सुंदर, सराहनीय आयोजन हो रहा है. जिसमें भाविकों की उपस्थिति सतत बढने के साथ आयोजन को भी उत्सवों के माध्यम से नितनूतन आयाम दिए जा रहे हैं.