एकवीरा देवी संस्थान ने ढहाए अपने दो क्षतिग्रस्त मकान
न्यायालयीन प्रक्रिया में फंसा चार मकानों को ढहाने का काम
अमरावती/दि. 12- स्थानीय एकवीरा देवी संस्थान की जगह पर लगभग 100 साल पुराने 7 मकान पालकी मार्ग पर है. इन मकानों में पहले एकवीरा देवी संस्थान से जुडे कुछ लोग रहते थे. संस्थान द्बारा बनाए गए इन मकानों में बरसों से रहनेवाले लोगों ने अपना कब्जा कर लिया था. वर्तमान में यह सभी 7 मकान जर्जर हो जाने के कारण किसी भी समय गिरने की संभावना बनी हुई थी. इस कारण वर्तमान में जिन तीन मकानों का ताबा संस्थान के पास है. उन मकानों को स्वयं होकर गिराने का काम एकवीरा देवी संस्थान ने शुरू किया.
एकवीरा देवी संस्थान के सचिव चंद्रशेखर कुलकर्णी ने बताया कि गौरक्षण चौक से हव्याप्र मंडल की और जानेवाले मार्ग पर मुख्य रास्ते को लगकर संस्थान के 7 मकान थे. जिसमें तीन किराएदारों ने अपने ताबे में रहनेवाली जगह के अधिकार संस्थान को दे दिए और चार मकानों के किराएदार संस्थान की जगह पर अपना हक जताने के लिए कोर्ट में गए है. इसी बीच सभी 7 मकान जर्जर हो जाने से मनपा के मध्य जोन नं. 2 ने उन्हें यह जर्जर मकान स्वयं होकर गिराने के आदेश दिए थे. जिस पर अमल करते हुए 7 में से जिन तीन मकानों के अधिकार संस्थान के पास है. वह एकवीरा देवी संस्थान ने स्वयं होकर गिराने का काम सोमवार से शुरू किया.
* जर्जर मकानों को ढहाने की जिम्मेदारी मनपा की
अमरावती मनपा के मध्य जोन राजापेठ अंतर्गत कुल 35 जर्जर मकान है. हालाकि नियम के अनुसार इन जर्जर मकानों को स्वयं होकर मनपा ने गिराना जरूरी है. लेकिन मनपा ने जर्जर मकानों के मालिको को नोटिस देकर खुद ही अपने अधिकार क्षेत्र के मकानोें को गिराने के निर्देश दिए है. किंतु किराएदार व मालिको के बीच चल रहे विवाद के चलते 35 में से अधिकांश जर्जर मकानों के मालिक कार्रवाई से हाथ झटक रहे हैं. जिससे बारिश के इन दिनों में अगर कोई जर्जर मकान ढह जाए तो मनपा के संबंधित जोन के अधिकारी पर कार्रवाई की संभावना बनी हुई है.