ईवीएम विरोधियों को निर्वाचन आयोग ने बुलाया चर्चा के लिए
मविआ के प्रयासों को मिली बडी सफलता

* 3 दिसंबर को ईवीएम की मतदान प्रक्रिया पर संदेहों का होगा निराकरण
मुंबई /दि.30- महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में काफी बडी गडबडियां होने का आरोप महाविकास आघाडी द्वारा लगातार लगाया जा रहा है. साथ ही ईवीएम मशीनों सहित राज्य में मतदान का प्रतिशत बढने को लेकर भी महाविकास आघाडी की ओर से बयान जारी करते हुए जगह-जगह आंदोलन किये जा रहे है. हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पहले ही महाविकास आघाडी की तमाम शंकाओं का निराकरण कर दिया गया था और ईवीएम मशीन सहित मतदान प्रकिया में किसी भी तरह की गडबडी रहने संबंधित आरोपों को खारिज भी कर दिया था. लेकिन इसके बावजूद भी महाविकास आघाडी ने अपनी भूमिका को नहीं बदला. जिसके चलते अब महाविकास आघाडी सहित ईवीएम का विरोध करने वाले सभी नेताओं को निर्वाचन आयोग चर्चा करने हेतु आमंत्रित किया है और 3 दिसंबर को केंद्रीय निर्वाचन आयोग में चर्चा हेतु उपस्थित रहने कहा है, ताकि ईवीएम मशीनों सहित मतदान प्रक्रिया को लेकर रहने वाली शंकाओं का निराकरण किया जा सके.
उल्लेखनीय है कि, राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्ववाली महायुति को लगभग एकतरफा जीत मिली है. जबकि इससे पहले लोकसभा चुनाव में महायुति को अच्छी खासी सफलता प्राप्त हुई थी. ऐसे में 6 माह के भीतर जनादेश के पूरी तरह से पलट जाने को लेकर महाविकास आघाडी के नेताओं द्वारा संदेह जताया गया. साथ ही साथ महाविकास आघाडी के कई नेताओं ने इस बात को लेकर भी संदेह जताया है कि, मतदान के समय समाप्त होते समय निर्वाचन विभाग द्वारा जारी किये गये मतदान के आंकडों और फिर देर रात जारी किये गये मतदान के अंतिम आंकडों में 6 से 7 फीसद का फर्क कैसे रह सकता है. ऐसे में मविआ के नेताओं ने आशंका जतायी थी कि, निश्चित तौर पर ईवीएम मशीनों व मतदान की प्रक्रिया में किसी न किसी तरह की गडबडी जरुर हुई है. इन तमाम बातों के मद्देनजर अब निर्वाचन आयोग ने ईवीएम एवं मतदान की प्रक्रिया को लेकर आशंका जताने वाले नेताओं व दलों को चर्चा हेतु आमंत्रित करने का निर्णय लिया है और इस चर्चा हेतु आगामी 3 दिसंबर को निर्वाचन आयोग में बैठक होने जा रही है.
* अब विश्वास हो रहा है कि, ईवीएम मशीन हैक हो सकती है
– राकांपा नेता शरद पवार ने भी खोला मोर्चा
इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री व राकांपा नेता शरद पवार ने भी ईवीएम मशीन को लेकर पहली बार शंका उपस्थित करते हुए कहा है कि, ईवीएम मशीन को हैक किया जा सकता है. इस बात पर अब उन्हें धीरे-धीरे विश्वास होने लगा है. शरद पवार के मुताबिक उन्हें कुछ लोगों ने ईवीएम मशीन को हैक करने का प्रेझेंटेशन दिया था. लेकिन उन्होंने उस समय इस पर विश्वास नहीं रखा. क्योंकि उन्हें भरोसा था कि, निर्वाचन आयोग इस तरह की पक्षपाती भूमिका नहीं अपनाएगा. लेकिन अब उनका निर्वाचन आयोग पर भरोसा नहीं बचा है और ऐसे चुनाव का कोई अर्थ भी नहीं है. ऐसे में पुनर्मतगणना किये जाने की सख्त जरुरत है.
ज्ञात रहे कि, इस समय पुणे में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता बाबा अढाउ द्वारा आत्मक्लेश आंदोलन किया जा रहा है. जिसके चलते बाबा अढाउ से मुलाकात करने हेतु पुणे पहुंचे राकांपा नेता शरद पवार ने कहा कि, सत्ता और पैसों का दुरुपयोग करते हुए चुनाव को प्रभावित करने का पूरा प्रयास किया गया है.
* मुझे पता है ईवीएम को हैक किया जाता है
– पूर्व मंत्री महादेव जानकार ने भी फोडा बम
इसके साथ ही किसी समय फडणवीस सरकार में पशुपालन मंत्री रहे राष्ट्रीय समाज पार्टी के अध्यक्ष महादेव जानकर ने यह कहते हुए सनसनी मचा दी है कि, ईवीएम को हैक किया जा सकता है और किया भी जाता है. यह बात उन्हें इंजिनियर होने के नाते पता है. साथ ही जानकर ने यह दावा भी किया कि, इस बार विधानसभा चुनाव में कई स्थानों पर ईवीएम मशीनों में गडबडियां की जा रही है. जिसके चलते इतने बडे पैमाने पर महायुति को जीत मिली. ऐसे में ईवीएम की वजह से लोकतत्र को खतरे में कहा जा सकता है. साथ ही महादेव जानकर ने महायुति के साथ अपने अनुभवों को काफी बुरा बताते हुए कहा कि, उन्होंने अब महायुति व महाविकास आघाडी में शामिल होने की बजाय अकेले आगे बढने की भूमिका अपनाई है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, फिलहाल उनकी पार्टी से रत्नाकर गुट्टे ही एकमात्र विधायक है और यदि गुट्टे ने पार्टी से पूछे बिना कोई निर्णय लिया, तो हम निश्चित तौर पर गुट्टे के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. क्योंकि उन्होंने सारे मुद्दों को अपने कंट्रोल में रखा है.