मेलघाट की महिला सरपंच की वजह से चकराया निर्वाचन विभाग
पहले दो पदों पर निर्वाचित, फिर एक पद से इस्तीफा, अब फिर दूसरे पद के लिए नामांकन
निर्वाचन विभाग ने निर्वाचन आयोग से मांगा मार्गदर्शन, इस्तीफे की आड में राजनीतिक खेल
अमरावती/दि.6 – जिले की चिखलदरा तहसील अंतर्गत चिचखेडा ग्रामपंचायत में एक महिला जनप्रतिनिधि की वजह से निर्वाचन विभाग अच्छी खासी परेशानी व दिक्कत में फंसा दिखाई दे रहा है. इस ग्रामपंचायत में एक महिला सीधे जनता के जरिए सरपंच निर्वाचित होने के साथ ही अपने प्रभाग से सदस्य भी निर्वाचित हुई है. ऐसे में दो पदों पर चुनाव जीत जाने की वजह से उसे नियमानुसार 7 दिन के भीतर किसी एक पद से इस्तीफा देना था. जिसके चलते उसने सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया. ऐसे में रिक्त पद के लिए उपचुनाव कराने का निर्णय लिया गया. लेकिन सरपंच निर्वाचित इस महिला ने उपचुनाव में भी एक बार फिर सदस्य पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. ऐसे में यदि वह दुबारा चुनाव जीतकर सदस्य निर्वाचित होती है, तो उसे एक बार फिर अपने पद से इस्तीफा देना पडेगा. ऐसे में यह सीधे-सीधे एक तरह का राजनीतिक खेल है, जो निर्वाचन अधिकारियों के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है. चूंकि निर्वाचन नियमावली में इसे लेकर कोई स्पष्ट जवाब नहीं है. ऐसे में अब सीधे निर्वाचन आयोग से इस मामले को लेकर मार्गदर्शन मांगा जाएंगा. साथ ही बहुत संभव है कि, इस एक मामले के चलते राज्य सहित समूचे देश की ग्रामपंचायतों व अन्य चुनावों के लिए निर्वाचन आयोग को नई नियमावली तैयार करनी पडेगी.
बता दें कि, चिचखेडा ग्रामपंचायत में गत वर्ष दिसंबर माह के दौरान चुनाव करवाए गए थे. जिसमें प्रभाग निहाय सदस्यों का चुनाव करवाने के साथ-साथ ग्रामपंचायत के सरपंच पद हेतु सीधे जनता के द्बारा मतदान करवाया गया था. इस चुनाव में हिराय किशोर चव्हाण नामक महिला ने सरपंच पद सहित सदस्य पद के लिए नामांकन दाखिल करते हुए दोनो पदों पर चुनाव लडा था और वह दोनो ही पदों पर चुनाव जीतकर निर्वाचित हुई थी. जिसके चलते नियमानुसार हिराय किशोर चव्हाण ने अगले 7 दिन के भीतर सरपंच पद पर कायम रहते हुए सदस्य पद से इस्तीफा दिया और इस वजह से रिक्त हुए पद पर उपचुनाव कराने की प्रक्रिया शुरु की गई. जिसके लिए आगामी 18 मई को मतदान कराया जाना है. परंतु हैरत वाली बात यह रही कि, सरपंच पद पर निर्वाचित रहने की वजह से सदस्य पद से इस्तीफा दे चुकी हिराय किशोर चव्हाण ने एक बार फिर उसी सीट से अपना नामांकन दाखिल किया है. ऐसे में यदि हिराय चव्हाण एक बार फिर सदस्य निर्वाचित होती है, तो उन्हें दोबारा सरपंच अथवा सदस्य में से किसी एक पद से इस्तीफा देना होगा और यदि वे फिर से सदस्य पद छोडती है, तो उस प्रभाग में दुसरी बार उपचुनाव कराना पडेगा. वहीं यदि सरपंच पद छोडती है, तो पूरे गांव में सरपंच पद के लिए सीधे जनता के जरिए मतदान करवाना पडेगा. ऐसे में गांव की पूर्व सरपंच आशाय बाबुलाल साकोम ने इस पूरे मामले को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. परंतु आयोग की नियमावली में इस पेंच को लेकर कोई समाधानकारक निर्देश नहीं है. जिसके चलते हैरान-परेशान निर्वाचन विभाग ने इस मामले को लेकर निर्वाचन आयोग से मार्गदर्शन मांगा है.
चिचखेडा में सदस्य पद के उपचुनाव हेतु मौजूदा सरपंच सहित एक अन्य महिला का नामांकन प्राप्त हुआ है. सरपंच ने सदस्य पद से इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर नामांकन दाखिल किया है. इस संदर्भ में वरिष्ठ कार्यालय से मार्गदर्शन मांगा गया है.
– गजानन राजगडे,
प्रभारी तहसीलदार,
चिखलदरा
मौजूदा सरपंच द्बारा प्रस्तूत किए गए सदस्य पद के नामांकन को रद्द किया जाए. इसके लिए हमने समय रहते नामांकन दिया था. परंतु निर्वाचन निर्णय अधिकारी ने उसे ग्राह्य नहीं माना. ऐसे में वरिष्ठ अधिकारियों व निर्वाचन आयोग ने इस पर नियमावली तैयार करते हुए इस मामले में ध्यान देना चाहिए.
– आशाय साकोम,
प्रत्याशी व पूर्व सरपंच,
चिचखेडा ग्रामपंचायत