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शिंदे के नेतृत्व में लडा जाएगा चुनाव

राकांपा प्रवक्ता मिटकरी का बडा बयान

* जारी की हेल्पलाइन
* महायुति का निर्णय तीनों पक्षों को मान्य
अमरावती/दि.9 – प्रदेश में सत्तारुढ महायुति के घटक दल राकांपा अजीत पवार के प्रवक्ता और विधायक अमोल मिटकरी ने स्पष्ट कर दिया कि, उन्होंने भले ही घर में गणपति की स्थापना करते हुए अजीतदादा के मुख्यमंत्री बनने की कामना की है. किंतु विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लडने पर महायुति सहमत है. आज यहां राकांपा की प्रदेश व्यापी हेल्पलाइन संख्या 9861717171 जारी करने पहुंचे मिटकरी ने मीडिया से बातचीत में अनेक कडे प्रश्नों का भी समर्पक उत्तर देने का प्रयत्न किया. मिटकरी का आक्रमक अंदाज कायम दिखा. इस समय विधायक मिटकरी के साथ अमरावती जिलाध्यक्ष संतोष महात्मे, शहर अध्यक्ष प्रशांत डवरे, विदर्भ युवक अध्यक्ष निखिल ठाकरे, शोभना देशमुख, अविनाश मार्डीकर, प्रवीण भुजाडे, आनंद वरोकार, संकेत ठाकरे आदि की इस समय उपस्थिति रही.
* इस समय शाह के साथ है दादा
अजीत दादा के देश के गृह मंत्री अमित शाह की मुंबई यात्रा और बैठकों से दूर रहने संबंधित प्रश्न पर मिटकरी ने तुरंत कहा कि, रविवार को दादा बारामती में कार्यकर्ताओं से मेलमुलाकात और कार्यक्रमों में बीझी थे. आज वे इस समय गृह मंत्री शाह के साथ है. उसी प्रकार महायुति में कोई रार तकरार नहीं होने का दावा कर मिटकरी ने विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार की टिप्पणियों पर कहा कि, वडेट्टीवार विपक्ष में होने से यही उनका काम है.
* संजय राउत रिकामटेकडा व्यक्ति
शिवसेना उबाठा नेता संजय राउत के दावों के बारे में पूछे जाने पर अकोला के नेता अमोल मिटकरी ने तपाक से कहा कि, संजय राउत इस समय प्रदेश की राजनीति में सबसे रिकामटेकडा (खालीपीली) व्यक्ति है. उनके बारे में कुछ कहना अपना समय खराब करना है.
* महायुति का निर्णय मान्य
अमरावती और मोर्शी विधानसभा सीटों के बारे में अजीत पवार गट के दावे पर प्रश्न किया गया, तो मिटकरी ने साफ किया कि, महायुति में निर्णय होगा. हमारे वरिष्ठ जो निर्णय करेेंगे, वह हमें मान्य होंगे. जहां जिसकी ताकत अधिक है, सर्वे मेें जीत की संभावना अधिक बतायी गई है, वहां उस पार्टी का प्रत्याशी रहेगा. बाकी दोनों दल भी उस उम्मीदवार के साथ अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे.
* कांग्रेस के 4 विधायक हमारे साथ
राकांपा प्रवक्ता ने दावा किया कि, पार्टी का सीटों का क्लेम अधिक है. आज ही पार्टी के पास अपने 43, 2 निर्दलीय और 4 कांग्रेस के विधायक साथ है. जिससे वे अच्छी खासी संख्या में लडेंगे.
* विदर्भ में कोई नाराज नहीं
विदर्भ के 10 जिलों के जिलाध्यक्ष पार्टी से नाराज होने संबंधी सवाल पर मिटकरी ने कहा कि, अमरावती के अध्यक्ष इस समय उनके साथ है. अकोला के अध्यक्ष अकोला में है. यवतमाल के अध्यक्ष से वे अभी मिलने जा रहे हैं. विदर्भ को पार्टी बराबर अहमियत दे रही है. हाल ही में डीसीएम अजीत दादा वरुड-मोर्शी आकर गये. बारिश के कारण पुसद दौरा टालना पडा. पुन: दादा और प्रदेशाध्यक्ष सुनील तटकरे व अन्य लीडर्स आएंगे ही.
* प्रत्येक दल के नेता की चाहत
मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी पहली पसंद अजीत दादा होने का पुनरुच्चार करते हुए मिटकरी ने कहा कि, भाजपा की चित्रा वाघ को लगता है, देवेंद्र फडणवीस सीएम बने. वाघ ने घर की गणपति झांकी में वैसा दृष्य बनाया है. ऐसे ही शिंदे गट के नेताओं को एकनाथ शिंदे ही सीएम दोबारा बने, ऐसा लगना स्वाभाविक है.
* सीटों की संख्या पर मौन
मिटकरी ने राकांपा के चुनाव लडने की सीटों की संख्या के बारे में यह कहते हुए मौन रखा कि, वरिष्ठों ने इस बारे में कुछ कहने से मना किया है. उनसे शिवसेना नेता संजय गायकवाड के 120 सीट लडने संबंधी बयान के बारे में पूछा गया था. मिटकरी ने कहा कि, मुझे भी लगता है कि, हमें 150 स्थानों पर लडना चाहिए.

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