अमरावती/ दि.14– बढते पेट्रोल-डीजल की कीमत के कारण कई लोग इलेक्ट्रीक वाहन खरीद रहे है. इसके कारण शहर में इलेक्ट्रीक वाहनों की बिक्री में वृध्दि हुई है. फिलहाल इलेक्ट्रीक वाहनों का क्रेझ है फिर भी मोटरसाइकिल का चार्जिंग स्टेशन एक भी नहीं है.
अमरावती शहर में आरटीओ व्दारा हाल ही में बगैर अनुमति रहने वाले वाहन विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है. शहर में इलेक्ट्रीक वाहन की संख्या बढ रही है. इसके साथ ही वाहन धारकों की शिकायत भी बढ रही है. लंबा सफर करते समय बैटरी गरम होने, बार-बार वायरिंग लूज होने, वाहन में आवाज आने जैसी शिकायतें सामने आ रही है. शहर में एक भी चार्जिंग स्टेशन न होने के कारण वाहन धारक अपने घर में ही वाहन की चार्जिंग कर रहे है. औसतन मोटरसाइकिल पूरी तरह चार्ज करने के बाद केवल 70 से 80 किलोमीटर चलने में ही सक्षम है. ऐसे में लंबी यात्रा करते समय वाहन चालक को चार्जर साथ में ले जाना जरुरी है. बैटरी की क्षमता देखकर ही आगे की यात्रा कर सकते है. इस वजह से चार्जिंग स्टेशन के बगैर लंबा सफर तय करना मुश्किल हो चुका है.
पेट्रोल व डीजल के वाहन में इंधन भरने के लिए 4 से 5 मीनट लगते है. जबकि इलेक्ट्रीक वाहन के बारे में ऐसा नहीं है. बैटरी पूरी चार्ज करने के लिए कम से कम 4 घंटे लगते ही है, जिससे काफी समय बर्बाद होता है. तत्काल चार्जिंग होने वाले वाहन अब तक उपलब्ध नहीं है. कंपनी उस दिशा में काम कर रही है. इलेक्ट्रीक वाहन के उपयोग पर शासन व्दारा जोर दिया जा रहा है. फिर भी अमरावती शहर में आज के वक्त में मोटरसाइकिल व कार चार्जिंग का एक भी स्टेशन नहीं है. इलेक्ट्रीक वाहन खरीदना आसान है फिर भी चार्जिंग स्टेशन न होने व चार्जिंग को काफी समय लगने के कारण परेशानी निर्माण हुई है, ऐसा इस क्षेत्र में काम करने वाले तज्ञों का कारनामा है. हमारा रोजाना कितने किलोमीटर का सफर है पहले यह देखे. उस दृष्टि से इलेक्ट्रीक वाहन की श्रेणी जांच करे, क्योंकि इलेक्ट्रीक वाहन एक बार चार्ज करने के बाद एक निर्धारित दूरी तक चलता है. जब इलेक्ट्रीक कार या मोटरसाइकिल लेने जाते है तो एक बार विचार कर ले.
जिले में कितने इलेक्ट्रीक वाहन
– मोटरसाइकिल – 500
– तीन पहिया- 100
– चार पहिया कार- 015
– व्यवसायीक वाहन-200